मोदी सरकार ने कहा था कि नए भारत में खालिस्तान का समर्थन करने वालों और भारत विरोधियों को करारा जवाब मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में जिस तरह सनातन संस्कृति का गौरव बढ़ा है उससे दुनियाभर में देश का मान, सम्मान और कद बढ़ा है। इससे देशवासी भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पीएम मोदी ने जी-20 में सनातन मंत्र से विश्व कल्याण का मार्ग दिखाया तो मेहमानों को सनातन संस्कृति के दर्शन भी कराए। सनातन संस्कृति के मूल में विश्व कल्याण है तो यह भी है कि ”जब जब होई धरम की हानि, बारहि असुर अधम अभिमानी। तब तब धर प्रभु विविध शरीरा, हरहि दयानिधि सज्जन पीड़ा।” अर्थात जब-जब इस धरती पर धर्म की हानि होगी, असुरों और अधर्मियों का अन्याय धरती पर बढ़ जाएगा, तब-तब प्रभु अलग अलग रूपों में अवतार लेकर सज्जनों को उन अधर्मियों के अन्याय से मुक्ति दिलाएंगे। रामायण की ये चौपाई आज चरितार्थ हो रही है और सनातन संस्कृति भारत का कवच बन रही है। विदेशी धरती पर भारत विरोधी एक-एक कर मारे जा रहे हैं। कौन मार रहा है, कैसे मर रहे हैं, यह भी रहस्य बना हुआ है। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्र्डो ने अमेरिका की शह पर भारत को बदनाम करने के लिए खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारतीय एजेंट का हाथ होने की बात तो कह दी लेकिन अब तक वह कोई सबूत पेश नहीं कर पाए हैं। सबूत छोड़िए, कनाडा पुलिस अब तक इस मामले में किसी संदिग्ध को नहीं पकड़ पाई है, कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, अदालत में कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है।
2023 में अब तक 10 भारत विरोधी आतंकवादी विदेशों में ढेर
कनाडा न केवल खालिस्तानी समर्थकों को आश्रय देता आया है बल्कि उनकी ढाल भी बनता रहा है। हालांकि खालिस्तान का समर्थन करने वाले और भारत के खिलाफ जहर उगलने वालों का हश्र बुरा ही हुआ है। आज जस्टिन ट्रूडो का भी वही हाल हो रहा है। पिछले कुछ महीनों में विदेशी धरती पर भारत विरोधी हरदीप सिंह निज्जर, अवतार सिंह खांडा, परमजीत पंजवार, रिपुदमन सिंह मलिक, हरविंदर रिंडा, सुखदूल सिंह, हैप्पी संघेड़ा के साथ ही अबू कासिम, जहूर मिस्त्री, अब्दुल सलाम भुट्टावी, सैयद नूर, एजाज अहमद, खालिद रजा, बशीर अहमद जैसे आतंकियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई। निज्जर की मौत के करीब तीन महीने बाद 21 सितंबर को कनाडा में बंबीहा गैंग की जिम्मेदारी संभाल रहे सुक्खा दुनिके की हत्या हो गई। वर्ष 2023 में अब तक 10 भारत विरोधी आतंकवादियों की विदेशों में हत्या हो चुकी है। वहीं 2022 में चार भारत विरोधी आतंकवादी मारे गए थे।
ये नया भारत है, एक-एक कर मरते जा रहे खालिस्तानी
पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह भारत का कद बढ़ता जा रहा है वह विदेशी ताकतों को पसंद नहीं आ रहा है। इसीलिए वे तरह-तरह के प्रपंच कर भारत को बदनाम करने, उसकी विकास की रफ्तार को रोकने के षडयंत्र में जुटे हैं। बीते कुछ समय से खालिस्तानी आतंकवादी दोबारा एक्टिव होते नजर आ रहे हैं, इसके पीछे भी इन्हीं विदेशी ताकतों का हाथ है जो भारत को अस्थिर कर विकास की पटरी से उतारना चाहते हैं। बीते दिनों में कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थकों ने अपनी आवाज को बुलंद किया है। लेकिन यह नया भारत है, भारत के दुश्मन जहां कहीं भी हो उसका खत्म होना निश्चित है, चाहे वे कहीं भी छिपे हों। एक तरह से ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाकर भारत के सामर्थ्य को दुनिया के सामने रख दिया है कि अब भारत देश के दुश्मनों को दूसरे देशों में भी ढूंढ़कर निपटाने में सक्षम है।
⚡ Pakistan: Designated Terrorist Kamaluddin Saeed, son of UN-designated and Bharat’s most wanted terrorist Hafiz Saeed has been kidnapped by ‘Unknown People’.
Kamaluddin was taken away from Peshawar by some unknown person in a car- Sources (RUMINT)
Looks like ‘Unknown… pic.twitter.com/m889tdGYOD
— Arun Pudur (@arunpudur) September 27, 2023
हाफिज सईद का बेटा कमालुद्दीन सईद लापता, आईएसआई में हड़कंप
इस बीच 27 सितंबर को खबर आई कि भारत मोस्ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद का बेटा कमालुद्दीन सईद लापता हो गया है। यह अभी स्पष्ट नहीं हैं कि वह लापता है या अगवा किया गया है। हाफिज सईद के बेटे के गायब होने के बाद आतंकी संगठनों और आईएसआई में हड़कंप मच गया है। कमालुद्दीन सईद की तलाशी के लिए आईएसआई ने जमीन आसमान एक कर दिए हैं। पाकिस्तानी एजेंसियों में हड़कंप इसलिए भी मचा है, क्योंकि पिछले दिनों कई वांटेड आतंकियों की हत्या की गई है, जिसमें भारत के भगोड़े खालिस्तानी आतंकी भी शामिल हैं। पिछले साल हाफिज सईद के घर के पास बम धमाका भी हुआ था और पाकिस्तानी एजेंसियों ने दावा किया था कि हाफिज सईद को मारने की कोशिश की गई थी।
मोस्ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद का बेटा पेशावर से गायब
भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद का बेटा लापता है या उसे अगवा कर लिया गया है। बताया जाता है कि हाफिज सईद का बेटा कमालुद्दीन सईद 26 सिंतबर की शाम से लापता है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है उसका अब तक कोई सुराग नहीं मिल रहा है। बताया जा रहा है कि उसे अज्ञात लोग अपने साथ ले गए हैं। कमालुद्दीन सईद को पेशावर से कुछ अज्ञात कार सवार ले गए हैं। ISI अभी भी उसका पता लगाने में सफल नहीं हुई है और उसका कोई सुराग नहीं है। इस घटना के बाद आईएसआई और अन्य पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन सदमे में हैं।
BIG BREAKING NEWS – Kamaluddin Saeed, one of the son of India’s most wanted terrorist Hafiz Saeed, is missing since yesterday 🔥🔥
Kamaluddin Saeed is taken by some unknown Car riders from Peshawar. ISI still has not succeeded in tracing him & has no clues.
ISI & other Pakistan… pic.twitter.com/gXWR8iqtsg— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) September 27, 2023
संयुक्त राष्ट्र में आतंकी हाफिज के बेटे के लिए ढाल बना चीन
चीन ने मुंबई हमले को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के बेटे हाफिज तलहा सईद को संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधित किए जाने के प्रस्ताव को 20 अक्टूबर 2022 को रोक दिया था। इस प्रस्ताव को अमेरिका और भारत ने संयुक्त रूप से पेश किया था। चीन ने मात्र दो दिनों के अंदर दूसरी बार पाकिस्तान में रह रहे आतंकियों को एक वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के भारत और अमेरिका के प्रस्ताव को रोका। इससे पहले चीन ने लश्कर के ही एक आतंकी शाहिद महमूद को भी वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के प्रस्ताव को ब्लॉक कर दिया था।
हाफिज सईद का बेटा हाफिज तलहा सईद है कुख्यात आतंकी
लश्कर संस्थापक हाफिज सईद का बेटा हाफिज तलहा सईद एक कुख्यात आतंकी है और पाकिस्तान में रहकर वह अपनी आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता है। तलहा सईद 46 साल का है और उसके खिलाफ भारत के गृह मंत्रालय ने अप्रैल महीने में एक नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें कहा गया था कि हाफिज तलहा सईद बड़े पैमाने पर आतंकियों की भर्ती करने, फंड इकट्ठा करने और भारत तथा अफगानिस्तान में भारतीय हितों के खिलाफ आतंकी हमले करने की योजना बनाने और उसे अंजाम देने की पूरी प्रक्रिया में शामिल था। तलहा सईद अपने पिता के ‘कैद’ में जाने के बाद से ही पूरे पाकिस्तान में लश्कर के सभी ठिकानों पर सक्रिय रूप से जाता रहता था। इन जगहों पर वह भारत, इजरायल, अमेरिका और पश्चिमी देशों में भारतीय हितों के खिलाफ जिहाद के लिए तकरीर करता था। हाफिज तलहा सईद लश्कर का एक वरिष्ठ नेता है और इस आतंकी संगठन के धर्मगुरुओं की शाखा का प्रमुख है।
पिछले कुछ समय में भारत विरोधी कई आतंकवादी विदेशी धरती पर मारे गए हैं। उस पर एक नजर-
21 सितंबर 2023
कनाडा में खालिस्तानी आतंकी सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके मारा गया
गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की कनाडा के विन्निपेग में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वह कई अपराधों में वांटेड था और 2017 में पंजाब से कनाडा भाग गया था। सुक्खा खालिस्तान समर्थक ताकतों के साथ जुड़ गया था। सुक्खा दविंदर बंबीहा गैंग का गैंगस्टर था और पंजाब के मोगा का रहने वाला था। कनाडा के विन्निपेग में अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता में उसकी हत्या हुई है। दुनेके पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में देविंदर बंबीहा गिरोह को संचालित करता था, फाइनेंस जुटाता था और मजबूत कर रहा था। वह फर्जी पासपोर्ट पर 2017 में कनाडा भाग गया था। उसके खिलाफ पंजाब और आसपास के राज्यों में हत्या और अन्य जघन्य अपराधों के 20 से अधिक मामले दर्ज थे।
8 सितंबर 2023
हाफिज सईद के करीबी आतंकवादी अबू कासिम ढेर
पाकिस्तान में भारत विरोधी कुख्यात आतंकियों की शामत आ चुकी है। पाकिस्तान वैसे तो खुद ही कभी अपने पाले आतंकियों के हमलों का सामना कर रहा है। वहीं भारत विरोधी आतंकियों की भी जान जा रही है। इन आतंकवादियों की हत्या अज्ञात बंदूकधारी कर रहे हैं। जिनकी खोज पाकिस्तान पुलिस अब तक नहीं कर पाई है। 8 सितंबर 2023 को इन्हीं अज्ञात बंदूकधारियों ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) सरगना हाफिज सईद के करीबी माने जाने वाले आतंकवादी अबू कासिम को मार गिराया। अबू कासिम को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के रावलकोट में एक मस्जिद के अंदर गोली मारी गई। अबू कासिम कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार था। वह जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ कई हाई प्रोफाइल हमलों में शामिल था। इतना ही नहीं, वह पीओके से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को लॉन्च पैड के जरिए जम्मू और कश्मीर में दाखिल कराता था। वह उन आतंकवादियों के रहने, खाने-पीने और पैसों का इंतजाम भी करता था। कासिम स्थानीय युवाओं को लश्कर में भर्ती करने के काम में भी शामिल था। उसे इसके लिए पाकिस्तान से पैसे मिलते थे। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां काफी समय से अबू कासिम की तलाश कर रही थीं।
18 जून 2023
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर कनाडा में मारा गया
कुख्यात खालिस्तानी आतंकी और 10 लाख रुपये का इनामी हरदीप सिंह निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में 18 जून 2023 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के सरी स्थित गुरुनानक सिख गुरुद्वारा के पास दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी। निज्जर इस गुरुद्वारे का संचालन करने वाली कमेटी का प्रधान भी था। भारत सरकार ने हरदीप सिंह निज्जर को डेजिग्नेटिड टेरेरिस्ट यानी आतंकवादी घोषित किया था। वहीं कुछ महीने पूर्व निज्जर के दो सहयोगियों को फिलीपींस और मलेशिया से गिरफ्तार किया गया था। हरदीप सिंह निज्जर पुत्र पियारा सिंह मूल रूप से वीपीओ भरसिंहपुर, थाना, फिल्लौर, जिला जालंधर का निवासी था।
15 जून 2023
ब्रिटेन में खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के अवतार सिंह खांडा की मौत
ब्रिटेन में रह रहे खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के चीफ अवतार सिंह खांडा की 15 जून 2023 को मौत हो गई है। आशंका जताई जा रही थी कि उसे जहर दिया गया है। अवतार सिंह ने ही लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमला कराया था। ब्रिटेन के बर्मिंघम शहर के एक अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया था। अवतार सिंह के बारे में कहा जाता है कि उसने ही जेल में बंद खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को तैयार किया था और बाद में उसे वारिस पंजाब दे के नेता के रूप में पंजाब भेजा था। वारिस पंजाब दे का गठन दीप सिद्धू ने किया था। अवतार सिंह को ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग के झंडे को उतारने के आरोप में लंदन पुलिस ने अरेस्ट किया था। खांडा ने सिख युवाओं को बम बनाने और आईईडी के इस्तेमाल की ट्रेनिंग दी थी।
30 मई 2023
लश्कर के टॉप कमांडर अब्दुल सलाम भुट्टावी की मौत
30 मई 2023 को लश्कर के टॉप कमांडर अब्दुल सलाम भुट्टावी की मौत हो गई। भुट्टावी ने 2008 के मुंबई हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी थी। वह लंब समय से पाकिस्तान की जेल में टेरर फाइनेंसिंग मामले में सजा काट रहा था। अब्दुल सलाम भुट्टावी ने 2002 और 2008 में हाफिज सईद की गिरफ्तारी के बाद लश्कर-ए-तैयबा का कार्यवाहक प्रमुख के तौर पर काम किया था। भुट्टावी की पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शेखपुरा जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
7 मई 2023
लाहौर में खालिस्तान कमांडो फोर्स के परमजीत सिंह पंजवड़ की हत्या
पाकिस्तान के लाहौर में आतंकवादी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स के सरगना परमजीत सिंह पंजवड़ की 7 मई 2023 को हत्या हो गई। अज्ञात हमलावरों ने पंजवड़ के घर में घुसकर गोलियां मारी और मौके से फरार हो गए। इस हमले में परमजीत सिंह पंजवड़ की मौके पर ही मौत हो गई। परमजीत सिंह पंजवड़ 1990 से ही पाकिस्तान में मलिक सरदार सिंह के नाम से छिपा हुआ था। पंजवड़ सीमा पार से भारत में अवैध हथियारों और ड्रग्स की सप्लाई का रैकेट चलाता था। उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का संरक्षण प्राप्त था। आईएसआई पंजवड़ का इस्तेमाल पंजाब प्रांत में खालिस्तानी अलगाववाद को बढ़ाने और आतंकी वारदातों को अंजाम देने में करती थी। उसने 30 जून 1999 में चंडीगढ़ पासपोर्ट कार्यालय के पास बम ब्लास्ट कराया था। परमजीत सिंह पंजाब में तरनतारन जिले के झब्बाल गांव का रहने वाला था।
5 मार्च 2023
आतंकी सैयद नूर शालोबार की पाकिस्तान में दिनदहाड़े हत्या
पाकिस्तान में भारत के खिलाफ आतंकी हमले करने के एक और दोषी को अज्ञात लोगों ने गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया है। घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बारा में 5 मार्च 2023 को हुई। यहां कुछ लोगों ने आतंकी कमांडर सैयद नूर शालोबार को कई गोलियां मारीं। इससे सैयद नूर शालोबार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पाकिस्तान में छिपे बैठे आतंक के आकाओं में इन घटनाओं से हड़कंप मचा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अपने पाले-पोसे आतंकी आकाओं की सुरक्षा भी बढ़ाई है।
22 फरवरी 2023
हिजबुल आतंकी बशीर मीर की रावलपिंडी में हत्या
पाकिस्तान के रावलपिंडी में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के टॉप कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम की अज्ञात हमलावरों ने 22 फरवरी 2023 को गोली मारकर हत्या कर दी। बशीर कश्मीर में आतंकवाद के लिए युवाओं को जुटाने और उन्हें हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुका है। बशीर मीर पीओके से आतंकी शिविरों और लॉन्च पैड्स का समन्वय कर रहा था और लेपा सेक्टर में लंबे समय से सक्रिय था। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का रहने वाला बशीर पीर 15 साल से अधिक समय से पाकिस्तान में रह रहा था। पीर नियंत्रण रेखा के जरिए जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों को भेजने की गतिविधियों में शामिल था। बशीर मीर को हिजबुल मुजाहिदीन चीफ सैयद सलाहुद्दीन का करीबी माना जाता था।
22 फरवरी 2023
एजाज अहमद अहंगर की काबुल में हत्या
आतंक की किताब कहे जाने वाला एजाज अहमद अहंगर की 22 फरवरी, 2023 को अफगानिस्तान के काबुल में हत्या कर दी गई। भारत में इस्लामिक स्टेट (आईएस) को फिर से शुरू करने में जुटा एजाज अल कायदा के भी संपर्क में था। 1996 में कश्मीर की जेल से छूटने के बाद वह पाकिस्तान भाग गया और फिर वहां से अफगानिस्तान चला गया। भारत सरकार ने उसे मोस्ट वांटेड आतंकी की सूची में रखा था। अहंगर का जन्म 1974 में श्रीनगर के नवाकदल में हुआ था। उसका अल-कायदा और अन्य वैश्विक आतंकी संगठनों से निकट संबंध था।
19 नवंबर 2022
पाकिस्तान में ड्रग्स ओवरडोज से आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा की मौत
पाकिस्तान के लाहौर में रह रहे खतरनाक आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा की 19 नवंबर 2022 को मौत हो गई। मोस्ट वांटेड आतंकी की मौत ड्रग्स ओवरडोज की वजह से हुई। हरविंदर सिंह रिंदा पंजाब में हत्याओं और आतंकवाद को बढ़ाने की साजिश रचने वाला मुख्य आतंकवादी था। गैंगस्टर से आतंकी बना रिंदा आईएसआई (ISI) का पिट्ठू था। हरविंदर सिंह रिंदा पंजाब के तरन तारन का रहने वाला था। वह फेक पासपोर्ट के जरिए नेपाल होते हुए पाकिस्तान पहुंचा था। उसे सितंबर साल 2011 में तरन तारन में एक युवक की मौत के मामले में उम्रकैद की सजा हुई थी। उस पर साल 2014 में पटियाला सेंट्रल जेल के अधिकारियों पर हमला करने का भी आरोप था। इसके अलावा अप्रैल 2016 में चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पर भी रिंदा ने गोलियां चलाई थीं।
19 नवंबर 2022
खालिस्तानी आतंकी हैप्पी संगेड़ा की फ्रांस में हत्या
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर पंजाब का माहौल बिगाडऩे वाले आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के साथी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी संगेड़ा की 19 नवंबर 2022 को फ्रांस में हत्या कर दी गई। कनाडा में रहने वाले आतंकी लखबीर सिंह लंडा ने हैप्पी को मरवाने के लिए 15 दिन पहले रंगदारी दी थी, जिसके बाद वह इटली से फ्रांस भाग गया था। फिरोजपुर जिले के थाना मक्खू के गांव बस्ती वाला निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी संगेड़ा ने करीब 2 वर्ष पहले हरिके पत्तन निवासी सतपाल पाला बूह पर गोलियां चलाई थीं। इस मामले में थाना जीरा में हैप्पी संगेड़ा के खिलाफ इरादतन हत्या का मामला दर्ज है। इसके बाद हैप्पी संगेड़ा फर्जी पासपोर्ट पर इटली चला गया था। इटली में रहते हुए हैप्पी संगेड़ा ने अपना नैटवर्क कनाडा में रहते आतंकी लखबीर सिंह लंडा के साथ कायम कर लिया था। लखबीर सिंह लंडा की ओर से तरनतारन और पट्टी क्षेत्र के व्यापारियों को धमकाकर रंगदारी लेने के लिए हैप्पी संगेड़ा को प्रयोग किया जाता था। हैप्पी संगेड़ा तरनतारन जिले में जहां अपना नैटवर्क काफी मजबूत कर चुका था। लखबीर सिंह लंडा द्वारा हैप्पी संगेड़ा की हत्या करवाने के लिए दो सप्ताह पहले ही साजिश रची गई थी, जिसका पता चलते ही हैप्पी संगेड़ा इटली से फ्रांस भाग गया था।
15 जुलाई 2022
कनिष्क बम विस्फोट में आरोपी रहे रिपुदमन मलिक की कनाडा में गोली मारकर हत्या
साल 1985 के कनिष्क बम विस्फोट मामले में बरी बिजनेसमैन और पंजाबी मूल के कनाडाई सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक की 15 जुलाई 2022 को कनाडा के सरे इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनकी हत्या उस समय हुई, जब वह अपनी कार में सवार होकर जा रहे थे। रास्ते में बाइक सवार युवकों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया। हत्यारे एक कार में आए थे। कार को कुछ दूरी पर खड़ी कर फिर बाइक पर सवार हुए थे। हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने कार को आग के हवाले कर दिया। रिपुदमन सिंह कनाडा के एक सफल कारोबारी के साथ-साथ सिख संस्थाओं के प्रतिनिधि भी थे। उन पर एयर इंडिया के विमान को अगवा कर विस्फोट करने का मामला चला था। यह घटना साल 1985 की है। मांट्रियल से नई दिल्ली आ रहे विमान में विस्फोट हो गया था। इस घटना में 329 यात्रियों की मौत हो गई थी। इस मामले में 2005 तक रिपुदमन सिंह कनाडा की जेल में बंद रहे और बाद में उनको बरी किया गया था। रिपुदमन सिंह पहले खालिस्तान हिमायती थे लेकिन बाद में उनकी विचारधारा बदल गई थी। अंतिम समय तक वह सिख समुदाय के लोगों को अलगावादी नेताओं से दूर रहने के लिए प्रेरित करते थे।
1 मार्च 2022
कंधार विमान अपहरण में शामिल आतंकी जहूर मिस्त्री की कराची में हत्या
खूंखार आतंकवादी और आईसी-814 अपहरणकर्ता जहूर मिस्त्री उर्फ जाहिद अखुंद की कराची में हत्या कर दी गई। वह 1999 में आईसी-814 के पांच अपहरणकर्ताओं में से एक था। उसकी हत्या 1 मार्च 2022 को हुई। मिस्त्री पिछले कई सालों से जाहिद अखुंद बनकर फर्जी पहचान के साथ कराची में रह रहा था। अखुंद क्रिसेंट फर्नीचर का मालिक था जो कराची में अख्तर कॉलोनी के भीतर था। रिपोर्ट के मुताबिक, दो हथियारबंद मोटरसाइकिल सवार उस इलाके की रेकी कर रहे थे जहाँ मिस्त्री की फर्नीचर की दुकान थी। अख्तर कॉलोनी की सड़कों पर घूमने के बाद अज्ञात मोटरसाइकिल सवार एक हमलावर फर्नीचर शो रूम में घुसकर जहूर मिस्त्री की हत्या कर दी।
12 अगस्त 2023
हाफिज सईद के करीबी खालिद सैफुल्लाह को गोली मारी, घायल
पाकिस्तान में एक-एक कर आतंकवादियों का सफाया हो रहा है। 12 अगस्त 2023 को हाफिज सईद के एक और करीबी खालिद सैफुल्लाह को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। हालांकि सैफुल्लाह जिंदा बच गया। खालिद लंबे समय से पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के लिए समर्थन और फंड जुटाने का काम संभाल रहा था।