आर्थिक बदहाली से दो-चार हो रहे पाकिस्तान को अपना एयरस्पेस बंद करने से अरबों का नुकसान झेलना पड़ा है। पाकिस्तानी वेबसाइट DAWN के अनुसार एयरस्पेस बंद करने से पाकिस्तान को करीब साढ़े आठ अरब रुपये का नुकसान हुआ है। पाकिस्तान के विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने गुरुवार को बताया कि पाकिस्तानी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAA) को 8.5 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यह हमारे विमानन उद्योग के लिए एक बड़ा नुकसान है, लेकिन भारत को भी नुकसान हुआ है और दोनों तरफ से सामंजस्य बनाए रखने की जरूरत है।
एयरस्पेस बंद करने के फैसले से पाकिस्तान में आंतरिक विमान सेवा ने काम नहीं किया। विमान सेवाओं के प्रभावित होने से स्थानीय हवाई यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे पाकिस्तानी विमान कंपनियों को भारी नुकसान हुआ। इसके साथ ही, पाकिस्तान को एयरस्पेस इस्तेमाल करने के लिए निर्धारित फीस से भी हाथ धोना पड़ा।
पाकिस्तान ने 15 जुलाई को खोला एयरस्पेस
पाकिस्तान ने 139 दिन बंद रखने के बाद 15 जुलाई को रात 12.41 बजे अपना एयरस्पेस खोल दिया। अब हवाई क्षेत्र खुलने के बाद विमानों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है। पाकिस्तान के नागरिक विमानन प्राधिकरण ने एयरमैन (NOTAM) को नोटिस जारी कर कहा कि “तत्काल प्रभाव से पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र सभी प्रकार के नागरिक उड़ान के लिए खोल दिया गया है।
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद किया था बंद
पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों पर एयर स्ट्राइक की थी। इस एयर स्ट्राइक में सैकड़ों आतंकी मारे गए थे। भारत फिर एयरस्ट्राइक ना कर दे, इस डर से पाकिस्तान ने 27 फरवरी को अपने हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने पर रोक लगा दी गई थी। एयरस्पेस बंद होने के बाद से यूरोप और खाड़ी देशों की ओर जाने वाली सभी फ्लाइट अरब सागर के ऊपर से जा रही थी।