सोशल मीडिया के इस दौर में फेक न्यूज दोधारी तलवार के रूप में काम कर रही है। इससे लोगों को भ्रामक और गलत जानकारी तो मिलती ही है, साथ ही ऐसे यूट्यूब चैनल भारत के खिलाफ दुष्प्रचार और अफवाहों के रूप में उन्माद फैलाकर धन भी अर्जित करते हैं। मोदी सरकार ने पाक के नापाक मंसूबों को ध्वस्त करने के लिए सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर दुनिया भर को अपने मजबूत इरादों के परिचित कराया था। अब मोदी सरकार फेक न्यूज फैलाने वाले यूट्यूब चैनलों के खिलाफ डिजिटल स्ट्राइक कर रही है। सरकार ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधों और सार्वजनिक शांति व्यवस्था से संबंधित दुष्प्रचार फैलाने के आरोप में अब तक 560 यूट्यूब चैनलों को ब्लाक ही कर दिया है। अब आठ नए यूट्यूब चैनल और उनके सोशल मीडिया एकाउंट्स (SMA) को बंद किया गया है, इनमें पाकिस्तानी चैनल भी शामिल हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए घातक, साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ सकती हैं फर्जी और झूठी खबरें
केंद्र सरकार ने पाया है कि फर्जी, मनगढ़ंत और झूठी खबरें फैलाने वाले यूट्यूब चैनलों के कंटेंट में ऐसा पाया गया कि यह सामग्री साम्प्रदायिक सद्भाव और देश में सार्वजनिक शांति-व्यवस्था को बिगाड़ सकती है। इसमें कहा गया कि इन यूट्यूब चैनल का इस्तेमाल भारतीय सशस्त्र बलों और जम्मू-कश्मीर जैसे विभिन्न विषयों पर भी फर्जी खबरें पोस्ट करने के लिए किया जाता है। सरकारी बयान में कहा गया, “कुछ चैनलों की सामग्री को राष्ट्रीय सुरक्षा और अन्य देशों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों के दृष्टिकोण से संवेदनशील और पूरी तरह से मिथ्या पाया गया। इसलिए ऐसे यूट्यूब न्यूज चैनलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी हो जाती है।इन फेक न्यूज यूट्यूब चैनलों को 114 करोड़ से अधिक बार दुनिया भर में देखा गया
दरअसल, डिजीटल मीडिया के इस दौर में फेक न्यूज इस जेट स्पीड से देश-दुनिया तक फैलती हैं कि उनके बारे में सही जानकारी सब लोगों तक पहुंचाना दुरूह हो जाता है। केंद्र सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने लगातार इसके खिलाफ कार्रवाई करती रहती है। ताजा जानकारी के मुताबिक सात भारतीय और एक पाकिस्तानी यूट्यूब समाचार चैनल को IT नियम, 2021 के तहत ब्लॉक किया गया है। आपको बता दें कि इन यूट्यूब चैनलों को 114 करोड़ से अधिक बार देखा गया है।
फेक न्यूज पर मोदी सरकार का एक्शन, पाकिस्तानी समेत आठ यूट्यूब चैनल और ब्लॉक
सरकार द्वारा ब्लॉक किए गए भारत के 7 यूट्यूब चैनलों में लोकतंत्र टीवी, एएम रजवी, यू एंड वी टीवी, गौरवशाली पवन मिथिलांचल, सीटॉप 5टीएच, सरकार अपडेट और सब कुछ देखो हैं। जबकि एक पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल News ki Duniya को भी ब्लॉक किया गया है। फर्जी और फेक न्यूज दिखाने के बावजूद हैरानी की बात यह है कि इन चैनलों के 85 लाख 73 हजार सब्सक्राइबर थे। यानी यह कुछ ही मिनटों में फेक न्यूज को करोड़ों लोगों तक पहुंचाने की ताकत रखते थे।पहले भी दुष्प्रचार फैलाने वाले चार पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों के खिलाफ की थी कार्रवाई
इससे पहले इसी साल अप्रैल महीने में इस तरह की कार्रवाई की गई थी। केंद्र सरकार ने तब बड़ा फैसला लेते हुए 22 यूट्यूब चैनलों के भारत में प्रसारण पर रोक लगा दी थी। इन चैनलों को तत्काल प्रभाव से ब्लॉक कर दिया गया था। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के आदेश पर यह कार्रवाई की गई थी। इन चैनलों को भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित दुष्प्रचार फैलाने के आरोप में ब्लॉक किया गया था। उनमें 18 भारतीय YouTube समाचार चैनल के अलावा 4 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल भी ब्लॉक किए गए थे।सूचना और प्रसारण मंत्रालय फर्जी यूट्यूब चैनलों के खिलाफ लगातार डिजीटल स्ट्राइक
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ऐसे फर्जी यूट्यूब चैनलों के खिलाफ लगातार डिजीटल स्ट्राइक चलाता रहता है। इससे पहले इसी साल जुलाई में मंत्रायल द्वारा आईटी एक्ट 2000 की धारा 69a के उल्लंगन के तहत यह कार्रवाई की गई थी। मंत्रालय ने तब 78 यूट्यूब न्यूज चैनल और उनके सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक किया था। मोदी सरकार 2021 और 2022 के बाच अब तक 560 YouTube चैनल को ब्लॉक कर चुकी है।