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फिर पकड़ा गया कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का झूठ, 1992 में नरेन्द्र मोदी की एकता यात्रा को लेकर दी थी खंडन की चुनौती

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले नौ साल के शासनकाल में कांग्रेस मुद्दा विहीन हो गई है। उसके पास सरकार की आलोचना करने के लिए कोई ठोस मुद्दा नहीं है। यहां तक कि कांग्रेस के नेता और उसके कार्यकर्ता अध्ययन और मेहनत करना भूल गए हैं। वे सरकार पर आरोप लगाने और चुनौती देने से पहले पूरी तरह होमवर्क भी नहीं करते हैं। इसलिए कांग्रेस और उसका पूरा इकोसिस्टम झूठे, बेबुनियाद और मनगढ़ंत आरोपों के आधार पर सरकार को घेरने की कोशिश करते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि उनका झूठ पकड़ा जाता है और उन्हें सार्वजनिक रूप से उपहास का पात्र बनना पड़ता है। फिर भी झूठ बोलने का उनका यह सिलसिला जारी रहता है। अब कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का झूठ पकड़ा गया है।

दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार (08 फरवरी, 2023) को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। जिसमें उन्होंने अपनी 1992 की एकता यात्रा और उस समय उनके सामने मौजूद चुनौतियों का जिक्र किया। इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्विटर पर तंज कसते हुए चुनौती दी, “मैं भी जम्मू कश्मीर यात्रा लेकर गया था – PM मोदी, यह अलग बात है कि जम्मू से कश्मीर बस के फ़र्श पर छुप कर दुबक कर पहुँचे थे। जिसके अंदर दम है – करे इसका खंडन”।

पत्रकार से राजनेता और कांग्रेस प्रवक्ता बनी सुप्रिया श्रीनेत को यह अंदाजा नहीं था कि उनका ये झूठ पकड़ा जाएगा और उसका खंडन हो जाएगा। पत्रकार सुशांत सिन्हा ने सुप्रिया श्रीनेत की चुनौती को स्वीकार किया और अपनी पाठशाला में उनके झूठ की पोल खोलते हुए जमकर क्लास लगाई। प्रमाण के साथ उन्होंने ट्वीट किया और लिखा, “कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत जी का दावा था कि नरेन्द्र मोदी जम्मू से श्रीनगर, बस के फर्श पर दुबककर छुपकर गए थे। हमारी रिसर्च में तो कुछ और ही निकला। और पाकिस्तानी चैनल भी बता रहा है। देखिए।”

सुप्रिया श्रीनेत के झूठ की पोल खुलते ही सोशल मीडिया में लोग श्रीनेत और कांग्रेस पर टूट पड़े। एक के बाद एक कई सबूत पेश किए गए। लोगों ने कहा कि झूठ फैलाकर राजनीति करना कांग्रेस का खानदानी पेशा है। ये आदत से मजबूर है। लोगों ने बताया कि आतंकवादियों की धमकी, प्रतिकूल मौसम और भूस्खलन के बावजूद नरेन्द्र मोदी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। जम्मू से आगे भूस्खलन होने की वजह से एकता यात्रा में शामिल लोगों को हेलीकॉप्टर से श्रीनगर ले जाया गया। इस दौरान कई परेशानियां आईं लेकिन एकता यात्रा अपने मकसद में कामयाब रही। 

 

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