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पीएम मोदी ने बाइडेन को दिए सनातन संस्कृति से जुड़े खास गिफ्ट! उपनिषद, ताम्रपत्र, दस दानराशि और दृष्टसहस्रचंद्रो

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका की राजकीय यात्रा के दूसरे चरण में वाशिंगटन पहुंचे और राष्‍ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्‍ट लेडी जिल बाइडेन से मुलाकात की। इस दौरान जो बाइडेन ने उनका भव्‍य स्‍वागत किया। अमेरिका की प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडेन को पीएम मोदी ने उपहार स्‍वरूप लैब में विकसित 7.5 कैरेट का हरे रंग का हीरा दिया। पीएम मोदी ने इस अवसर पर राष्‍ट्रपति जो बाइडेन को सनातन संस्कृति से जुड़े खास गिफ्ट दिए। इसमें भगवान गणेश की मूर्ति, उपनिषद, ताम्रपत्र, दस दानराशि और सहस्र चंद्र दर्शन प्रमुख रूप से शामिल हैं। दृष्टसहस्रचंद्रो (सहस्र चंद्र दर्शन) का बाइडेन की उम्र से खास कनेक्शन है और यह उनके लिए अनमोल तोहफा है। सहस्र चंद्र दर्शनम का अर्थ है 1000 पूर्ण चंद्रमाओं को देखना। दरअसल 80 साल 8 महीने जीवित रहने पर कोई भी व्यक्ति 1000 पूर्ण चंद्रमा देख लेता है और बाइडेन 80 साल 7 महीने के हो चुके हैं। सहस्र चंद्र दर्शनम में सतभिषेकम के लिए पूजा सामग्री रखी गई है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ‘द टेन प्रिंसिपल उपनिषद’ के पहले संस्करण की एक प्रति राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार में दी है।

पीएम मोदी ने जो बाइडन को दिया अनमोल गिफ्ट- दृष्टसहस्रचंद्रो
हिंदू परंपराओं में सहस्त्र पूर्ण चंद्रोदयन के मौके पर दस अलग-अलग तरह की वस्तुओं को दान करने की परंपरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें चंदन की लकड़ी के डिब्बे में दस चीजें दी हैं, जो कि सहस्र चंद्र दर्शनम की पूजा में इस्तेमाल होती है। ये सारे गिफ्ट मैसूर से मंगवाए गए चंदन की लड़की के डिब्बे में हैं। अंदर 10 चांदी की छोटी डिब्बियां हैं। इसके अलावा भगवान गणेश की मूर्ति और दीया भी तोहफे के तौर पर दिया गया है। इसे जयपुर के एक मास्टर शिल्पकार द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है। इस पर मैसूर से प्राप्त चंदन में जटिल रूप से नक्काशीदार वनस्पतियों और जीवों के पैटर्न हैं।


1000 पूर्ण चंद्रमा देखने वाले के लिए आयोजित होता है सतभिषेकम
सहस्र चंद्र दर्शनम का मतलब एक हजार चंद्रमाओं को देखना है। 1000 पूर्ण चंद्रमा देखने वाले के लिए सतभिषेकम आयोजित किया जाता है। एक साल में 12 पूर्ण चंद्रमा होते हैं। इस हिसाब से 80 साल में एक व्यक्ति 960 पूर्ण चंद्रामा को देख सकता है। इसके अलावा हर पांच साल में दो अतिरिक्त पूर्णिमा भी आती हैं। इस तरह से एक 80 साल का व्यक्ति 992 पूर्ण चंद्रमा देखता है। साथ ही 80 साल 8 महीने जीवित रहने वाला व्यक्ति 1000 पूर्ण चंद्रमा के दर्शन कर लेता है।

पीएम मोदी ने बाइडेन को उपहार में दिए दस दान राशि
पीएम मोदी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार में दिए गए बॉक्स में दस दान राशि हैं- गौदान (गाय का दान) के लिए गाय के स्थान पर पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा एक हस्तनिर्मित चांदी का नारियल दिया गया है। भूदान (भूमि का दान) के लिए भूमि के स्थान पर मैसूर, कर्नाटक से प्राप्त चंदन का एक सुगंधित टुकड़ा दिया गया है। तिलदान (तिल के बीज का दान) के लिए तमिलनाडु से लाए गए तिल या सफेद तिल के बीज हैं। राजस्थान में हस्तनिर्मित 24K शुद्ध और हॉलमार्क वाला सोने का सिक्का हिरण्यदान (सोने का दान) के रूप में दिया गया है।

चंदन की लकड़ी के बॉक्स में भगवान गणेश की मूर्ति भेंट की   
सनातन संस्कृति में किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले सभी देवताओं में सबसे पहले भगवान गणेश की जाती है। चंदन की लकड़ी के बॉक्स में भगवान गणेश की मूर्ति है। इस मूर्ति को कोलकाता के पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के एक परिवार द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है। बॉक्स में एक दीया (तेल का दीपक) भी है. इस चांदी के दीये को भी कोलकाता में पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के परिवार के कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित किया गया है।

पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति को भेंट किए ‘द टेन प्रिंसिपल उपनिषद’
पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्‍ट्रपति को एक ऐतिहासिक चीज भी उपहार में दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने लंदन के फेबर एंड फेबर लिमिटेड द्वारा प्रकाशित और यूनिवर्सिटी प्रेस ग्लासगो में मुद्रित पुस्तक ‘द टेन प्रिंसिपल उपनिषद’ के पहले संस्करण की एक प्रति राष्ट्रपति जो बाइडेन को उपहार में दी है। साल 1937 में, WB येट्स ने श्री पुरोहित स्वामी के साथ सह-लेखक, भारतीय उपनिषदों का एक अंग्रेजी अनुवाद प्रकाशित किया था। दोनों लेखकों के बीच अनुवाद और सहयोग पूरे 1930 के दशक में हुआ और यह येट्स के अंतिम कार्यों में से एक था। लंदन के मेसर्स फेबर एंड फेबर लिमिटेड द्वारा प्रकाशित और यूनिवर्सिटी प्रेस ग्लासगो में मुद्रित इस पुस्तक के पहले संस्करण की एक प्रति, ‘द टेन प्रिंसिपल उपनिषद’, पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रपति बाइडेन को उपहार में दी गई है।

पंजाब का घी और महाराष्ट्र का गुड़ भी भेंट किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को पंजाब का घी, झारखंड में हाथ से बुना हुआ तसर रेशम का कपड़ा, उत्तराखंड से लंबे दाने वाला चावल और महाराष्ट्र का गुड़ भी भेंट किया।

पीएम मोदी ने जिल बाइडेन को 7.5 कैरेट का हीरा गिफ्ट किया
अमेरिका की प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडेन को पीएम मोदी ने उपहार स्‍वरूप लैब में विकसित 7.5 कैरेट का हरे रंग का हीरा दिया। यह हीरा पृथ्वी से खोदे गए हीरों के रासायनिक और ऑप्टिकल गुणों को दर्शाता है। हीरा पर्यावरण के अनुकूल भी है, क्योंकि इसके निर्माण में सौर और पवन ऊर्जा जैसे पर्यावरण-विविध संसाधनों का उपयोग किया गया है।

पीएम मोदी ने बाइडेन को दिए सनातन संस्कृति से जुड़े गिफ्ट
अज्यदान: पंजाब में तैयार किया गया घी, जिसे अज्यदान (घी का दान) के लिए चढ़ाया जाता है।
गुड़दानः महाराष्ट्र में तैयार किया गया गुड़ दिया गया जिसे गुड़दान (गुड़ का दान) के लिए प्रयोग किया जाता है।
धान्यदानः उत्तराखंड से प्राप्त लंबे दाने वाला चावल, जिसे धान्यदान (अनाज का दान) के लिए चढ़ाया जाता है।
हिरण्यदानः राजस्थान में हस्तनिर्मित, यह 24K शुद्ध और हॉलमार्क वाला सोने का सिक्का, जिसे हिरण्यदान (सोने का दान) लिए दिया जाता है।
लवणदानः गुजरात में तैयार नमक (नमक का दान), जो लवणदान के लिए दिया जाता है।
रौप्यदानः एक बॉक्स में 99.5 प्रतिशत शुद्ध और हॉलमार्क वाला चांदी का सिक्का भी है जिसे राजस्थान के कारीगरों द्वारा सौंदर्यपूर्ण ढंग से तैयार किया गया है और इसे रौप्यदान (चांदी का दान) के रूप में दिया किया जाता है।
तिलदानः तमिलनाडु के तिल (तिल के बीज का दान) दिए जिसमें तिलदान के तहत सफेद तिल के बीज चढ़ाए जाते हैं।
भूदानः मैसूर, कर्नाटक से प्राप्त चंदन का एक सुगंधित टुकड़ा भूदान (भूमि का दान) के लिए दिया गया जो भूदान के लिए के लिए जमीन पर चढ़ाया जाता है।
गौदानः पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित चांदी का नारियल दिया गया जिसे गौदान (गाय का दान, गौदान) के लिए गाय के स्थान पर चढ़ाया जाता है।
भगवान गणेश की मूर्तिः बॉक्स में भगवान गणेश की मूर्ति और दिया है। भगवान जिन्हें बाधाओं का विनाशक माना जाता है और किसी भी कार्य शुरू करने से पहले सभी देवताओं में सबसे पहले इनकी पूजा की जाती है। गणेश की यह चांदी की मूर्ति और चांदी का दिया कोलकाता के पांचवीं पीढ़ी के चांदी कारीगरों के एक परिवार द्वारा हस्तनिर्मित की गई है। 
ताम्र-पत्रः उत्तर प्रदेश में निर्मित तांबे की प्लेट, जिसे ताम्र-पत्र भी कहा जाता है। इस पर एक श्लोक अंकित है. प्राचीन काल में ताम्र-पत्र का व्यापक रूप से लेखन और रिकार्ड रखने के माध्यम के रूप में उपयोग किया जाता था।

बाइडेन ने पीएम मोदी को खास किताब और विंटेज कैमरा भेंट किया
राष्ट्रपति बाइडेन की ओर से पीएम मोदी को प्राचीन अमेरिकी पुस्तक गैली भेंट की गई। यह 20वीं सदी की शुरुआत की एक हस्तनिर्मित पुस्तक है। इसके साथ ही एक विंटेज अमेरिकी कैमरा भी गिफ्ट किया। कैमरे के साथ जॉर्ज ईस्टमैन के पहले कोडक कैमरे के पेटेंट का एक अभिलेखीय प्रिंट और अमेरिकी वन्यजीव फोटोग्राफी की एक किताब भी है। वहीं जिल बाइडेन ने पीएम मोदी को एक किताब ‘कलेक्टेड पोयम्स ऑफ रॉबर्ट फ्रॉस्ट’ का प्रथम संस्करण गिफ्ट किया।

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