लोकतंत्र में चुनाव सत्ता के परिवर्तन का माध्यम है, जो जंग के मौदान में सेनाओं के बीच लड़े जाने वाले किसी युद्ध से कम नहीं है। इस युद्ध में विचारों और परसेप्शन का संघर्ष होता है। सूचना क्रांति ने सोशल मीडिया पर इस संघर्ष को एक नया रुप दिया है। आज सोशल मीडिया पर हर क्षण और हर दिन विचारों और परसेप्शन को लेकर युद्ध होता रहता है। इस युद्ध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राहुल गांधी की तुलना में हर दिन बाहुबली साबित होते हैं। यह युद्ध सीधे नेताओं के बीच में नहीं होता है बल्कि उनके समर्थकों के बीच में सोशल मीडिया पर लड़ा जाता है।
आइए आपको आंकड़ों के जरिए बताते हैं कि कैसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हर रोज राहुल गांधी की तुलना में बाहुबली साबित होते हैं।
Twitter पर पीएम मोदी के राहुल से पांच गुना अधिक फॉलोअर्स
सोशल मीडिया के Twitter प्लेटफार्म पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 4 करोड़ 50 लाख फॉलोअर्स हैं। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मात्र 82 लाख फॉलोअर्स हैं। इस तरह से Twitter पर फॉलोअर्स की संख्या के मामले में प्रधानमंत्री मोदी के फॉलोअर्स की संख्या राहुल गांधी के फॉलोवर्स की संख्या से पांच गुना अधिक है।
Facebook पर प्रधानमंत्री मोदी के बीस गुना अधिक फॉलोअर्स
सोशल मीडिया के एक दूसरे प्लेटफार्म Facebook पर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बीस गुना आगे हैं। Facebook पर प्रधानमंत्री मोदी के 4 करोड़ 50 लाख फैंस हैं तो राहुल गांधी के मात्र 30 लाख फैंस हैं। इस तरह से Facebook पर फैंस की संख्या के मामले भी प्रधानमंत्री मोदी बाहुबली हैं।Instagram पर प्रधानमंत्री मोदी के 33 गुना अधिक फॉलोअर्स
सोशल मीडिया तस्वीरों और विडियो के लिए सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले Instagram पर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चाहने वालों की संख्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से तैंतीस गुना अधिक है। Instagram प्लेटफार्म पर प्रधानमंत्री मोदी के 1 करोड़ 64 लाख फॉलोवर्स हैं जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मात्र 4 लाख 96 हजार ही फॉलोअर्स हैं।
प्रधानमंत्री के Tweets को हर रोज पांच गुना अधिक Like, Comments या Retweet मिलते हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के Twitter पर फॉलोअर्स की संख्या अधिक तो है ही साथ में उनका अपने फॉलोअर्स के साथ बातचीत का सिलसिला भी लगातार बना रहता है। 24 दिसंबर, 2018 से 31 दिसंबर, 2018 तक Twitter के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि प्रधानमंत्री मोदी के Tweets को हर रोज 1 लाख 60 हजार लोग लाइक, कमेंट या रिट्वीट करते हैं। जबकि राहुल गांधी के Tweets को मात्र 29 हजार लोग लाइक,कमेंट या रिट्वीट करते हैं। फॉलोअर्स के बीच होने वाले इस संवाद को यदि एक हफ्ते के दैरान देखा जाए तो आंकड़े बताते हैं कि एक हफ्ते में प्रधानमंत्री मोदी के Tweets को 12 लाख लोग लाइक, कमेंट या रिट्वीट करते हैं, वहीं राहुल गांधी के Tweets एक हफ्ते में मात्र 2 लाख 33 हजार लोग फॉलोअर्स लाइक, कमेंट या रिट्वीट करते हैं। इस तरह से राहुल गांधी की तुलना में प्रधानमंत्री मोदी के Tweets पर पांच गुना अधिक प्रतिक्रियाएं आती हैंप्रधानमंत्री के Facebook Post को हर रोज तीन गुना अधिक Like, Comments या Share मिलते हैं
Facebook के 31 दिसंबर, 2018 से 07 जनवरी, 2019 के एक हफ्ते का आंकड़ा बताता है कि प्रधानमंत्री मोदी के एक पोस्ट को तीन गुना अधिक फैंस ने लाइक, कमेंट या शेयर किया। हर रोज प्रधानमंत्री मोदी के फेसबुक के पोस्ट को एक दिन में 80,588 बार लाइक, कमेंट या शेयर किया जाता है, जबकि राहुल गांधी के पोस्ट को एक दिन में 25,513 बार लाइक,कमेंट या शेयर किया जाता है। जबकि एक हफ्ते में प्रधानमंत्री मोदी के एक पोस्ट को 6 लाख 44 हजार लाइक, कमेंट या शेयर किए जाता है तो राहुल गांधी के पोस्ट को 2 लाख 4 हजार बार लाइक कमेंट या शेयर किया जाता हैं। इस तरह से Facebook पर प्रधानमंत्री के पोस्ट पर राहुल गांधी की तुलना में तीन गुना अधिक प्रतिक्रियाएं आती हैं।
प्रधानमंत्री को Google पर सबसे अधिक सर्च किया जाता है
प्रधानमंत्री मोदी के जनसमर्थन का अंदाजा इस Google के इस आंकड़े से लगाया जा सकता है कि सबसे अधिक प्रधानमंत्री मोदी को Google पर सर्च किया जाता है। 16 मई, 2014 को लोकसभा के परिणाम घोषित होने से आज तक के Google के आंकड़ों का विश्लेषण यह तथ्य स्पष्ट करता है। नीली लाइन प्रधानमंत्री मोदी के बारे में सर्च किए गए आंकड़े हैं और लाल लाइन राहुल गांधी के बारे में सर्च किए गए आंकड़े हैं।पिछले साढ़े चार वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गूगल पर सबसे अधिक सर्च किया गया। प्रधानमंत्री मोदी के बारे में जानने वालों की संख्या में बीच-बीच में बढ़ोतरी होती रही है, जबकि राहुल गांधी के बारे में जानने वालों की संख्या नहीं बढ़ी है।
लोकसभा चुनाव के पहले सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह से जनमानस पर छाए हैं, उससे स्पष्ट होता है कि देश की जनता एक बार फिर उन्हें देश के प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है।