आज आतंकवाद विरोधी दिवस है। इस समय पूरी दुनिया कोरोना की महामारी से लड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान और उसके इशारे पर चलने वाले आतंकी संगठन जम्मू-कश्मरी में लोगों की जिंदगी बर्बाद करने की साजिश करने में लगे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों की वजह से उनकी सारी साजिशें नाकाम हो रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जहां सेना ने दो सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों और उसके संरक्षक पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है, वहीं जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट चलाकर आतंकियों का लगभग सफाया कर दिया है।
आइए एक नजर डालते हैं प्रधानमंत्री मोदी की उन नीतियों और कदमों पर, जिनकी वजह से आज जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अंतिम सांसें ले रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की आतंकवाद विरोधी नीति
- आतंकवाद के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस की नीति”
- आतंकी और उनके संगठनों के सफाए की रणनीति
- पहले मुख्यधारा में शामिल हों, फिर अपनी बात रखें
- बातचीत और आतंकवाद दोनों साथ-साथ नहीं
- पाकिस्तान को अलग-थलग करने की नीति
- संविधान के दायरे में रहकर ही मांगों पर विचार
- आतंक के खिलाफ देश के भीतर और बाहर सख्त एक्शन
आतंक पर कानूनी शिकंजा
- गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन विधेयक, 2019 पारित किया गया।
- इसमें आतंकवाद से जुड़े व्यक्ति को आतंकवादी घोषित करने का प्रावधान किया गया।
- इसमें आतंकी अपराधों की तेजी से जांच और अभियोजन की सुविधा प्रदान की गई।
- डीजी एनआईए को आतंकवाद से जुड़ी संपत्ति को जब्त करने का अधिकार दिया गया।
आतंक पर प्रहार
- 26 फरवरी, 2019 की रात को वायुसेना के 12 मिराज विमानों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों पर बमबारी की।
- इस हमले में बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद के आतंकी कैंप तबाह हुए। 200 से 300 आतंकी मारे गए।
- 29 सितंबर, 2016 की रात को भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया।
- भारतीय सेना ने पीओके में आठ आतंकी लॉन्च पैड को तबाह कर 38 आतंकियों को मार गिराया।
- सेना ने सितंबर 2017 में म्यांमार सीमा पर एनएससीएन (के) के खिलाफ कार्रवाई कर कई उग्रवादियों को मार गिराया।
- मार्च 2019 में मसूद अजहर, हाफिज सईद, जकी-उर-रहमान लखवी और दाउद इब्राहिम को आतंकवादी घोषित किया गया।
- एनआईए ने पाकिस्तान के जमात-उद-दावा व लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
- हुर्रियत, हिजबुल मुजाहिदीन और दुख्तरान-ए-मिल्लत जैसे संगठनों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई।
- जेकेएलएफ (यासीन गुट) और जमात-ए-इस्लामी (जेएंडके) को गैर कानूनी संगठन घोषित किया गया।
- जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश अथवा जमात-उल-मुजाहिदीन भारत पर प्रतिबंध लगाया गया।
- मई 2019 में मोदी सरकार ने लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) पर लगे प्रतिबंध को पांच साल और बढ़ाया।
- जून 2018 में गृह मंत्रालय ने जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के लिए दो महिला बटालियन बनाने की मजूरी दी।
सेना को खुली छूट
- मोदी सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ तीव्र और सख्त कार्रवाई करने के लिए सेना को खुली छूट दी।
- आतंकियों को जिंदा पकड़ने की बाध्यता खत्म कर ‘खोजो और मारो’ (कार्डन एंड सर्च) ऑपरेशन ‘कासो’ चलाया गया।
- आतंकियों के खिलाफ ‘आबादी में घेरो, जंगल में मारो’ की दूसरी रणनीति अपनायी गई।
- दक्षिण कश्मीर में बुरहान वानी गैंग को खत्म करने के लिए ऑपरेशन ‘जैकबूट’ चलाया गया।
- घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा पर सेना की बहुस्तरीय तैनाती, बाड़ लगाने और खुफिया तंत्र की मजबूती का काम किया गया।
- घुसपैठ रोकने के लिए सीमा पर इलेक्ट्रिक फेंसिंग की गई, जो काफी महत्वपूर्ण साबित हो रही है।
ऑपरेशन ऑल आउट
- जनवरी 2017 में शुरू किए गए ऑपरेशन ऑल आउट से आतंकियों के हौसले पस्त हो चुके हैं।
- 2014 – 3 मई, 2020 तक जम्मू-कश्मीर में 1054 आतंकियों को मार गिराया गया।
साल | आतंकी मारे गए | |
2014 | 110 | |
2015 | 108 | |
2016 | 150 | |
2017 | 213 | |
2018 | 257 | |
2019 | 152 | |
जनवरी-मई 2020 | 64 |
मारे गए प्रमुख आतंकियों की सूची-
- बुरहान मुजफ्फर वानी, हिजबुल मुजाहिदीन
- अबू दुजाना, लश्कर ए तैयबा कमांडर
- बशीर लश्करी, लश्कर ए तैयबा
- सब्जार अहमद बट्ट, हिजबुल मुजाहिदीन
- जुनैद मट्टू, लश्कर ए तैयबा
- सजाद अहमद गिलकर, लश्क ए तैयबा
- आशिक हुसैन बट्ट, हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर
- अबू हाफिज, लश्कर ए तैयबा
- तारिक पंडित, हिजबुल मुजाहिदीन
- यासीन इट्टू, हिजबुल मुजाहिदीन
- अबू इस्माइल, लश्कर ए तैयबा
- ओसामा जांगवी, लश्कर ए तैयबा
- ओवैद, लश्कर ए तैयबा
- मुफ्ती विकास, जैश ए मोहम्मद
- समीर टाइगर, हिजबुल मुजाहिदीन
- मन्नान वानी, हिजबुल मुजाहिदीन
- सब्जार अहमद सोफी, हिजबुल मुजाहिदीन
- गाजी रशीद, जैश कमांडर
- रियाज नायकू, कमांडर, हिजबुल मुजाहिदीन
मददगारों पर सख्ती
- मोदी सरकार ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त के डिनर में अलगाववादी नेताओं को न्योता देने के मामले में आपत्ति जतायी।
- एनआईए अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार कर टेरर फंडिंग रोकने और इसके नेटवर्क को ध्वस्त करने में लगी है।
- मोदी सरकार ने घाटी के 18 हुर्रियत नेताओं और 160 राजनीतिज्ञों को दी गई सुरक्षा वापस ली।
- मोदी सरकार ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं के काले कारनामों को जनता के सामने लाने की रणनीति अपनायी।
- ईडी ने हाफिज सईद की 14 संपत्तियों को जप्त किया। वित्तीय मदद करने के आरोप में जहूर वताली गिरफ्तार हुआ।
- ब्रिटिश सरकार ने भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी दाऊद इब्राहिम की करोड़ों की संपत्ति जब्त की।
- पीएम मोदी के कहने पर UAE ने भी दाऊद की 15 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की।
- आतंकी संगठनों को मदद पहुंचाने के कारण पाकिस्तान के हबीब बैंक के न्यूयॉर्क स्थित ऑफिस को बंद किया गया।
पत्थरबाजों पर नकेल
- सेना को आतंकियों पर एक्शन के साथ पत्थरबाजों के खिलाफ एक्शन की भी छूट दी गई।
- कश्मीर घाटी में अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने के बाद से पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आई हैं।
- 2016 में पत्थरबाजी की 2600 से ज्यादा घटनाएं हुई थीं, जो दिसंबर 2019 में घटकर 544 हो गयीं।
- 2017 से पहले हर रोज पत्थरबाजी की 40 से 50 घटनाएं होती थीं ।
- नोटबंदी और टेरर फंडिंग मामले में एनआईए की कार्रवाई की वजह से पत्थरबाजी की घटनाएं काफी कम हो गईं।
साल | पत्थरबाजी की घटनाएं |
2016 | 2653 |
2017 | 1412 |
2018 | 1458 |
2019 | 544 |