Home नरेंद्र मोदी विशेष आतंक के सरपरस्तों को डंके की चोट पर कह दिया, अब उनके...

आतंक के सरपरस्तों को डंके की चोट पर कह दिया, अब उनके पास सुधरने के अलावा कोई चारा नहीं- प्रधानमंत्री मोदी

SHARE

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए देश एकमन हो रहा है। मध्यप्रदेश के धार में मंगलवार को विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आतंक से लड़ने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। रैली के दौरान पीएम ने सरकार की उपलब्धियों और जनसाधारण के लिए किए जा रहे कार्यों का लेखाजोखा भी जनता के सामने रखा।     

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत ने आतंकवादियों और आतंक के सरपरस्तों को डंके की चोट पर कह दिया है कि अब उनके पास सुधरने के अलावा कोई चारा नहीं है। फिर भी नहीं सुधरेंगे तो क्या होगा, ये भी उन्हें बता दिया गया है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर किए गए एयर सर्जिकल स्ट्राइक का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे समय, जब सारी दुनिया ने कह दिया कि हिन्दुस्तान के लिए यही मार्ग था, दुर्भाग्य है कि कुछ ऐसे लोग हैं, जिनको ऐसा नहीं लगता है। कुछ नेता वीर जवानों के सामर्थ्य पर सवाल उठा रहे हैं।” पीएम मोदी ने कहा कि कड़े से कड़ा और बड़े से बड़ा फैसला और फैसला लेने का हौसला तब आता है, जब राष्ट्रहित सर्वोपरि हो। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए व्यक्ति से बड़ा दल और दल से बड़ा देश है। देश की सुरक्षा हो या गरीब का कल्याण, हर क्षेत्र में हमारी सरकार पूरी ईमानदारी से काम कर रही है। गरीबों को पांच लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाली दुनिया की सबसे बड़ी ‘आयुष्मान योजना’ हमारी सरकार ने लागू की है। देश के इतिहास में पहली बार हर गरीब को मुफ्त गैस सिलिंडर देने की योजना देश के कोने-कोने में पहुंच चुकी है। देश के इतिहास में गरीब परिवारों को अपना शौचालय देने के लिए हमने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ शुरू किया। हर गरीब को बैंक से जोड़ने वाली जनधन योजना हमने शुरू की। देश के इतिहास में श्रमिकों के लिए सबसे बड़ी योजना की शुरुआत की गई है। आज अहमदाबाद में एक बहुत बड़ी योजना को लागू कर किया गया है, जिसका नाम है- प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना। लगभग 42 करोड़ मजदूरों को इस योजना का लाभ मिलेगा। योजना से जुड़ने वाले कामगारों को साठ वर्ष की उम्र के बाद पेंशन मिलेगा। हर महीने तीन हजार रुपये का पेंशन मिलेगा। मेरे मजदूर साथियों को औसतन 100 रुपये का अंशदान देना होगा। जितना अंशदान वे देंगे, उतना ही सरकार भी देगी। आज योजना के पहले दिन ही 14 लाख बहन-भाई इससे जुड़ चुके हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दो हफ्ते में सरकार ने दूसरी बड़ी योजना लागू की है। 24 फरवरी को किसानों के लिए सबसे बड़ी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई थी। देश भर के लगभग 12 करोड़ किसान परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा। हर चार महीने बाद, हर फसल से पहले उन्हें आर्थिक सहायता मिल जाएगी। हर वर्ष 75 हजार करोड़ रुपया सीधा बैंक खातों में जमा होंगे। छोटे किसान बीज, खाद,चारा, कीटनाशक जैसी आवश्यकताओं को पूरा कर सकेंगे। करोड़ों किसान परिवारों को इस योजना की पहली किस्त उनके खाते में भेजी जा चुकी है, लेकिन मध्यप्रदेश की सरकार ने अभी तक लाभार्थी किसानों की सूची केंद्र के पास भेजी ही नहीं है।     पीएम मोदी ने कहा कि इंदौर दाहोद रेल लाइन का भूमिपूजन 2008 में किया गया था, उसे हमारी सरकार अब पूरा कर रही है। भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश और धार के विकास के लिए लगातार काम किया है। धार, छोटा उदयपुर रेल प्रोजेक्ट पर भी तेजी से काम चल रहा है। धार को दो-दो नेशनल हाइवे से जोड़ने का काम भी हमारी सरकार ने किया है। कई सिंचाई परियोजनाओं पर भी शिवराज जी की सरकार ने काम शुरू किया। इससे यहां के अनेक परिवारों को पानी की सुविधा मिलने वाली है। यहां जो एसपीडीए सेंटर बना है, उसकी मंजूरी भी अटल जी की ही सरकार ने दी थी, जिसके कारण अनेक प्रतिभाशाली खिलाड़ी देश का नाम रोशन कर रहे हैं। हमारी सरकार ने आदिवासियों के हितों को हमेशा सर्वोपरि रखा है। जंगल की उपज की बेहतर कीमत के लिए वनधन योजना शुरू की गई है। वन उपज पर समर्थन मूल्य में तीन बार बढ़ोतरी की गई है। बांस के कानून में भी बदलाव किया गया है। धार की चित्रकला मशहूर रही है। यहां के उत्पादों को बड़ा बाजार मिले, इसके लिए काम किया जा रहा है। आदिवासी इलाकों में कौशल विकास से लेकर रोजगार के क्षेत्र में काम किया जा रहा है। बीस हजार से ज्यादा आबादी वाले क्षेत्रों में एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जा रहे हैं। आदिवासी नायकों और स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में स्मारक बनाए जा रहे हैं।   

पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान धार को मां नर्मदा और जनजातीय नायकों की भूमि बताते हुए राजा भोज, क्रांतिवीर चंद्रशेखर आजाद और कुशाभाऊ ठाकरे जैसे महापुरुषों का स्मरण किया। 

Leave a Reply