दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों के ठीक पहले हिंदुत्व का दांव चला है। दिवाली के दूसरे दिन सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से देश के करेंसी नोट पर महात्मा गांधी के साथ लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाने की मांग की। उन्होंने दलील दी कि इससे देश की गिरती इकोनॉमी को संभलने में मदद मिलेगी। केजरीवाल ने कहा कि नोटों पर लक्ष्मी गणेश की फोटो लगाने से देश को उनका आशीर्वाद मिलेगा।
I appeal to the central govt & the PM to put the photo of Shri Ganesh Ji & Shri Laxmi Ji, along with Gandhi Ji’s photo on our fresh currency notes, says Delhi CM & AAP national convenor Arvind Kejriwal pic.twitter.com/t0AWliDn75
— ANI (@ANI) October 26, 2022
केजरीवाल के अचानक बदले रूख से सभी हैरान है। हाल ही में गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया का हिन्दू धर्म विरोधी बयान वायरल हुआ था। केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने हिन्दू धर्म विरोधी शपथ दिलाई थी। इससे केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेताओं के हिन्दू धर्म विरोधी चेहरा उजागर हुआ था। केजरीवाल ने गुजरात चुनाव में संभावित नुकसान को देखते हुए हिन्दुत्व का कार्ड चलते हुए डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है। लेकिन केजरीवाल के इस मांग के पीछे गहरी साजिश की आशंका जतायी जा रही है।
लोगों का कहना है कि केजरीवाल ने पंजाब और दिल्ली में सरकारी कार्यालयों से गांधी जी को गायब किया। अब करेंसी नोट पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर की मांग कर करेंसी नोटों से भी गांधी जी को हटाने की साजिश हो रही है। केजरीवाल की यू-टर्न की प्रवृति को देखते हुए लोगों का कहना है कि अगर केजरीवाल की मांग मान लगी गई तो आगे चलकर करेंसी नोट पर दूसरे धर्म के लोग भी ऐसी मांग करेंगे। इससे गांधी जी को करेंसी नोटों से हटाने की मांग उठने लगेगी और केजरीवाल दूसरे धर्म के लोगों को खुश करने के लिए उनकी मांग का समर्थन करने लगेंगे।
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने सीएम केजरीवाल की मांग के पीछे साजिश की आशंका जतायी है। उन्होंने बॉलीवुड के एक गाने को याद करते हुए कहा कि क्या से क्या हो गए देखते-देखते। उन्होंने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल की राजनीति यू-टर्न वाली रही है। दिवाली मनाने पर जेल में डालने वाला व्यक्ति किस तरह से यू-टर्न ले रहा है। अब वह लक्ष्मी और गणेश के विषय में बोलते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर नहीं अस्पताल बनना चाहिए। वह कहते थे कि मैं पूजा करने नहीं जाऊंगा, क्योंकि वह स्वीकार नहीं करेंगे। यह वही केजरीवाल हैं, जिनके बहुत सारे हिन्दू विरोधी तस्वीरें हैं। वही अरविंद केजरीवाल भक्त बनने की कोशिश कर रहे हैं।’
सोशल मीडिया पर भी लोग केजरीवाल की इस साजिश के खिलाफ सचेत कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि चुनावी हिन्दू केजरीवाल चुनाव से पहले हिन्दू धर्म और उसके देवी-देवताओं के खिलाफ बयान देता है। लेकिन चुनाव आते ही हिन्दुओं को झांसा देने के लिए मांथे पर तिलक और गले में कंठी माला डालकर मंदिर-मंदिर घुमने लगता है। सोशल मीडिया पर लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या आप अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी को वोट देना पसंद करेंगे, क्योंकि वह नोट से गांधी जी की तस्वीर हटाने की मांग कर रहा है ?
गुजरात वासियों से कहना है मेरा कि क्या आप अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी को वोट देना पसंद करेंगे क्योंकि यह लोग नोट से गांधी जी की तस्वीर हटाने को कह रहा है प्रधानमंत्री से जो कि गांधी जी आपकी गुजरात की शान है
— mangilal pal (@MangilalpalPal1) October 26, 2022
वैसे ये गांधी की तस्वीर अपनी दीवारों से तो हटा ही चुके हैं । नोटों पर भी रखने की क्या ज़रूरत है ? https://t.co/wxv49ZZpSt via @SatyaHindi
— ashutosh (@ashutosh83B) October 26, 2022
नोट पर से गांधी जी का फोटो हटाने की राजनीति शुरू??
— Sudhir Kumar(Bihari) Inc NawadaBihar (@SudhirLunar) October 26, 2022
पहले अपने ऑफिस से गांधी जी की फोटो हटाई अब नई चाल चल रहा है ताकि नोट से भी गांधी जी की फोटो हट सके? लेकिन गुजरात चुनाव के लिय पहले गांधी आश्रम जाता है होगा कोई इसके जैसा रंग बदलू?
राजनीति बदलने आए थे जी।
सब मिले हुए है जी।— Ravi mathur #BharatJodoYatra (@ravimathur0012) October 26, 2022
अरविंद केजरीवाल जी ने बहुत चालाकी से महात्मा गांधी की प्रासंगिकता को किनारे लगाने की कोशिश की है। धर्म के झाड़ू से भारतीय नोट पर अंकित उनकी तस्वीर को बुहारने की पहल कर दी है।
— Avinash Das (@avinashonly) October 26, 2022