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पीएम मोदी ने फिर पेश की मिसाल, दान में दिया अपना गांधीनगर वाला प्लॉट, इस पर बनेगा भव्य नाद ब्रह्म कला केंद्र

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर बड़ी मिसाल पेश की है। भारत की सांस्कृतिक विरासत के प्रति अपने सम्मान और प्रतिबद्धता को जताते हुए पीएम मोदी ने गांधीनगर में मिले प्लॉट को दान कर दिया है। इस प्लॉट पर नाद ब्रह्म कला केंद्र की बिल्डिंग का निर्माण होगा। प्रधानमंत्री ने अपनी जमीन को दान करते हुए मानमंदिर फाउंडेशन ट्रस्ट को सौंप दिया है। 2001 में मुख्यमंत्री बनने के बाद से पीएम मोदी अभी तक खुद को मिलने वाले उपहरों की नीलामी करके करीब 150 करोड़ जुटाए हैं और ये राशि बेटियों की शिक्षा, नमामि गंगे योजना और कुंभ सफाई कर्मियों के लिए दान किए हैं। कोरोना काल में पीएम मोदी ने पीएम केयर्स फंड के लिए 2.25 लाख रुपये दान किया था। इसके साथ ही वे पुरस्कारों में मिली राशि को भी दान करते रहे हैं।

पीएम मोदी ने फिर पेश की मिसाल
पीएम मोदी ने नाद ब्रह्म कला केंद्र बनाने के लिए अपना सरकारी प्लॉट मानमंदिर फाउंडेशन को दान में दिया है। पीएम और बीजेपी के दिवंगत वरिष्ठ नेता अरुण जेटली को भूखंड मिले थे। यह भूखंड गांधीनगर के सेक्टर-1 में स्थित है। नाद ब्रह्म कला केंद्र की डिजाइन भी अद्भुत है। बिल्डिंग में वीणा के आकार को जगह दी गई है।

पीएम मोदी का संगीत प्रेम
पीएम मोदी और अरुण जेटली के भूखंड में संगीत के क्षेत्र को समर्पित एक प्रतिष्ठित इमारत बनाई जाएगी। इसके तरह पीएम मोदी और जेटली को मिले प्लॉट को सरकार ने ट्रस्ट को सौंप दिया है। यहां बनने वाला ‘नाद ब्रह्म’ कला केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इनमें 200 लोगों की क्षमता वाला एक थिएटर, दो ब्लैक बॉक्स थिएटर, संगीत और नृत्य सीखने के लिए 12 से अधिक बहुउद्देश्यीय कक्षाएं, अध्ययन और अभ्यास के लिए पांच प्रदर्शन स्टूडियो, एक खुला थिएटर शामिल है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गुजरात बीजेपी प्रमुख सीआर पाटिल प्लॉट संख्या 401/ए पर नाद ब्रह्मा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन म्यूजिक शिलान्यास भी कर दिया है। अब जल्द ही इस बिल्डिंग का निर्माण शुरू हो जाएगा।

16 मंजिल की होगी बिल्डिंग
इस पहल का लक्ष्य 16 मंजिला नाद ब्रह्म भवन का निर्माण करना है, जिससे गांधीनगर भारतीय संगीत कला क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा। केंद्र में एक आउटडोर संगीत उद्यान, एक आधुनिक पुस्तकालय और संगीत के इतिहास को प्रदर्शित करने वाला एक संग्रहालय भी होगा। निकट भविष्य में, ‘नाद ब्रह्म’ कला केंद्र संगीत के क्षेत्र में गतिविधियों के लिए एक विशेष केंद्र के रूप में काम करेगा। इसके अतिरिक्त, परिसर में एक कैफेटेरिया और एक बढ़िया भोजन रेस्तरां की मेजबानी की जाएगी। भवन में एक ही छत के नीचे भारतीय संगीत कला का सारा ज्ञान उपलब्ध होगा। नाद ब्रह्म संस्थान का गठन मानमंदिर फाउंडेशन द्वारा किया जाएगा।

मॉर्डन लाइब्रेरी, आउटडोर संगीत पार्क भी होगा
इस कला केंद्र में दिव्यांगजनों के लिए भी विशेष व्यवस्था होगी। मॉर्डन लाइब्रेरी होगी। एक ऐसा संग्रहालय होगा, जिसमें संगीत का इतिहास प्रदर्शित किया जा सकेगा। आउटडोर संगीत पार्क भी होगा। आने वाले समय में इस परिसर में अलग अलग गतिविधियां संचालित हो सकेंगी। इसी मकसद के साथ मानमंदिर फाउंडेशन की तरफ से सेक्टर-1 में ऐसा केंद्र बनाया जा रहा है, जो संगीत और कला की एक्टिविटी का अनोखा केंद्र होगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दान देने में किसी से पीछे नहीं है। सार्वजनिक कार्यों के लिए अबतक करीब करोड़ों रुपये दान कर चुके हैं। जिसमें बालिका शिक्षा से लेकर गंगा की सफाई और कोरोना से लड़ाई के लिए बने पीएम केयर्स फंड भी शामिल है। इस पर एक नजर-

लोकमान्य तिलक पुरस्कार राशि नमामि गंगे योजना को दान
पीएम मोदी को 1 अगस्‍त 2023 को महान स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि के अवसर पर पुणे में लोकमान्य तिलक पुरस्कार समारोह में ‘लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार 2023’ से सम्मानित किया गया। इसके बाद पीएम मोदी द्वारा पुरस्‍कार की राशि नमामि गंगे परियोजना को दान करने का ऐलान किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं यह पुरस्कार देश के 140 करोड़ लोगों को समर्पित करता हूं।

पीएम मोदी ने अब तक 150 करोड़ से अधिक राशि दान किए
पीएम ने अब तक अब तक 150 करोड़ से अधिक राशि दान किए हैं। उन्होंने अपनी बचत से और नीलामियों की आय से 150 करोड़ रुपये से अधिक दान दिया है। 

पीएम केयर्स फंड में 2.25 लाख रुपये दान किए
प्रधानमंत्री मोदी ने किसी भी प्रकार की आपातकालीन या संकट की स्थिति जैसे कोविड-19 महामारी आदि से निपटने और प्रभावितों को राहत प्रदान करने के मार्च 2020 में पीएम केयर्स फंड की शुरुआत की थी। पीएम मोदी ने पीएम केयर्स फंड के शुरुआती कॉर्पस के लिए 2.25 लाख रुपये दान किए। जब पीएम केयर्स की स्थापना की गई थी, तब पीएम मोदी ने निधि के प्रारंभिक कोष में 2.25 लाख रुपये का योगदान दिया था। पीएम मोदी की भावुक अपील पर इस फंड में शुरुआती 5 दिन के भीतर 3,076 करोड़ रुपये जमा हो चुके थे। 

वर्ष 2022 में हुई 1200 उपहारों की नीलामी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हर साल कई उपहार मिलते हैं और बाद में इन उपहारों की ई-नीलामी की जाती है। वर्ष 2022 में करीब 1200 उपहारों की नीलामी की गई। संस्कृति मंत्रालय द्वारा पीएम मोदी के उपहारों की ये चौथी ई-नीलामी थी। इस नीलामी से मिली राशि के आंकड़े उपलब्ध नहीं हो सके।

तीन साल में उपहारों की नीलामी से 21 करोड़ राशि जमा हुई
इससे पहले की ई-नीलामी से केंद्रीय राजस्व खाते में पिछले तीन वर्षों के दौरान लगभग 21 करोड़ से अधिक की राशि जमा हुई है। यह बात का खुलासा एक RTI के जरिए हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय, जयपुर हाउस, नई दिल्ली के केंद्रीय सूचना जन अधिकारी शशि बाला ने शोकहारा, बरौनी निवासी गिरीश प्रसाद गुप्ता द्वारा मांगी गई जानकारी के जवाब में यह जानकारी दी। इसके मुताबिक़, वर्ष 2019 को प्रथम नीलामी में 03.10 करोड़, 2020 में द्वितीय नीलामी में 03.6 करोड़ एवं 2021 में तृतीय नीलामी में 15.6 करोड़ का राजस्व उपहारों की बिक्री से सरकार के खजाने में जमा हुआ है। इन उपहारों की हुई ई-नीलामी ई-नीलामी में कई प्रतीक चिह्न भी शामिल हैं। यह ई-नीलामी वेबसाइट के जरिए की गई। ई-नीलामी में प्रधानमंत्री को मिली शानदार मूर्तिकला, पेंटिंग्स, हस्तशिल्प पारंपरिक अंगवस्त्रम, शाल, पगड़ी-टोपी, रस्मी तलवारें और लोक कलाकृतियों शामिल रहीं।

नीलामी से जुटाए 22.5 करोड़ रुपये नमामि गंगे को दान
नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट ने साल 2019 और 2021 में नीलामी आयोजित की थी। एक RTI के जवाब के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए गए उपहारों की तीन नीलामियों ने नमामि गंगे कार्यक्रम के लिए कुल 22.5 करोड़ रुपये जुटाए थे। पीएम मोदी को उपहार में दिए गए कुल 5,925 स्मृति चिन्ह तीन चरणों – जनवरी-फरवरी 2019, सितंबर-अक्टूबर 2019 और सितंबर-अक्टूबर 2021 में नीलामी के लिए रखे गए थे। इनमें केवल भारतीयों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए गए उपहार शामिल थे। तीसरी नीलामी में टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेताओं के उपकरण शामिल थे जो पीएम मोदी को उपहार में दिए गए थे। जैसे मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन द्वारा इस्तेमाल किए गए दस्ताने और नीरज चोपड़ा द्वारा इस्तेमाल किया गया भाला।

बालिका शिक्षा के लिए व्यक्तिगत बचत से 21 लाख दान किए
गुजरात के सीएम के रूप में अपना कार्यकाल पूरा होने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात सरकार के कर्मचारियों की बेटियों को शिक्षित करने के लिए व्यक्तिगत बचत से 21 लाख रुपये का दान दिया।

2015 में नमामि गंगे मिशन को दिए 8.35 करोड़
प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में तब तक प्राप्त उपहारों की नीलामी की थी। सूरत में आयोजित एक नीलामी के दौरान 8.35 करोड़ रुपये जुटाए गए थे, इस राशि को उन्होंने नमामि गंगे मिशन को दान कर दी थी।

स्मृति चिन्हों की नीलामी से मिले 3.40 करोड़ नमामि गंगे को दान
पीएम के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान नरेंद्र मोदी द्वारा प्राप्त अपने स्मृति चिन्हों की नीलामी में 3.40 करोड़ एकत्र किए। जिसे नमामि गंगे में भी दान कर दिया।

सियोल शांति पुरस्कार राशि नमामि गंगे को दान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दक्षिण कोरिया में सियोल शांति पुरस्कार 2018 से फरवरी 2019 में सम्मानित किया गया। दक्षिण कोरिया में सियोल शांति पुरस्कार प्राप्त करने पर उन्होंने तुरंत घोषणा की कि पूरे पुरस्कार राशि को नमामि गंगे के लिए दान करेंगे। ये राशि 1.3 करोड़ की थी और उन्होंने पूरी पुरस्कार राशि गंगा नदी को स्वच्छ बनाने में दान दी।

सीएम रहने के दौरान नीलामी से मिले 89.96 करोड़ दान
पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान मिले सभी उपहारों की नीलामी से मिले 89.96 करोड़ रुपये को कन्या केलावनी फंड में दे दिया था। 

कुंभ सफाईकर्मियों के कोष में दान किए 21 लाख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी निजी बचत से 21 लाख रूपये कुंभ मेले से जुड़े सफाईकर्मियों के कल्याण संबंधी कोष में 6 मार्च 2019 को दान दिए।

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