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प्रधानमंत्री कल दिखाएंगे सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम वंदे भारत ट्रेन को झंडी, देश को मिल चुकी है 7 वंदे भारत ट्रेन

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 जनवरी, 2023 को सुबह 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सिकंदराबाद को विशाखापत्तनम से जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह भारतीय रेलवे की आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन होगी और लगभग 700 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली दो तेलुगु भाषी राज्यों तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाली पहली ट्रेन होगी। आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम, राजमुंदरी और विजयवाड़ा स्टेशनों पर और तेलंगाना में खम्मम, वारंगल और सिकंदराबाद स्टेशनों पर इसका ठहराव होगा। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया और यह ट्रेन अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है और यात्रियों को तेज, आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी के कनेक्टिविटी को तेज रफ्तार देने और इसे बढ़ाने के विजन के अनुरूप देश में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बड़ी तेजी से अपनी रफ्तार को पकड़ती जा रही है। देश की पहली सेमी हाई स्पीड स्वदेशी ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस फिलहाल 7 रूट्स पर चलती है। पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलाई गई थी। इसके बाद दिल्ली से कटरा, मुंबई से अहमदाबाद, नई दिल्ली से अम्ब अंदौरा, मैसूर से चेन्नई, नागपुर से बिलासपुर और हावड़ा- न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलती है। सरकार का लक्ष्य इस साल तक 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन करने का है।

30 दिसंबर, 2022
सातवीं वंदे भारत ट्रेन – हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी
प्रधानमंत्री मोदी ने हावड़ा रेलवे स्टेशन पर 30 दिसंबर, 2022 को हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली 7वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह अत्याधुनिक सेमी हाई-स्पीड ट्रेन सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में मालदा टाउन, बारसोई और किशनगंज स्टेशनों पर रुकेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने आजादी का अमृत महोत्सव के समारोह के दौरान 475 वंदे भारत ट्रेनें शुरू करने का संकल्प लिया था और हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के लिए रवाना होने वाली यह ट्रेन उनमें से ही एक है।

11 दिसंबर, 2022
छठी वंदे भारत ट्रेन – नागपुर-बिलासपुर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार (11 दिसंबर 2022) को देश की छठी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन नागपुर से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले तक चलेगी। नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सप्ताह में छह दिन तक चलेगी। यह यात्रा छह घंटे में पूरी होगी। इस ट्रेन का स्टॉपेज रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और गोंदिया दिया गया है। इस ट्रेन में 16 कोच हैं, जिनमें 14 चेयर कार और 2 एग्जीक्यूटीव चेयर कार दिए गए हैं। यह मध्य भारत की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है। यह ट्रेन भारत में सबसे तेज स्पीड से चलने वाली ट्रेन हैं, जो 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है। इसे 180 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे ते चलाया जा सकता है। इसके सभी कोच एसी हैं और ऑटोमेटिक गेट हैं। विमानों जैसी कई सुविधाएं दी गई है।

11 नवंबर, 2022
पांचवीं वंदे भारत ट्रेन- मैसूर-चेन्नई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 नवंबर 2022 को देश की पांचवीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह यह दक्षिण भारत में पहली वंदेभारत ट्रेन है। इस ट्रेन का ट्रायल रन चेन्नई मैसूर के बीच किया गया था। मौजूदा समय में यह देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है। इस ट्रेन में पैसेंजर्स को मनोरंजन की सुविधा भी मिलती है। दुर्घटना पर रोक लगाने के लिहाज से इस ट्रेन को सेफ्टी सिस्टम कवच से लैस किया गया है। ट्रेन में ऑटोमैटिक खुलने वाले दरवाजे और दिव्यांगो के अनुकूल शौचालय बनाए गए हैं। पांचवीं वंदे भारत ट्रेन चेन्नई से मैसूरु तक 497 किलोमीटर का डिस्टेंस कवर करेगी। यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन है और इसकी एवरेज स्पीड 74 किमी प्रति घंटा की रहेगी, जो कि चेन्नई से मैसूर तक का सफर 6 घंटे 40 मिनट में पूरा करेगी। ये ट्रेन चेन्नई से बंगलुरू और फिर वहां से मैसूर का सफर तय करेगी। इसके बीच यह Perambur, Veppampattu, Katpadi जंक्शन, Gudupalli और Malur के रूट से होती हुई जाएगी।

13 अक्टूबर, 2022
चौथी वंदे भारत ट्रेन- अंब अंदौरा-नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 अक्टूबर 2022 को देश के चौथे सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत को लॉन्च किया। पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश के ऊना में इसे हरी झंडी दिखाई। हिमाचल प्रदेश के ऊना में अंब अंदौरा रेलवे स्टेशन से दिल्ली के बीच चलने वाली यह देश की चौथी वंदे भारत ट्रेन है, जो कि पहले की तुलना में बहुत ही एडवांस फीचर्स और सिक्योरिटी से लैस है। देश की सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली-ऊना के बीच की दूरी करीब साढ़े पांच घंटे में तय करेगी। यह ट्रेन अंबाला, चंडीगढ़ और आनंदपुर साहिब स्टेशन पर ठहरेगी। बुधवार को छोड़ नई दिल्ली से यह ट्रेन अल सुबह 5:50 बजे रवाना होगी और 11:05 बजे अंब अंदौरा पहुंचेगी। वापसी दिशा में यह ट्रेन दोपहर 1 बजे अंब अंदौरा से रवाना होगी और नई दिल्ली स्टेशन पर शाम 6:25 बजे पहुंचेगी। नई वंदे भारत ट्रेन, जहां पूर्णतया वातानुकूलित है, वहीं इसमें बायो-वैक्यूम टॉयलेट, एलईडी लाइटिंग और हर सीट के नीचे चार्जिंग प्वाइंट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।

30 सितंबर, 2022
तीसरी वंदे भारत ट्रेन- गांधीनगर-मुंबई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर 2022 देश के तीसरे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। यह ट्रेन गुजरात की राजधानी गांधीनगर से अहमदाबाद, सूरत और बड़ौदा होते हुए मुंबई जाती है। वंदे भारत में आरामदायक और उन्नत रेल यात्रा अनुभव के एक नए युग की शुरुआत हुई है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस एक सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है और यह अपने पुराने रूप से भी बेहतर है। नई वंदे भारत ट्रेनों में यात्रा को सुरक्षित और अधिक आरामदायक बनाने के लिए कई बदलाव किए गए हैं। अब इसमें रिक्लाइनिंग सीट लगाई गई है। इसमें ऑटोमेटिक फायर सेंसर की व्यवस्था की गई है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। इसमें वाईफाई सुविधा के साथ ऑन-डिमांड कंटेंट की व्यवस्था है। इस अपग्रेडेड ट्रेन में तीन घंटे का बैटरी बैकअप रहेगा। पहले यह बैकअप एक घंटे का था। अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली वंदे भारत एसप्रेस सप्ताह में छह दिन चलेगी। रविवार को यह ट्रेन नहीं चलेगी। यह ट्रेन मुंबई सेंट्रल से सुबह 06.10 बजे रवाना हो कर सुह 08.50 बजे सूरत पहुंचेगी। यह ट्रेन सुबह 10.20 बड़ौदा जबकि 11.35 बजे अहमदाबाद पहुंच जाएगी। दिन में 12.40 बजे यह अपने फाइनल डेस्टिनेशन मतलब गांधीनगर कैपिटल पहुंच जाएगी।

5 अक्टूबर, 2019
दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस- नई दिल्ली- कटरा
दूसरी वंदे भारत ट्रेन का संचालन 5 अक्टूबर 2019 से किया गया। यह ट्रेन दिल्ली से माता वैष्णों देवी कटरा के बीच चलती है। वंदे भारत ट्रेन सुबह 6 बजे नई दिल्ली से चलकर, दोपहर 2 बजे कटरा पहुंच जाती है। वहीं, कटरा से यह ट्रेन दोपहर 3 बजे चलकर, रात के 11 बजे दिल्ली पहुंचती है। अंबाला कैंट, लुधियाना और जम्मू तवी स्टेशनों पर इस ट्रेन का दो-दो मिनट का ब्रेक है। यह वंदे भारत एक्सप्रेस मंगलवार को छोड़कर सभी दिन चलती है। दिल्ली-श्री वैष्णोदेवी कटरा वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेन कुल 655 किलोमीटर की दूरी तय कर कटरा पहुंचती है। बीच में यह ट्रेन तीन स्टेशनों- अम्बाला कैंट, लुधियाना और जम्मूतवी स्टेशनों पर रुकती हुई जाती है। वंदेभारत एक्‍सप्रेस में दो क्‍लास है. अगर आप इस ट्रेन में एसी चेयरकार से सफर करते हैं तो आपको 1180 रुपये प्रति यात्री किराया देना होगा. वहीं, एग्जिक्यूटिव चेयरकार से सफर करने पर किराया 2,385 रुपये प्रति यात्री है। दिल्ली-कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस कई सुविधाओं से लैस है। वंदे भारत में एग्जीक्यूटिव चेयर कार और नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयर कार कोच हैं। एग्जीक्यूटिव चेयर कार सीट्स यूरोपियन स्टाइल की हैं। इन सीट्स का स्पेशल फीचर है कि इन्हें 360 डिग्री में घुमाया जा सकता है। नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयर कार कोच की सीट 3+2 के कन्फिगरेशन में हैं। सेंटर में टेबल है, जो फोल्डेबल है। जम्मू-कश्मीर की घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने के लिए इस ट्रेन की शुरुआत की गई है। इसके शुरू होने से जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को भी फायदा होगा।

15 फरवरी, 2019
पहली वंदे भारत एक्सप्रेस- नई दिल्ली-वाराणसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली से कानपुर होते हुए वाराणसी के बीच सबसे तेज चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस रेल को 15 फरवरी 2019 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। रेल यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए उनकी सुविधा के लिए इस तेज चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को नई दिल्ली से कानपुर होते हुए वाराणसी के बीच चलाया गया है। जहां यात्रियों के नई दिल्ली से कानपुर होते हुए वाराणसी पहुंचने के लिए 12 से 13 घंटे लगते थे अब यात्रियों को वंदे भारत एक्सप्रेस से केवल 8 घंटे ही लगेंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नई दिल्ली से कानपुर होते हुए वाराणसी के बीच चलेगी, यह नई दिल्ली से सुबह 6 बजे रवाना होगी जोकि 10:18 बजे कानपुर पहुंचेगी, 12:23 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी और दोपहर 14:00 बजे तक वाराणसी पहुंच जाएगी। वहीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन वाराणसी से कानपुर होते हुए नई दिल्ली के बीच चलेगी, यह वाराणसी से 15:00 बजे रवाना होगी, जोकि 16:35 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी, 18:30 बजे कानपुर पहुंचेगी और रात 23:00 बजे तक नई दिल्ली पहुंच जाएगी। सफर के दौरान यह ट्रेन बीच में पड़ने वाले स्टेशनों पर केवल 3 मिनट के लिए ही रुकेगी।

यूपी को मिलेगी दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस
देश की पहले वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई गई थी। यूपी को अब दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिलने जा रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि नई वंदे भारत ट्रेन जल्दी ही सहारनपुर से दिल्ली ट्रैक पर दौड़ती नजर आएगी। उन्होंने बताया कि सहारनपुर से दिल्ली रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने के लिए ट्रैक को डेवलप किया जा रहा है ताकि यह ट्रेन 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा से बातें कर सके।

चालू वित्त वर्ष में 25 नई ट्रेनें चलाने की योजना
वैष्णव ने पिछली सरकार पर काम न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यूपीए वालों ने उत्तर प्रदेश सरीखे बड़े सूबे में रेल से जुड़े विकास पर ध्यान नहीं दिया। प्रदेश का बजट तब 11,09 करोड़ रुपये था, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने इसमें इजाफा कर इसे 14,761 करोड़ रुपये कर दिया। रेलवे की योजना इस फाइनेंशियल ईयर में 27 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की है।

KAVACH तकनीक से लैस है वंदे भारत ट्रेन
वंदे भारत 2.0 ट्रेनों में संचालन में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कवच (ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम) लगा हुआ है। हर कोच में चार इमरजेंसी विंडो जोड़े जाने से सुरक्षा में सुधार होगा। पहले दो के बजाय कोच के बाहर रियरव्यू कैमरों सहित चार प्लेटफॉर्म साइड कैमरे लगे हुए हैं। ट्रेन के बेहतर नियंत्रण के लिए नए कोचों में लेवल-II सेफ्टी इंटीग्रेशन सर्टिफिकेशन है। वंदे भारत 2.0 में सभी विद्युत कक्षों और शौचालयों में एरोसोल आधारित आग का पता लगाने के साथ बेहतर अग्नि सुरक्षा उपाय भी होंगे। ट्रेन में बिजली गुल होने की स्थिति में हर कोच में चार इमरजेंसी लाइटिंग भी होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि अगले तीन वर्षों के दौरान 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनों का विकास और निर्माण किया जाएगा।

इस वजह से खास है वंदे भारत ट्रेन
स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड के नाम से प्रसिद्ध यह ट्रेन 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति मात्र 52 सेकंड में प्राप्त कर लेती है। इस ट्रेन में यात्रियों की सुविधाओं के लिए स्लाइडिंग फुटस्टेप्स के साथ-साथ टच फ्री स्लाइडिंग डोर के साथ स्वचालित प्लग दरवाजे भी लगे हुए हैं। एसी की मॉनिटरिंग के लिए कोच कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम, और कंट्रोल सेन्टर व मेन्टेनेन्स स्टाफ के साथ कम्युनिकेशन एवं फीडबैक के लिए GSM/GPRS जैसी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।

दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष शौचालय
दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष शौचालय, और सामान्य यात्रियों के लिए टच-फ्री एमिनिटीस वाले बायो वैक्यूम टॉयलेट्स की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार, दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा के लिए सीटों में ब्रेल लिपि के साथ सीट संख्या उकेरी गई है ताकि ऐसे यात्री अपनी सीटों तक आसानी से पहुंच सकें। इतना ही नहीं, आधुनिक तकनीक की बात करें तो इस ट्रेन में बेहतर ट्रेन नियंत्रण प्रबंधन के लिए लेवल-II सेफ्टी इंटीग्रेशन सर्टिफिकेशन, कोच के बाहर रियर व्यू कैमरों सहित चार प्लेटफार्म साइड कैमरे, सभी कोचों में एस्पिरेशन आधारित फायर डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम और इलेक्ट्रिकल क्यूबिकल्स और शौचालयों में एरोसोल आधारित फायर डिटेक्शन एंड सप्रेस सिस्टम जैसे बेहतर अग्निशमन सुरक्षा उपाय किए गए हैं।

आयातित ट्रेन से आधी लागत में तैयार हो जाती है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन
वंदे भारत एक्सप्रेस ने भारत में यात्रा के एक नए युग की शुरुआत की है। मात्र 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली यह ट्रेन समान सुविधा वाली आयातित ट्रेन से लगभग आधी लागत में बनकर तैयार हो जाती है। प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, ट्रेन की प्रमुख प्रणालियों को भारत में डिजाइन और निर्मित किया गया है। नई वंदे भारत ट्रेनों में हवा से आने वाले कीटाणु, बैक्टीरिया और अन्य वायरस को दूर रखने के लिए कैटेलिटिक अल्ट्रावॉयलेट एयर प्यूरिफिकेशन सिस्टम लगाया गया है। यह सिस्टम नए डिजाइन में वायु शुद्धिकरण के लिए रूफ माउंटेड पैकेज यूनिट (आरएमपीयू) के तौर पर मिलेगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन सीएसआईओ, चंडीगढ़ की सिफारिश पर इस सिस्टम को आरएमपीयू के दोनों सिरों में स्थापित किया गया है। जिससे ताजी हवा और वापस आ रही हवा के माध्यम से आने वाले कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस युक्त हवा को फिल्टर और साफ किया जा सके। जिससे ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को स्वस्थ माहौल में यात्रा कर सकें।

लंबी दूरी की वंदे भारत में लगाई जाएगी स्लीपर कोच
रेल मंत्री ने कहा कि पूरे देश में आधुनिक सुविधाओं से लैस 475 वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेनें चलाई जाएंगी। रेल मंत्री ने कहा क‍ि वंदे भारत में वर्तमान में चेयर कार की व्यवस्था है जल्‍द ही इसको स्लीपर कोच से सुसज्जित किया जाएगा। स्‍लीपर कोच लगने के बाद इन ट्रेनों को लंबी दूरी तक चलाया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि इस योजना को साकार होने में करीब 13 महीने का समय लगेगा।

प्रतिदिन 12 किलोमीटर लंबा ट्रैक तैयार हो रहा
रेलवे की उपलब्धियों को लेकर अश्विनी वैष्‍णव ने कहा कि 10 साल पहले देश में एक दिन में मात्र 4 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाने का काम किया जा रहा था। अब इसे बढ़ाकर 12 किलोमीटर तक दिया गया है। यानी रेलवे प्रतिदिन 12 किलोमीटर लंबा नया ट्रैक बना रहा है। उन्‍होंने कहा कि जल्‍द ही इसे 20 किलोमीटर तक ले जाएंगे। इससे आने वाले समय में रेलवे की क्षमता का विस्तार होगा।

वेटिंग की समस्‍या से निजात पाने में जुटा रेलवे
अश्विनी वैष्‍णव ने कहा कि रेलवे ट्रेनों में वेटिंग की समस्‍या का भी समाधान करने में लगा है। ताकि रेलवे में भीड़ को कम किया जा सके। रेल मंत्री ने कहा कि छोटे स्टेशनों का एकीकृत विकास किया जाएगा। अगले 50 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर अहमदाबाद, गांधीनगर, लखनऊ के चारबाग, चेन्नई, बेंगलुरु कैंट, मदुरई सहित देश के 50 रेलवे स्टेशन के लिए केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। 45 रेलवे स्टेशनों पर काम शुरू हो चुका है।

 

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