दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लॉकडाउन की घोषणा करते ही लोग बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन की ओर भागने लगे। इससे सवाल उठने लगे कि क्या सीएम केजरीवाल पर से लोगों का भरोसा उठ गया है। सोमवार को दिल्ली में लॉकडाउन की घोषणा करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं हाथ जोड़कर अपील करना चाहता हूं कि यह छोटा सा लॉकडाउन है, 6 दिन का। दिल्ली छोड़कर न जाइएगा। आपके आने-जाने में ही इतना पैसा और समय खत्म हो जाएगा। दिल्ली में रहिए। मुझे उम्मीद है कि यह छोटा लॉकडाउन है और छोटा ही रहेगा। मुझे पूरी उम्मीद है कि शायद बढ़ाने की जरूरत न पड़े। आप दिल्ली में रहिए। यकीन मानिए हम पूरी ईमानदारी के साथ सब मिलकर लड़ेंगे। मैं यकीन दिलाता हूं कि सरकार आपका पूरा ख्याल रखेगी। मैं हूं ना। मुझ पर भरोसा रखिए।
#WATCH | Delhi CM Arvind Kejriwal appeals to the migrant labourers. He says, “I appeal to you with folded hands. It’s a small lockdown, only for 6 days. Don’t leave Delhi & go. I’m very hopeful that we won’t need to further extend the lockdown…Govt will take care of you.” pic.twitter.com/OsFCytHCNu
— ANI (@ANI) April 19, 2021
केजरीवाल के यह कहते ही लोग दिल्ली छोड़कर जाने के लिए आनंद विहार, सराय काले खां, कश्मीरी गेट बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर जमा होने लगे। बस अड्डे और स्टेशन के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। पिछले साल अरविंद केजरीवाल की आप सरकार का इंतजाम देख चुके लोग इस बार उनपर जरा भी भरोसा करने को तैयार नहीं थे। साल भर पहले कोरोना संकट काल में बसों में भरकर यूपी बॉर्डर तक छोड़ने की बात हो या आप सरकार की ओर से मजदूरों को भोजन मुहैया कराने की हवा-हवाई बात… उनके जेहन में आज भी ताजा है। इसके साथ ही पिछले दिनों उन्होंने ऑक्सीजन और बेड की कोई कमी नहीं होने की बात की। केजरीवाल सरकार ने विज्ञापन पर करोड़ों रुपये खर्च कर दावा किया कि दिल्ली के अस्पतालों में बेड्स की कमी नहीं है। उन्होंने दिल्ली के अस्पतालों में 5000 बेड्स खाली होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अब तक 14 प्राइवेट और 6 सरकारी अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड फैसिलिटी में कन्वर्ट कर चुकी है। साथ ही कहा कि 12 अप्रैल, 2021 को कोरोना के इलाज के लिए 2653 नए बेड्स जोड़े गए, जिससे कुल संख्या 14,900 हो गई। लेकिन जमीनी स्थिति इसके एकदम उलट है।
CAG की रिपोर्ट : लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से भागना पड़ा, क्योंकि मजदूरों के लिए बने फंड का 3200 करोड़ रुपये खा गई केजरीवाल सरकार
साल बीतते हैं, कहानी वही रहती है.
दो सप्ताह से केस बढ़ने शुरू हुए, अब लॉकडाउन लगाया है, बावजूद इसके लुटियंस की सरकार और दिल्ली सरकार के पास दैनिक मजदूरों का पलायन रोकने की कोई योजना नहीं है. व्यवस्था तो सिर्फ चरमराई है, सरकारों की नैतिकता तो गहरे खड्ड में धंस गई है. pic.twitter.com/qGXL1v11nT— Durgesh Tiwari ( दुर्गेश तिवारी ) (@SdDurgesh) April 19, 2021
दिल्ली में लॉकडाउन के ऐलान के बाद एनसीआर से पलायन हुआ तेज। बड़ी संख्या में गाजियाबाद के कौशांबी बस डिपो पहुंचे लोग।#DelhiLockdown pic.twitter.com/ADdi7t8YIC
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) April 19, 2021
एक साल बाद फिर से वही नजारा है।
बिहारी नौकरी, रोजगार, इलाज हर काम के लिए पलायन करता है, समझ नहीं आता यहाँ का मुख्यमंत्री क्या करता है।#BiharHealthEmergency pic.twitter.com/C7VSJIS7iF— Rashtriya Jan Jan Party (@RJP4Bihar) April 20, 2021
दिल्ली से मजदूर पलायन कर रहे,,
वहाँ के कुछ नेता रोहिंग्या का आटा दाल चावल बाटने में लगे,,!!
और CM TV पर ऐड देने…!! ? pic.twitter.com/0qI2TEJpuJ— सुनील गुप्ता..?? (@SunilGu28833227) April 20, 2021
ये बात पिछले साल की पुनरावृती है! जब केन्द्र सरकार औऱ मोदी को नीचा दिखाने के लिये महाराष्ट्र,राजस्थान औऱ दिल्ली के क्रूर मुख्यमंत्रियों ने प्रवासी मजदूरों का नाटकिये तरीकेसे पलायन करया ताकि उनके क्षेत्रों से करोना संक्रमणMP,UPहरयाणा गुजरात में फैले औऱ वो मोदीको कटघरे में खड़ाकरें https://t.co/CcrHjkyeDf
— kulraj Bhasin (@BhasinKulraj) April 20, 2021
दिल्ली सरकार ने 4 एयरलाइंस पर एक्शन FIR दायर की क्योंकि वो बिना कोविड नेगेटिव टेस्ट के दिल्ली आ गये दिल्ली से पलायन होते मजदूरों के पास कोविड नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट नहीं है इसके लिए कैजरी वाले जिम्मेदार है क्योंकि वह तो विज्ञापन और राजनीति में लगा है pic.twitter.com/G5dPZ81k1C
— kalpana upadhyay (@kalpanaupadhya3) April 20, 2021
लॉकडाउन लगाएं राज्य सरकारें और मजदूरों के पलायन का ठीकरा केंद्र सरकार के ऊपर क्यों , https://t.co/KQnPJj6k5C
— Diwakar Darshan (@DiwakarDarshan1) April 20, 2021
दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल में पलायन करने वाले मजजूर की भारी भीड़,लोग अपने घरों पर जाने को मजबूर हुए कहा कम से कम अपने घर पर तो दो वक्त की रोटी तो नसीब होगी!!
सरकार इनको रोकने में असफल साबित हुई!!@ArvindKejriwal @AamAadmiParty @SanjayAzadSln @UPGovt #lockdowndelhi pic.twitter.com/0X8dhpsbb8— Dinesh Dewangan (@dineshDLive) April 20, 2021
#Delhi में लॉकडाउन की घोषणा होते ही मजदूरों का पलायन फिर शुरू हो गया है। आनंद विहार और कौशाम्बी बस स्टैंड पर हजारों की संख्या में प्रवासी घर लौटने के लिए पहुंच गए। पिछले साल की तरह सैकड़ों किलोमीटर पैदल न चलना पड़े, इस वजह से पहले ही वे अपने गांव पहुंच जाना चाहते है। pic.twitter.com/vtftVCluJe
— Satendra Sharma (@SatendraLive) April 20, 2021
दिल्ली मे एक तरफ covid की वझा से दिल्ली के हॉस्पिटल मे O2 नही हे।तो दुसरी ओर मध्यम वर्ग के लोग ओर मजदूर लोगो के पास खाने को रोटी नही हे।दिल्ली छोड पलायन करने को मजबुर हे।@ManojKu93285308 @BJP4Delhi @vikrambidhuri pic.twitter.com/IBwilecriH
— Pankaj Handa (@PankajHanda97) April 20, 2021
कुटिल केजरी ने फिर चाल चल दी।
अपने यहां के कामगारों को सहयोग और आश्वासन देने के बजाय डराकर पलायन के लिए प्रेरित कर दिया
ताकि ये अन्य प्रदेशों में जाकर वहां स्थिति खराब करें?
आखिर जिस दिल्ली में महीनों शाहीन बाग और किसान आंदोलन हो सकता है वहां एक ही दिन में भगदड़ कैसे मच जाती है?? pic.twitter.com/is7FDpK0Gg— Kίⓡᗩη ᏕᎥᏁᎶᏂ ??➐ (@007kiran_) April 20, 2021
एकबार फिर मज़दूरों का पलायन शुरू हो गया है। किसी को रोजगार की चिंता है तो किसी को राशन की। पलायन करने वालो में छात्रो का भी एक बड़ा वर्ग शामिल है जिस प्रकार से अचानक उन्हें हॉस्टल खाली करने के तुगलकी फरमान जारी किए गए हैं वे पूर्णतया गलत हैं। सरकार फिर एकबार विफल साबित हो रही है। pic.twitter.com/Obxa5ACbSQ
— Tipu Sultan Party Darbhanga (@TSP4DARBHNGA) April 20, 2021
दिल्ली में 1 हफ्ते लॉकडाउन के आदेश के बाद आनंद विहार बस स्टैंड पर फिर उमड़ी भीड़। दिल्ली में स्वास्थ वयवस्था को लेकर एक बार फिर CM @ArvindKejriwal जी की नाकामी के कारण दिल्ली से एक बार फिर लोग करते दिखे पलायन।@adeshguptabjp @vinitgoenka @NavbharatTimes pic.twitter.com/F4WjqCveDH
— Priti Mishra (@iPritiMishra) April 20, 2021
CM @ArvindKejriwal की नाकामी के कारण फिर एक बार दिल्ली से लोग पलायन कर रहे हैं।
अगर वे पिछले 6 साल में दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करते तो आज दिल्ली को ऐसा भयानक दृश्य देखने को न मिलता।
आप खुद को दिल्ली का बेटा कहते हो, शर्म आनी चाहिए केजरीवाल जी आपको खुद पर। pic.twitter.com/7bEmvHMVfE
— Mohan Goel ( ज़िला अध्यक्ष) (@MohanGoelBJP) April 20, 2021
@ArvindKejriwal जी दंगाई आंदोलनकारियों के लिए टेट खाने पीने की व्यवस्था बेचारे मजदूर गरीब पलायन को मजबूर हैं pic.twitter.com/qp4lXhPue4
— विक्रम सिंह यादव (@VIKRAMYADAV90) April 20, 2021
जब सब पैसे विज्ञापन में खर्च कर दिए तो पलायन कर रहे मजदूरों की मदद कैसे करेगा केजरू?
नींद से उठा और लाकडाउन बगैर तैयारी के? https://t.co/wATmn20RUg— avinash joshi (@aj221955) April 20, 2021
आख़िर आप ये ही तो चाहते थे @ArvindKejriwal ? इन्ही लोगों ने आपको दिल्ली की गद्दी पर बैठाया और इन्ही लोगों की पीठ मे आपने छुरा घोंप दिया। आपकी नाकामियों के कारण प्रवासी लोग दिल्ली से पलायन करने को मजबूर हैं। pic.twitter.com/RjQcIJsdN6
— Naveen Kumar (@naveenjindalbjp) April 19, 2021
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