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देश का युवा अपनी शक्ति, सोच, कौशल और इनोवेटिव आइडिया से आगे बढ़ रहा है: प्रधानमंत्री मोदी

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“भारत एक युवा राष्ट्र है, इसका अर्थ होता है कि भारत अपार महात्वाकांक्षाओं का राष्ट्र है। नव विचारों, नव आविष्कारों का राष्ट्र है। नव पथ पर चल कर सफलता तक पहुंचने को तत्पर राष्ट्र है। देश के युवा इसे सिद्ध भी कर रहे हैं, छोटे-छोटे बालक इसे सिद्ध कर रहे हैं। आज इस देश का युवा सशक्त बन रहा है, समर्थ बन रहा है। अपनी शक्ति, अपनी सोच, अपने कौशल और अपने इनोवेटिव आइडिया से वो आगे बढ़ रहा है।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को एप के माध्यम से देशभर के स्टार्ट-अप इनोवेटर्स को संबोधित किया और उनसे सीधा संवाद किया। बातचीत के दौरान तमिलनाडु, असम, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, छत्तीगढ़ समेत तमाम राज्यों के युवाओं और छात्र-छात्राओं ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने स्टार्टअप और इनोवेशन के अनुभव साझा किए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन युवा उद्यमियों ने स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से अपने कौशल को अवसर से जोड़ा है। इन लोगों ने स्वयं अपना उद्यम ही शुरू नहीं किया है बल्कि कई युवाओं को रोजगार भी दिया है। श्री मोदी ने युवाओं से कहा, “आप वो युवा हैं, जो तरक्की के रास्ते पर एक कदम आगे बढ़े और आपके एक कदम आगे बढ़ने से देश, नए भारत की ओर दो कदम आगे बढ़ा है। यह सब उस बदलते भारत की पहचान है, जहां हमारा युवा रोजगार मांगने वाला नहीं देने वाला बन रहा है।“

इनोवेटिव इंडिया को मास मूवमेंट बनाने का आह्वान
स्टार्ट अप इनोवेटर्स को संबोधित करते हुए प्रधानंत्री मोदी ने कहा कि आज हम सबके बीच इनोवेटर्स की कमी नहीं है, आइडिया की कमी नहीं है। उन्होंने अपने आसपास किसी चुनौती से निपटने के लिए इनोवेटिव हल निकालने वालों की स्टोरी पूरे देश के साथ #InnovateIndia पर साझा करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने इनोवेटिव इंडिया को एक मास मूवमेंट बनाने का आह्वान किया।

सरकार की नीतियों से छोटे शहरों से आगे आ रहे हैं युवा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत एक युवा देश है, जहां की 65 प्रतिशत जनसंख्या 35 वर्ष से कम आयु की है और यही देश की सबसे बड़ी ताकत है। सरकार का लक्ष्य है कि यह डेमोग्राफिक डिविडेंट ही भारत का ड्राइविंग फोर्स बने। पिछले 4 वर्ष में सरकार ने इसी दिशा में प्रयास किए हैं। सरकार ने युवाओं के सपनों को बल देने के लिए स्टार्ट अप इंडिया की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि पहले सिर्फ डिजिटल, टेक्नोलॉजी की चर्चा हुआ करती थी, लेकिन सरकार ने इस मानसिकता को बदला है। आज कृषि, सोशल सेक्टर, मैन्युफैक्चरिंग में स्टार्ट अप शुरू हो रहे हैं और कमाल का काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने बताया कि पहले सिर्फ टायर-1 शहरों में ही स्टार्ट अप शुरू होते थे, लेकिन अब स्थिति बदली है।

स्टार्ट अप कार्यक्रम के तहत देश के 28 राज्य और 6 केंद्र शासित प्रदेशों में करीब 419 जिलों में स्टार्ट अप शुरु हुए हैं। सबसे बड़ी बात है कि इनमें से 44 प्रतिशत स्टार्ट अप टायर-2 और टायर-3 शहरों में हैं। यानि लगभग आधे स्टार्ट अप मध्यम शहरों और गांवों में विकसित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि 45 प्रतिशत स्टार्ट अप महिलाओं द्वारा शुरू किए गए हैं। इसी का परिणाम है कि आज भारत, दुनिया में एक बहुत बड़ा स्टार्ट अप इकोसिस्टम है।

स्टार्ट अप उद्यमियों के लिए नियम सरल किए
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि सरकार ने खरीदी के नियमों को सरल किया है। पुरानी शर्तों को हटा दिया दिया है। पहले जहां स्टार्ट अप की स्टोरी शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाती थी, वहीं आज स्टार्ट अप को अपने उत्पाद बेचने के लिए ऑनलाइन मार्केट उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार ने स्टार्ट अप को GeM से जोड़ा है, आयकर में 3 साल की छूट दी गई है। सेल्फ सर्टिफिकेशन की अनुमति दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि सरकार पेटेंट की प्रक्रिया को भी सरल किया है। पहले 2013-14 में जहां 4 हजार के करीब पेटेंट रजिस्टर होते थे वहीं इस वर्ष फरवरी तक 11,500 पेटेंट रजिस्टर हुए हैं। पहले की सरकार की तुलना में तीन से चार गुना अधिक काम हो रहा है। पेटेंट फेसिलिटेटर की सुविधा उपलब्ध कराने से नए उद्यमियों को बहुत आसानी हुई है।

स्टार्ट अप इंडिया हब से हर समस्या का समाधान
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि बिजनेज प्लान से लेकर फंडिग तक की सुविधा के लिए स्टार्ट अप इंडिया हब बनाया गया है। यहां अब तक 88 हजार लोगों को सवालों का समाधान मिला है। यहां स्टार्ट अप से जुड़ी हर समस्या का समाधान मिलता है। इसके तहत एक लर्निंग प्रोग्राम भी बनाया गया है, जो आइडिया ले लेकर प्रोडक्शन यानी शुरू से लेकर अंत तक मदद करता है। श्री मोदी ने कहा कि सरकार स्टार्ट अप को सिर्फ नाम नहीं युवाओं की सोच बनाना चाहती है।

स्कूल स्तर पर इनोवेशन को बढ़ावा
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि सरकार अटल इनोवेशन मिशन के तहत देशभर में अटल इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित कर रही है। स्कूल स्तर से ही इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब स्थापित किए जा रहे हैं। देशभर में करीब 2500 अटल टिंकरिंग लैब्स बनाए जा रहे हैं, जहां कक्षा 6 से 12वीं तक के छात्रों पर फोकस किया जाता है। इन लैब्स में छात्र अपने शिक्षक के साथ मिलकर आप-पास की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश करते हैं। सरकार का प्रयास है कि हर स्कूल में साइंस लैब की तरह अटल टिंकरिंग लैब का निर्माण हो।

प्रधानमंत्री ने सुनी युवाओं की सफलता की कहानी
प्रधानमंत्री से संवाद के दौरान कई युवाओं ने अपने स्टार्ट अप की सफलता की कहानी साझा की। देहरादून की स्वाति ने बताया कि उन्होंने एक ऐसी मेडिकल डिवाइस बनाई है जो पीरियड के दौरान महिलाओं को होने वाले दर्द से निजात दिलाएगी, इससे दर्द निवारक दवाओं पर निर्भरता कम होगी। देहरादून के ही रजत जैन ने बताया कि उन्होंने विश्व की सबसे छोटी ईसीजी मशीन विकसित की है। उत्तराखंड के ही सिद्धार्थ ने बताया कि वो अपने स्टार्ट अप के तहत किसानों से एग्रो वेस्ट खरीदते हैं और उससे एंजाइम बनाते हैं, जो पॉल्ट्री, कैटल और फिशरीज सेक्टर में उत्पादकता बढ़ाने में काम आता है। इससे किसानों की आय बढ़ी है।

बैंगलुरु के अरुण चंदू ने बताया कि वो अपने स्टार्टअप के तहत ह्यूमन टिशू बनाना का काम कर रहे हैं। देशभर में हर वर्ष 2 लाख लोगों को कॉर्निया ट्रांसप्लांट की जरूरत होती है, लेकिन मिलते सिर्फ 20 हजार हैं। अरुण चंदू ने बताया कि वो कुछ अस्पतालों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और जल्द ही इसे कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने राजस्थान के वनस्थली विद्या पीठ के युवाओं की सफलता की कहानी भी सुनी। छत्तीसगढ़ के राहुल सिंघल को पीएम मोदी ने राज्य के हैंडिक्राफ्ट बनाने वाले आदिवासियों को विश्व स्तर पर अपने उत्पाद बेचने के लिए एक मोबाइल एप बनाने का सुझाव दिया। संवाद के दौरान कई स्कूलों के छात्रों ने अटल टिंकरिंग लैब में किए गए इनोवशन के बारे में भी बताया। प्रधानमंत्री ने सभी के इनोवेशन को सराहा।

 

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