Home समाचार सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी से नीचता पर उतरे केजरीवाल, हताशा...

सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी से नीचता पर उतरे केजरीवाल, हताशा में प्रिंटिंग प्रेस एक्ट का उल्लंघन कर पीएम मोदी के खिलाफ लगाए ‘आपत्तिजनक’ पोस्टर

SHARE

देश में भ्रष्टाचारियों की लिस्ट निकालकर बड़े-बड़े नेताओं को बदनाम करने वाले केजरीवाल आज अपने ऊपर हो रही कार्रवाई से नीचता पर उतर आए हैं। जिस भ्रष्टाचार को खत्म करने की उन्होंंने आवाज उठाई थी, उसी भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कार्रवाई कर रहे हैं। लेकिन केजरीवाल को परेशानी इसलिए हो रही है कि जिस हथियार से उन्होंने अपने विरोधियों पर हमला कर दिल्ली की जनता का भरोसा जीता और मुख्यमंत्री बने, वहीं हथियार अब उनके खिलाफ इस्तेमाल हो रहा है। सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से हताश केजरीवाल दिल्ली में प्रधानमंत्री के खिलाफ चोरी-छिपे आपत्तिजनक पोस्टर लगवा कर राजनीतिक मर्यादा की सारी हदें पार करते नजर आ रहे हैं।

दिल्ली में पोस्टर वार शुरू करने की AAP की साजिश

दरअसल आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में पोस्टर वार शुरू करने की साजिश रची थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इस साजिश को नाकाम कर दिया है। जैसे ही पुलिस को पोस्टर लगाए जाने सूचना मिली तो इसकी जांच शुरू कर दी। जांच में पाया गया कि जो पोस्टर लगाए गए थे, उसमें प्रिंटिंग प्रेस का ब्योरा नहीं था। यहां तक कि ऐसे 50 हजार पोस्टर लगाने की योजना थी। विशेष सीपी दीपेंद्र पाठक के मुताबिक विवादित पोस्टर लगाने के आरोप में 100 प्राथमिकी दर्ज की गई, जबकि 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

AAP के कार्यालय से निकलती वैन में मिले विवादित पोस्टर

पुलिस के मुताबिक आम आदमी पार्टी के कार्यालय से बाहर आते हुए एक वैन से कुछ पोस्टर जब्त किए गए। वैन आम आदमी पार्टी कार्यालय से निकलकर डीडीयू मार्ग की ओर जा रही थी। इस दौरान तलाशी ली गई तो उसके अंदर दो हजार से अधिक पोस्टर पाए गए, जिसे दिल्ली पुलिस ने जब्त कर लिया। इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया और जांच शुरू की गई। पाया गया कि इन पोस्टर्स पर न तो प्रिंटिंग प्रेस का नाम था और ना ही छपवाने वाले का नाम लिखा हुआ था, जोकि डिफेसमेंट एक्ट और प्रिंटिंग प्रेस एक्ट का उल्लंघन है। पुलिस के मुताबिक, दो प्रिंटिंग प्रेस को कुल एक लाख पोस्टर के ऑर्डर दिए गए थे।

पोस्टर का ऑर्डर देने वाले और प्रिंटिंग प्रेस का नाम क्यों छिपाया ?

जब पुलिस ने पोस्टर को छापने का ऑर्डर किसने दिया और ये पोस्टर कहां छापे गए, इसका पता लगाने की कोशिश तो चौकाने वाले खुलासे हुए। पता चला कि प्रधानमंत्री के खिलाफ पोस्टर नारायणा इलाके की लोहा मंडी में प्रिंटिंग प्रेस में छपवाए गए थे, जबकि बाकी पोस्टर्स सीमापुरी और खजूरी खास प्रिंटिंग प्रेस में छापे गए थे। लेकिन पोस्टर के लिए ऑर्डर देने वाले और छापने वाले का नाम नहीं होने से स्पष्ट है कि यह किसी खास मकसद से पोस्टर को लगवाया जा रहा था। पोस्टर लगवाने वाले को पता है कि यह गैर-कानूनी और प्रिंटिंग प्रेस एक्ट का उल्लंघन है। इसके बावजूद जब पुलिस ने कार्रवाई की तो आम आम आदमी पार्टी के नेता चोरी और सीनाजोरी करते हुए सामने आ गए।

बीजेपी नेताओं ने दी AAP को पोस्टर पर नाम लिखने की चुनौती 

पोस्टर छापने का ऑर्डर देने वालों के नाम नहीं लिखे होने पर बीजेपी ने सवाल उठाया है। बीजेपी नेता हरीश खुराना ने आम आदमी पार्टी को चुनौती देते हुए ट्वीट किया, “एक तो चोरी ऊपर से सीना ज़ोरी। यह आलम है आम आदमी पार्टी का। हिम्मत है पोस्टर में अपना नाम लिखो। गाली देते हो नरेन्द्र मोदी जी को लेकिन पोस्टर में अपना नाम लिखने की हिम्मत नहीं। ग़लत काम करोगे तो FIR होगी ही, बेचारा पॉलिटिक्स मत करो।”

Leave a Reply