देश की बागडोर संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण को लेकर अनेक कदम उठाएं हैं। इसी क्रम में 21वीं सदी की जरूरतों के मुताबिक नई शिक्षा नीति को स्वीकार किया। शिक्षा व्यवस्था में सुधार का नतीजा है कि छात्र और छात्राओं की भागीदारी बढ़ रही है। शिक्षा मंत्रालय की तरफ से बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2015-16 से 2019-20 के बीच उच्च शिक्षा में छात्रों के नामांकन में 11.4 प्रतिशत और छात्राओं के नामांकन में 18.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
उच्च शिक्षा में कुल नामांकन 2019-20 में 3.85 करोड़ रहा है, जो 2014-15 में 3.42 करोड़ था। एमए, एमएससी और एमकॉम स्तरों पर महिलाओं की संख्या में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। 2019-20 में उच्च शिक्षा में लिंग समानता सूचकांक (जीपीआई) 1.01 रहा जो, 2018-19 में 1.00 था। यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए उच्च शिक्षा तक पहुंच में सुधार का संकेत देता है।
मोदी राज में बेहतर होती शिक्षा
उच्च शिक्षा में कुल नामांकन में वृद्धि
2014-15 | 3.42 करोड़ |
2019-20 | 3.85 करोड़ |
मोदी राज में खत्म होता जेंडर गैप
उच्च शिक्षा में लैंगिक समानता सूचकांक में सुधार
2018-19 | 1.0 |
2019-20 | 1.01 |