Home समाचार सासाराम में दंगाइयों को नीतीश सरकार का संरक्षण, आरजेडी विधायक नेहालुद्दीन ने...

सासाराम में दंगाइयों को नीतीश सरकार का संरक्षण, आरजेडी विधायक नेहालुद्दीन ने कहा-आत्मरक्षा के लिए बम बना रहे थे मुस्लिम लड़के

SHARE

बिहार के दो शहर बिहार शरीफ और सासाराम सांप्रदायिक आग में जल रहे हैं। रामनवमी की शोभायात्रा पर हुए पथराव के बाद जो आग भड़की उसकी तपिश सड़क से सदन तक महसूस की जा रही है। इस हिंसा को लेकर जहां बीजेपी विधानसभा में आवाज उठ रही है, वहीं सड़क पर भी इसका जोरदार विरोध कर रही है। इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बयान ने मामले को और उलझा दिया है। उनके बयान से लगता है कि जांच की आड़ में वो इस हिंसा के लिए बीजेपी और हिन्दू संगठनों को जिम्मेदार बताकर अपनी नाकामी से ध्यान हटाने और दोषियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं आरजेडी के विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन ने दंगाइयों के पक्ष में विवादित बयान देकर बता दिया है कि नीतीश-तेजस्वी की महागठबंधन की सरकार बम बनाने वालों और दंगाइयों के साथ खड़ी है। 

बिहार शरीफ और सासाराम में हुई सांप्रदायिक हिंसा मामले में जब मीडिया ने बिहार के मुख्यमंत्री से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि एक-एक घर की जांच की जा रही है। कुछ दिन के बाद आप लोगों को पता चलेगा। ये जानबूझ कर जानते हैं ना ये सब किया गया है। एक जगह जिनको जाना था, जानबूझकर वहां करवाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार शरीफ में कुछ लोगों ने धंधा करने की कोशिश की है। हम तो एक एक को लगाए हुए हैं। और एक एक घर में लोग जा रहा है। आप जान लीजिए। और कहीं कुछ है ही नहीं। कुछ ना कुछ अंदर से इधर से उधर किया है। तो उस सब पर भी जांच हो रही है। दो लोग हैं समझ लीजिए। एक राज कर रहा है। दूसरा उसके साथ उसका एक एजेंट हैं। वो मिलकर के इस सब इधर का उधर कर रहा है। समझ गए ना। नीतीश कुमार ने कहा कि इसका भी जल्द ही खुलासा हो जाएगा। यहां आज तक किसी भी तरह का उपद्रव नहीं हुआ था। लेकिन अचानक से यह कैसे हो गया? इससे साफ है कि किसी ने जानबूझकर करवाया है।

उधर लालू और तेजस्वी यादव की आरजेडी भी दंगा के आरोपियोंं को बचाने और उन्हें संरक्षण देने में लगी हुई है। राष्ट्रीय जनता दल के विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन ने एक बेतुका बयान देकर सबको हैरान कर दिया। उन्होंने सासाराम में बम बना रहे मुस्लिम युवकों का बचाव करते हुए कहा कि मरता क्या न करता। जान बचाने के लिए मुस्लिम बच्चों को ये करना पड़ा है। वे अपनी सुरक्षा में बम बना रहे थे। विधायक ने आगे कहा कि बिहार में साल 2024 लोकसभा चुनाव में 40 सीट पाने और उससे पूर्व बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की भाजपा योजना बना रही है। जब इस बयान पर आरजेडी विधायक घिरने लगे तो उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। 

आरजेडी के विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन यहीं नहीं रूके। उन्होंने नालंदा में हिंसा के दौरान हुई गुलशन कुमार की मौत पर भी हैरान करने वाला बयान दिया। रिपब्लिक भारत से बात करते हुए आरजेडी विधायक ने हिन्दुओं पर ही हत्या का आरोप लगा दिया। उन्होंने कहा कि नालंदा में मौत हुई होगी, पर मैं नहीं जानता हूं। हां सुना है कि वहां मर्डर हुआ है। उस युवक के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। मस्जिद के पीछे से गोलीबारी के दावे पर विधायक ने कहा कि ये क्यों नहीं माना जाना चाहिए कि उन्हीं लोगों (हिंदू पक्ष) ने उसे गोली मारी हो। किसने देखा कि मस्जिद की तरफ से गोली मारी गई। कोई अपना उल्लू सीधा करना चाहता हो। उधर गुलशन कुमार के परिजनों ने सरकार और पुलिस पर मामले को दबाने और एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है।

गौरतलब है कि सासाराम में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान नगर थाना के शेरगंज मोहल्ले में एक मस्जिद के पास बम बनाने का काम चल रहा था और इस दौरान अचानक विस्फोट हो गया। इससे 6 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। विस्फोट इतना भयानक था कि छत के परखच्चे उड़ गए। मामले की सूचना मिलने के बाद देर रात रोहतास जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार और एसपी विनीत कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस की जांच में पता चला कि यह हादसा बम बनाते समय हुआ था। घटनास्थल से पुलिस को कई साक्ष्य भी मिले। इस विस्फोट में घायल लोगों का सदर अस्पताल में इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए बनारस रेफर कर दिया गया। पुलिस ने अभी तक बम बनाने के दौरान घायल लोगों के नाम का खुलासा नहीं किया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी के विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन के इस बयान के बाद सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है। बीजेपी सड़क से सदन तक नीतीश सरकार पर हमलावर है और दोषियों को बचाने का आरोप लगा रही है। बुधवार को भी दंगे को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने विरोध जता रहे बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा को सदन से बाहर करवा दिया। मार्शलों ने विधायक जीवेश मिश्रा को टांगकर सदन से बाहर कर दिया। जीवेश मिश्रा ने कहा कि ये व्यवहार हो रहा है विपक्ष के साथ। बिहार में जो दंगा हुआ। जो हिन्दुओं पर अत्याचार हुआ। हिन्दुओं के रामनवमी जुलूस पर पत्थरबाजी हुई। हिन्दुओं का कत्लेआम किया गया। मुख्यमंत्री को सदन में आकर जवाब देने के लिए कहा। आसन ने निर्लजता दिखाते हुए एकपक्षीय कार्रवाई की।

बीजेपी के नेताओं ने महागठबंधन सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया है। बीजेपी का आरोप है कि जब बिहार के शहर जल रहे थे, तब नीतीश कुमार इफ्तार में शामिल होकर मुस्लिम तुष्टिकरण में लगे थे। उन्हें हिंसा पर काबू पाने की चिंत नहीं सता रही थी। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी मंगलवार को नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश बाबू बुढ़े हो गए हैं। वो बीमार भी हो गए हैं। रोम जल रहा था और नीरो बंसी बजा रहा था। उसी तरह बिहार में हो रहा है। नीतीश बाबू से कुछ संभल नहीं रहा है। ये लोग तुष्टिकरण कर रहे हैं। इसलिए मामला बिगड़ गया। आज शासन कार्रवाई नहीं करना चाहता है। कुछ लोगों को बचाना चाहता है। नीतीश कुमार जैसा कमजोर पॉलिटिशियन कोई नहीं हो सकता। प्रदेश का दो-दो जिला जल रहा है और नीतीश कुमार लाल किला बनवा कर इफ्तार पार्टी कर रहे हैं। उनको इलाज की जरूरत है।

नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। नीतीश कुमार पटना के फुलवारीशरीफ में इस्लामिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। नीतीश कुमार के साथ बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी भी मंच पर दिखाई दिए। इफ्तार पार्टी के लिए बनाए गए मंच के बैकड्रॉप में लालकिले का बड़ा सा होर्डिंग लगा नजर आया। माना जा रहा है कि इसके जरिए नीतीश कुमार ने राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की ।

 

Leave a Reply Cancel reply