पश्चिम बंगाल में ‘जय श्री राम’ बोलने पर लोगों को जेल भेजने के बाद अब ममता बनर्जी ने पुलिस के जरिए बजरंग बली भक्तों को भी निशाना बना लिया है। दरअसल सार्वजनिक जगहों पर नमाज अता करने पर पाबंदी की मॉंग को लेकर बीते कुछ हफ्तों से हर मंगलवार को भाजयुमो के कार्यकर्ता शहर के हनुमान मंदिर के पास की सड़क पर सार्वजनिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं। इसमें स्थानीय लोगों खासकर, बच्चों और महिलाओं की भी अच्छी-खासी भागीदारी देखने को मिल रही है।
West Bengal: A clash broke out between devotes including members of Bharatiya Janata Yuva Morcha (BJYM) & police at Dobson Road in Howrah. A member of BJYM says, “like every Tuesday even today we were reciting Hanuman Chalisa. Suddenly the police came&started beating&abusing us.” pic.twitter.com/H5QSzcVEaM
— ANI (@ANI) July 16, 2019
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पाठ कर रहे लोगों के साथ पुलिस ने की मारपीट
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। बड़ी संख्या में हनुमान भक्त जुटे और सड़क किनारे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। लोगों ने बताया कि जब हम हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे तब अचानक पुलिस आई और गालियाँ देने लगी, साथ ही हमारे साथ मारपीट भी की गई।
क्या है विवाद की जड़
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि ममता बनर्जी की सरकार बनने के बाद से जुमे की नमाज के कारण जीटी रोड और अन्य मुख्य सड़कें बंद हो जाती है। इस कारण मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं और लोग समय से दफ्तर नहीं पहुँच पाते। जब तक इस पर पाबंदी नहीं लगती, हम सभी हनुमान मंदिर के करीब हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
वहीं, सड़क पर नमाज से न केवल आम लोगों को परेशानी होती है, बल्कि यह प्रशासन के लिए भी बड़ा सिरदर्द है। बीते साल मद्रास हाईकोर्ट ने भी कहा था कि प्रार्थना के लिए सार्वजनिक जगहों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।