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पीएम मोदी की संवेदनशीलता का कायल है देश, रैलियों में भी रखते हैं सबका ध्यान, कहा- बेटा तेरा हाथ दर्द करेगा, मिल गया मुझे तेरा प्यार!

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से देश की जनता बेशुमार प्रेम करती है। प्रधानमंत्री मोदी किस कदर देशवासियों के दिल में बसते हैं इसका उदाहरण मध्य प्रदेश के झाबुआ में 11 फरवरी 2024 को एक सभा में देखने को मिला। पीएम मोदी सभा को संबोधित कर रहे थे तभी उनकी नजर एक छोटे से बच्चे पर पड़ी। पिता की गोद में बच्चा लगातार झंडा लहरा रहा था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने उसे टोका और हाथ न हिलाने के लिए कहा, ताकि उसे दर्द ना हो। पीएम मोदी ने बच्चे से कहा- “मुझे तुम्हारा प्यार मिल गया बेटा। कृपया अपना हाथ नीचे कर लें, नहीं तो दर्द होने लगेगा।” झाबुआ की इस घटना से पता चलता है कि पीएम मोदी कितनी छोटी-छोटी चीजों पर नजर रखते हैं और अपनी संवेदनशीलता दिखाते हैं। अपने काफिले को रोककर एंबुलेंस को रास्ता देने से लेकर सभा में बेहोश हुए व्यक्ति के प्रति वे अपनी संवेदनशीलता दिखाते रहे हैं। इसीलिए तो पीएम मोदी की संवेदनशीलता का आज पूरा देश कायल है।

जब पीएम मोदी को हुई बच्चे के हाथ दर्द की फिक्र
मध्य प्रदेश के झाबुला में 11 फरवरी 2024 को रैली थी। इसमें बच्चा अपने पिता के साथ आया था और पीएम मोदी को देख कर खासा खुश था। वो उनकी तरफ देख कर लगातार झंडा लहरा था और अपना हाथ हिलाकर उनका ध्यान आकर्षित कर रहा था। पीएम मोदी की जब उस पर नजर पड़ी तो उन्होंने उसे टोका और हाथ न हिलाने के लिए कहा, ताकि उसे दर्द ना हो। पीएम मोदी ने कहा, “बेटा, तुम्हारा हाथ दर्द करेगा, दुःख जाएगा। तुमने बहुत किया। मिल गया मुझे बेटा, मिल गया तेरा प्यार। तेरा हाथ दर्द करेगा बेटा। अब हाथ नीचे करो, मुझे मिल गया।” जब उक्त बच्चे ने अपना हाथ नीचे कर लिया तब पीएम मोदी बोले, “शाबाश, समझदार हो।” पीएम मोदी के इस वीडियो को देख कर लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं।

यह पहली बार नहीं है, जब प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी संवेदनशीलता दिखाई है। इससे पहले कई ऐसे मौके आए हैं, जब उन्होंने अपनी सजगता से संकट में पड़े लोगों की जान बचाई है…

बेहोश होकर गिरे व्यक्ति के लिए दिखाई संवेदनशीलता
पीएम मोदी की संकटमोचक छवि यूं ही नहीं है। उन्होंने जहां तक संभव हो सका है, लोगों की मदद के लिए फौरन हाथ बढ़ाया है। 26 अगस्त 2023 को पीएम मोदी ने एक बेहोश होकर गिरे व्यक्ति का मददगार बनकर मानवता की मिसाल पेश की। प्रधानमंत्री मोदी बेंगलुरु से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे तो बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अगुवाई में पार्टी के सांसदों और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने ग्रैंड वेलकम किया। प्रधानमंत्री मोदी जब लोगों को संबोधित कर रहे थे, तभी भीड़ में मौजूद एक सुरक्षाकर्मी बेहोश होकर गिर पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी की उस व्यक्ति पर नजर पड़ते ही फौरन अपने डॉक्टरों की टीम से उसकी देखभाल करने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री मोदी लोगों को संबोधित कर रहे थे। तभी उनकी नजर इस घटना पर पड़ी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, “उनको जरा देखो, मेरी डॉक्टरों की टीम जरा पहुंचे उनके पास। मेरे साथ जो डॉक्टर हैं जरा देख लें इनको। उनको हाथ पकड़ कर ले जाइए, बिठा दीजिए कहीं और जूते वगैरह खोल दीजिए उनका।” प्रधानमंत्री मोदी की इस संवेदनशीलता ने सबका दिल जीत लिया।

मेहसाणा में बेहोश महिला कांस्टेबल के बने मददगार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 नंबर, 2022 को गुजरात के मेहसाणा में बीजेपी की चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपना भाषण तब रोक दिया जब सुरक्षा टीम में शामिल एक महिला कांस्टेबल अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी। प्रधानमंत्री मोदी ने महिला कांस्टेबल को पानी देने और इलाज की व्यवस्था करने का फौरान निर्देश दिया। ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी को गुजराती में लोगों से महिला कांस्टेबल को पानी उपलब्ध कराने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है।

सूरत में बेहोश होकर गिरे कैमरामैन की बचाई जान 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने गुजरात दौरे पर सूरत के एक कार्यक्रम के दौरान संवेदनशीलता की मिसाल पेश की। प्रधानमंत्री मोदी 30 जनवरी, 2019 को सूरत में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल की नींव रखने के बाद उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे, तभी कार्यक्रम को कवर कर रहा एक कैमरामैन बेहोश हो गया। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी को यह बात समझ में आई, उन्होंने अपना भाषण कुछ देर के लिए रोक दिया और कैमरामैन को तुरंत एंबुलेंस से अस्पताल भेजने का आदेश दिया।  

मिदनापुर में पंडाल गिरते देख एसपीजी को सहायता का निर्देश दिया

पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में जुलाई 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली के दौरान पंडाल गिर जाने से 24 महिलाओं सहित 90 व्यक्ति घायल हो गए। रैली में पंडाल उस समय गिरा जब प्रधानमंत्री मोदी भाषण दे रहे थे। पंडाल गिरने से पहले अपना भाषण रोक कर प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को समझाया था। उन्होंने लोगों को सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोई भागा-दौड़ी मत कीजिए। नीचे उतरिए आप लोग। वीडियो में उन्हें संभाल कर उतरने और कोई ऊपर नहीं चढ़े इसके लिए कहते हुए सुना जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान पंडाल गिरते देखा, तब उन्होंने तत्काल अपने पास खड़े एसपीजी कर्मियों को लोगों को देखने और घायलों की सहायता करने का निर्देश दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अस्पताल जाकर घायलों से मिलकर उनका दर्द बांटने की कोशिश की।

पीएम मोदी की सतर्कता की वजह से कैमरामैन की बची जान

प्रधानमंत्री मोदी ने अगस्त 2016 में गुजरात के सनेसरा में महत्कांक्षी साउनी जल परियोजना का उद्घाटन किया था। बांध से पानी छोड़ने के लिए बटन दबाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी उस तरफ देख रहे थे, जहां से पानी निकलना था। तभी प्रधानमंत्री मोदी ने देखा कि वहां एक कैमरामैन खड़ा था। उन्होंने उसे वहां से हटने का इशारा किया। दूरदर्शन का कैमरामैन पानी के बहाव की दिशा को लेकर अनजान था और वह शॉट लेने में व्यस्थ था। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने इशारा किया कैमरामैन भी वहां से फौरन हट गया। लेकिन उसका कैमरा वहीं छूट गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि कैमरा ट्राइपॉड पर टिका नहीं रह सका और बह गया।

पीएम मोदी ने काफिला रुकवाकर एंबुलेंस को दिया रास्ता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूं ही लोगों के दिलों पर राज नहीं करते हैं। प्रधानमंत्री 9 नवंबर 2022 को हिमाचल प्रदेश में चुनावी रैली से पहले उन्होंने मानवता की एक और मिसाल पेश की। चांबी रैली से पहले लोग उस समय हैरान रह गए जब उन्होंने देखा कि प्रधानमंत्री मोदी का काफिला अचानक रुक गया है। दरअसल में एसपीजी सुरक्षा घेरे में होने के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी ने अपना काफिला रोक एक एंबुलेंस को रास्ता दिया। प्रधानमंत्री मोदी को जब पता चला कि उनके काफिले के कारण एक एंबुलेंस रुका हुआ है तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से अपने काफिले को रोक एंबुलेंस को आगे जाने का रास्ता दिया।

एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए PM मोदी ने रोका काफिला
गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर 2022 को एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए अपना काफिला रोक दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अहमदाबाद की सभा खत्म करके वापस लौटते वक्त अहमदाबाद से गांधीनगर के रास्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना काफिला एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए रोक दिया। एंबुलेंस के गुजर जाने के बाद ही काफिला आगे बढ़ा।

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