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कोरोना संकट: विश्व के अन्य देशों से भारत की स्थिति बेहतर, 8 हजार से कम लोगों की होगी मौत

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कांग्रेस के सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार पर लॉकडाउन में ढील देने का झूठा आरोप लगा रहे हैं,हालांकि इससे पहले वो खुद कह चुके हैं कि लॉकडाउन समस्या का समाधान नहीं है और अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे खोलने की जरूरत है। उधर, देश के प्रमुख जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ जी वी एस  मूर्ति ने दावा दिया है कि भारत में कोरोना से 8,000 से कम लोगों की मौत होगी यानि अमेरिका, इटली, फ्रांस, स्पेन और ब्राजील जैसे देशों की तुलना में भारत में कोरोना से मौत की संख्या काफी रहेगी।

मीडिया में छपी खबर के मुताबिक भारतीय जन स्वास्थ्य संस्थान (हैदराबाद) के निदेशक प्रोफेसर मूर्ति ने कहा कि अगर मानक दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन किया गया और अस्पताल में सुविधाएं प्रर्याप्त रहीं तो कोविड-19 से 7500- 8000 से कम ही लोगों की जान जाएगी।

बता दें कि देश में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 4,167 हो गई है, जबकि कोरोना से संक्रिमत लोगों की संख्या 1,45,380 पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अभी तक करीब 41.61 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। कुल 4,617 मृतकों में से सबसे अधिक 1,695 लोगों की जान महाराष्ट्र मे गई है। 

कोरोना मृत्यू दर में गिरावट 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर में दर में कमी आई है। यह 3.3 फीसदी से घटकर 2.87 फीसदी रह गई है। साथ ही मरीजों के स्वस्थ होने की दर में भी लगातार सुधार हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के अनुसार अप्रैल में कोरोना की मृत्यु दर 3.3 थी जो मई के आरंभ में 3.43 फीसदी तक पहुंच गई थी। लेकिन अब यह कम होकर 2.87 फीसदी रह गई है। यह वैश्विक स्तर औसत 6.4 फीसदी से कम है। कई देशों में यह दर 19 फीसदी तक है। उन्होंने कहा कि समय पर रोगियों की पहचान उपचार से ही यह संभव हुआ है।

मरीजों के ठीक होने की दर 41.41 फीसदी

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के अनुसार लॉकडाउन से पहले देश में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 7.1 फीसदी थी जो अब 41.61 फीसदी हो गई है। अब तक देश में 60, 491 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों से भारत में रोगियों के स्वस्थ होने की दर बेहतर है। आकंड़ा का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया में प्रति दस लाख की आबादी पर 4.5 मौतें हुई हैं,जबकि भारत में यह 0.3 फीसदी है। अमेरिका में 81,2, स्पेन में 61.5, ब्रिटेन में 55.3 तथा फ्रांस में 42.3 फीसदी है। 

कोरोना से मरने वालों की संख्या 3.50 लाख से अधिक

दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ कर 57 लाख हो गए हैं, वहीं इस वायरस से मरने वालों की संख्या 3.52 लाख से अधिक हो गई है। अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की तादाद 1 लाख के पार पहुंच गई है जबकि संक्रमितो की संख्या 17 लाख से ज्यादा हो गई है। ब्रिटेन में कोरोना ने 37,048 जानें ली हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित देशों में शीर्ष पर अमेरिका, ब्राजील दूसरे और रूस तीसरे स्थान पर है।

इसके अलावा आपको बता दें कि कोरोना से जंग में प्रधानमंत्री मोदी सबसे आगे हैं लोकप्रियता के मामले में दुनिया के तमाम बड़े नेता उनके काफी पीछे है। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना संकट के दौरान जिस प्रकार से देश की 130 करोड़ जनता की रक्षा करते हुए पूरी दुनिया के लिए मदद के हाथ बढ़ाए हैं, उसने उन्हें दुनिया का सबसे लोकप्रिय और शीर्ष नेता बना दिया है। अमेरिकी रिसर्च एजेंसी मॉर्निग कंसल्ट द्वारा 7 जनवरी से 19 मई के बीच कराए गए तमाम सर्वे में सामने आया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 82 अंकों के साथ वर्ल्ड लीडर्स में पहले पायदान पर बने हुए हैं। मॉर्निग कंसल्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी की रेटिंग इस हफ्ते 76 से बढ़कर 82 प्रतिशत हो गई है।

लिस्ट में दस राष्ट्राध्यक्षों की रैंकिंग
अमेरिकी डाटा रिसर्च कंपनी मॉर्निंग कंसल्ट ने अपने सर्वे में दुनिया के सभी प्रमुख लोकतांत्रिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों की लोकप्रियता को आंका है। इसमें ये पता लगाने की कोशिश की गई है कि किस देश के राष्ट्राध्यक्ष ने कोविड-19 से लड़ने के लिए किस तरह के फैसले लिए और कदम उठाए हैं। रिसर्च में 10 देशों के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के नाम हैं। इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मैक्सिको के राष्ट्रपति एंद्रेस मैनुएल लोपेज ओब्राडोर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो, अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे शामिल हैं। रिसर्च में प्रधानमंत्री मोदी पहले नंबर पर हैं। दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन हैं और तीसरे नंबर पर कनाडा के प्रधानमंत्री है। इस लिस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सातवें स्थान पर हैं।

कोरोना संकटकाल में पीएम मोदी की सक्रियता अभूतपूर्व
प्रधानमंत्री मोदी की रेटिंग में सुधार की वजह कोरोना वायरस से निपटने को लेकर उनकी तैयारी है। उन्होंने 25 मार्च को देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी जिसे और बढ़ाया गया। वहीं, उन्होंने वैश्विक नेताओं को महामारी से निपटने में एकजुट करने की भी कोशिश की। सार्क देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक हो या फिर जी-20 देशों की बैठक कराने के लिए की जाने वाली पहल। इन सभी वजहों ने ही मोदी की लोकप्रियता में इजाफा किया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने जरूरी दवाइयों के निर्यात से प्रतिबंध हटाते हुए मदद की पहल की है जिसे दुनियाभर के देशों ने स्वीकारा भी है।

न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी माना प्रधानमंत्री मोदी का लोहा
कोरोना वायरस से निपटने में मोदी सरकार के कदमों की सराहना अमेरिकी मीडिया ने भी की है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने तारीफ करते हुए कहा कि संकट के समय पूरा भारत प्रधानमंत्री मोदी के पीछे खड़ा है। अखबार ने लिखा है कि भारत में कई समस्याएं हैं लेकिन संकट के इस दौर में भारत प्रधानमंत्री मोदी के पीछे खड़ा हो गया है। अखबार ने यह भी लिखा है कि हाल के सर्वे में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता पहले से ज्यादा बढ़ी है। यह लोकप्रियता बढ़कर 80 से 90 प्रतिशत के बीच हो गई है। उनकी तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से होती है, लेकिन कोरोना संकट से प्रधानमंत्री मोदी इन दोनों नेताओं की तुलना में ज्यादा प्रभावी ढंग से निपटे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि कोरोना वायरस के फैलने से प्रधानमंत्री मोदी कई मोर्चों पर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. लेकिन देश की जनता ने इस दौर में उनकी बातों को माना।

TIMES NOW सर्वे में 71 प्रतिशत मिली रेटिंग
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जहां तक भारत की बात है तो देश के लोगों को कोविड-19 के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी की रणनीति खूब पंसद आ रही है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उठाए गए कदमों से देश के ज्यादातर लोग खुश हैं। इसका खुलासा TIMES NOW और ORMAX Media के एक सर्वे में हुआ है। TIMES NOW ने यह सर्वे देश के 6 मेट्रो सिटीज दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई में किया।

प्रधानमंत्री मोदी के काम को मिली 71 प्रतिशत रेटिंग
इस सर्वे में प्रधानमंत्री मोदी के काम को लोगों ने 71 प्रतिशत रेटिंग दी। दिल्ली में सबसे ज्यादा 86 प्रतिशत, मुंबई में 79 प्रतिशत, कोलकाता में 59 प्रतिशत, बेंगलुरु में 69 प्रतिशत, हैदराबाद में 74 प्रतिशत और चेन्नई में 51 प्रतिशत रेटिंग मिली है।

प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता में बढ़ोतरी 
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता भी बढ़ी है। अप्रैल 2019 में उनकी लोकप्रियता 7.1 प्रतिशत थी, जो मई 2020 में बढ़कर 7.9 प्रतिशत हो गई।

इप्सॉस इंडिया के सर्वे में मिली 87 प्रतिशत की रेटिंग
इससे पहले हाल ही में बहुराष्ट्रीय बाजार शोध फर्म इप्सॉस की ओर से शहरों में सर्वे किया गया था, जिसके के अनुसार कोरोना संकट से निपटने के लिए मोदी सरकार के तरीके को 87 प्रतिशत लोगों ने हाई रेटिंग दी। इप्सॉस इंडिया के सीईओ अमित अडारकर के अनुसार मोदी सरकार ने काफी पहले टोटल लॉकडाउन लागू किया और कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए कई साहसिक उपाए किए। सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने इस महामारी से निपटने के सरकार के तरीके की प्रशंसा की। 23 से 26 अप्रैल के बीच किए गए इस सर्वे में 13 देशों के लगभग 26,000 लोगों से बातचीत की गई। 13 देशों में से नौ देशों में ज्यादातर लोगों ने कहा कि उनकी सरकार कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए अच्छा काम कर रही है।

आईएएनएस-सीवोटर का सर्वे : देशवासियों का बढ़ा भरोसा
कोरोना संकट काल में देशवासियों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भरोसा और मजबूत हुआ है। देश भर में किए गए आईएएनएस-सीवोटर के सर्वे के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी में देशवासियों का विश्वास स्तर बढ़कर तीन चौथाई से अधिक 76.3 प्रतिशत हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी की इस रेटिंग में सन 2018 की 58.6 प्रतिशत तुलना में इस साल बड़ी ही तेजी से बढ़ोतरी हुई है। साल 2018 में सिर्फ 42.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर बेहद भरोसा दिखाया था, जबकि साल 2020 में 69.8 प्रतिशत लोगों ने यह राय जाहिर की है, यानी कि कुल मिलाकर इसमें 27.5 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई है।

पूरा देश और विश्व एक सुर में कर रहा पीएम मोदी की प्रशंसा : गैलप सर्वे
देश के स्तर पर हो या फिर वैश्विक स्तर पर, अंतरराष्ट्रीय स्तर के सर्वे में शायद पहली बार किसी प्रधानमंत्री के फैसले और उनके नेतृत्व वाली सरकार के काम को इतनी प्रशंसा मिली हो। वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जहां देश की 91 प्रतिशत जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की एक सुर में सराहना कर रही है वहीं कोरोना पर लगाम लगाने के लिए पूरे देश में दो फेज के संपूर्ण लॉकडाउन के निर्णय का 97 प्रतिशत लोग प्रशंसा कर रहे हैं। देश से लेकर पूरी दुनिया के 28 देशों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए एक सर्वे से यह खुलासा हुआ है। यह सर्वे स्विट्जरलैंट के पोलिंग संगठन गैलअप इंटरनेशनल एसोसिएशन ने कराया। उसके मुताबिक, भारत की 91% जनता का मानना है कि नरेंद्र मोदी सरकार कोरोना महामारी में बहुत अच्छा काम कर रही है। इतना अच्छा काम करने के बाद भी कुछ लोग हैं जो अभी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने से बाज नहीं आते, लेकिन उनकी संख्या सिर्फ 7% है। देश में 2% ऐसे लोग भी हैं जो इस संदर्भ में कुछ कहने को तैयार नहीं हैं।

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