स्विट्जरलैंड के दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2023 में शामिल होने के लिए अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बोर्ला भी पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया और फाइजर की कोरोना वैक्सीन को लेकर सवालों की बौछार कर दी। पत्रकारों के सवाल से फाइजर के सीईओ काफी असहज महसूस कर रहे थे। वह सवालों का जवाब देने से बचते नजर आए। पत्रकारों ने भी उनका पीछा नहीं छोड़ा और लगातार सवाल पूछते रहे। फाइजर के सीईओ सिर्फ ‘बहुत बहुत धन्यवाद’ कहकर सवालों को टालते रहे। अब भारत में फाइजर की घटिया कोरोना वैक्सीन का समर्थन करने वाले कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत तमाम सियासी दलों और उनसे जुड़े पत्रकारों की सोशल मीडिया पर जमकर फजीहत हो रही है।
?WE CAUGHT HIM! Watch what happened when @ezralevant and I spotted Albert Bourla, the CEO of Pfizer, on the street in Davos today.
We finally asked him all the questions the mainstream media refuses to ask.
Full story: https://t.co/wHl204orrX
SUPPORT: https://t.co/uvbDgOk19N pic.twitter.com/c3STW8EGH3
— Avi Yemini (@OzraeliAvi) January 18, 2023
दरअसल, फाइजर के सीईओ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह दावोस में एक पत्रकार के सवालों से बचते नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो में साफ दिखा जा सकता है कि फाइजर के सीईओ से जब रिबेल न्यूज के एक पत्रकार ने वैक्सीन को लेकर सवाल पूछना चाहा तो उन्होंने पत्रकार के सवालों को टाल दिया। पत्रकार ने पूछा कि फाइजर की वैक्सीन संक्रमण नहीं रोक सकी। लेकिन आपने इस बात को क्यों छिपाए रखा। रिबेल न्यूज के पत्रकार ने पूछा कि फाइजर ने कहा था कि टीका यह 100 प्रतिशत प्रभावी था, फिर 90 प्रतिशत, फिर 80 प्रतिशत, फिर 70 प्रतिशत, लेकिन अब हम जानते हैं कि वैक्सीन कोरोना के प्रभाव को नहीं रोक सकती। आपने उस तथ्य को क्यों छुपाए रखा?’ पत्रकार ने सवाल किया कि क्या जिन देशों ने गैर प्रभावी टीके खरीदे उनको रिफंड देंगे ? क्या अब दुनिया से माफी मांगेंगे?
Pfizer CEO gets ambushed in Davos on the company’s vaccine pic.twitter.com/rVdbfR6IV9
— Shiv Aroor (@ShivAroor) January 19, 2023
यह वीडियो वायरल होने के बाद फाइजर की करोना वैक्सीन का समर्थन करने वाले कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं पर जमकर निशाना साधा जा रहा है। सोशल मीडिया में बीजेपी और दूसरे लोगों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है। समर्थन करने के पीछे के मकसद को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस वीडियो को शेयर किया। उन्होंने कहा कि सभी भारतीयों को याद दिला दूं कि इसी कंपनी ने क्षतिपूर्ति की शर्त न मानने के लिए भारत को धमकी दी थी। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल, चिदंबरम और जयराम रमेश ने कोरोना के दौरान इस विदेशी वैक्सीन का सपोर्ट किया था। लेकिन वह पूरी तरह से फेल हो गई।
Just to remind all Indians, that Pfizer tried to bully Govt of India into accepting conditions of indemity
And Cong trio of Rahul, Chidamabaram n Jairam Ramesh kept pushing case of foreign vaccines during Covid ??? https://t.co/nT5LHI07hc
— Rajeev Chandrasekhar ?? (@Rajeev_GoI) January 20, 2023
स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशील्ड पर सवाल उठाकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई नेताओं ने अमेरिकी फार्मास्युटिकल कंपनी फाइजर की कोरोना वैक्सीन को भारत में जल्द से जल्द मंजूरी देने की वकालत की थी। इन्होंने भारत की स्वदेशी वैक्सीन के खिलाफ दुष्प्रचार भी किया था। बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने वीडियो शेयर करते हुए कहा कि फाइजर के सीईओ से दावोस में उनकी वैक्सीन के बारे में सवाल पूछे जा रहे हैं। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और कई तमाम दल है जो लगातार विदेश में बनी फाइजर की वैक्सीन की भारत में वकालत कर रहे थे। देश में एक ऐसा इकोसिस्टम था, जो स्वदेशी वैक्सीन के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा था। उन्होंने सवाल किया कि ऐसा क्यों किया जा रहा था ? क्या कांग्रेस – आम आदमी पार्टी का इकोसिस्टम अब माफ़ी मांगेगा ?
Kejriwal & Congress was batting for Pfizer & Videshi Vaccines & the ecosystem was berating Swadeshi vaccines
Why was this being done?
What was the DEAL ??
Will the Congress-AAP ecosystem now apologise?? https://t.co/1APYydsyoU pic.twitter.com/LlmDz0Df6q— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) January 20, 2023
शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर लिखा कि याद कीजिए कि किस तरह राहुल गांधी, जयराम और पूरी पार्टी ने विदेश में बनी वैक्सीन के समर्थन में आवाज उठाई। वे भारत में निर्मित वैक्सीन को लेकर लोगों में संदेह पैदा कर रहे थे। कुछ ने इसे बीजेपी का टीका बताया था। क्या वे इसके लिए माफी मांगेंगे और हमें अपने डील के बारे में बताएंगे?
Pfizer CEO in Davos being exposed on vaccines
Remember how Congress batted for foreign made vaccines- Rahul G,Jairam,entire party
They kept creating vaccine hesitancy too about Indian made vaccines! Some called it BJP vaccine
Will they apologise & tell us about their DEAL? pic.twitter.com/VlWlMpX4ZM
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) January 20, 2023
फाइजर की वैक्सीन का समर्थन करने और स्वदेशी वैक्सीन के खिलाफ प्रोपेगैंडा करने में विपक्षी दलों के अलावा उनके सरपरस्त पत्रकार भी शामिल थे। विपक्षी दलों के सुर में सुर मिलाने वाले तथाकथित दरबारी, सेक्युलर, लिबरल और वामपंथी पत्रकारों ने स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशील्ड के खिलाफ जमकर अभियान चलाया। उन्होंने स्वदेशी वैक्सीन के खिलाफ लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश की। अब ऐसे पत्रकारों के गठजोड़ पर सवाल उठाएं जा रहे हैं, जो पत्रकारिता की आड़ में एक एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं और देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं।
The shills of Pfizer.
Remember them. Never forget their deeds. Even the middle of the worst pandemic in a century, they found time for their propaganda.
This nexus of Congress party and for-rent activists is the fifth column that must be extinguished. pic.twitter.com/DlfnRvJMXt
— Akhilesh Mishra (@amishra77) January 20, 2023