प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी नेतृत्व क्षमता से पूरी दुनिया को अपना मुरीद बना दिया है। आज अलम यह है कि अमेरिका और रूस एक-दूसरे के धूर विरोधी है, लेकिन दोनों ही देशों के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी को अपना अच्छा दोस्त मानते हैं और उन्हें पूरा सम्मान देते हैं। वैश्विक भू-राजनीति में उनके बढ़ते कद ने ना सिर्फ भारतवासियों को, बल्कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका को भी यकीन हो चला है कि मोदी है तो मुमकिन है। प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीति से जिस तरह से भारत की वैश्विक स्तर पर स्वीकार्यता और दबदबा बढ़ा है, उसे देखते हुए अमेरिका को भी भरोसा है कि भारत रूस-यूक्रेन युद्ध को रोक सकता है।
दरअसल बुधवार (05 जुलाई, 2023) को कुछ भारतीय पत्रकारों के लिए एक विशेष ऑनलाइन ब्रीफिंग में यूक्रेन में अमेरिका की राजदूत ब्रिजेट ए ब्रिंक ने प्रधानमंत्री मोदी और भारत की तारीफ करते हुए कहा कि भारत वैश्वक स्तर पर बढ़ते कद और जी-20 की अध्यक्षता के साथ यूक्रेन युद्ध खत्म करने में अहम योगदान दे सकता है। भारतीय नेतृत्व वैश्विक चुनौतियों पर स्पष्ट राय रखता है और उनके समाधान के लिए सकारात्मक सुझाव देता है। वह यूक्रेन युद्ध को लेकर बने गतिरोध को दूर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके साथ ही युद्ध को बातचीत और कूटनीति के जरिये खत्म कराने के लिए दबाव बना सकता है।
On our Independence Day, we recognize that Ukraine and the United States both know the high cost of freedom and the value of democracy. pic.twitter.com/7GqCgTvqGj
— Ambassador Bridget A. Brink (@USAmbKyiv) July 4, 2023
अमेरिका की राजदूत ब्रिगेट ए ब्रिंक ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि भारत सही मायनों में विश्व का नेतृत्व करने की इच्छा रखता है। जी-20 देशों के अध्यक्ष के रूप में उसकी एक पृथ्वी-एक परिवार-एक भविष्य की सोच हमें शांति की ओर ले जाती है। उसी भावाना से यूक्रेन में शांति स्थापित हो सकती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका स्वतंत्रता और लोकतंत्रों का समर्थन करने के लिए भारत समेत दुनियाभर में अपने सभी साझेदारों और सहयोगियों के साथ काम करने की उम्मीद रखता है। ब्रिंक ने कहा, “कीव (यूक्रेन की राजधानी) से हर दिन मैं दो चीज़ें देखती हूं। जंग के विनाशकारी प्रभाव और यूक्रेनी लोगों की क्षमता और जुझारूपन।”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अच्छे दोस्त हैं। हाल ही में रूसी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें अपना महान दोस्त बताया था। मेक इन इंडिया की सराहना करते हुए पुतिन ने अपने देश के उद्योगपतियों को उससे सीखने की सलाह दी थी। इससे पहले उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन से इतर एक द्विपक्षीय बैठक के दौरान व्लादिमीर पुतिन से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “आज का युग युद्ध का नहीं है और मैंने आपसे इस बारे में कॉल पर बात की है। आज हमें इस बारे में बात करने का अवसर मिलेगा कि हम कैसे शांति के पथ पर प्रगति कर सकते हैं। भारत और रूस कई दशकों से एक-दूसरे के साथ रहे हैं।”
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से भी प्रधानमंत्री मोदी के अच्छे रिश्ते हैं। मई 2023 में अपने जापान दौरे के दौरान हिरोशिमा में G7 शिखर सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की थी। पिछले साल 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर विशेष सैन्य अभियान शुरुआत के बाद दोनों नेता पहली बार मिले थे। प्रधानमंत्री मोदी ट्वीट कर बताया कि आगे का रास्ता खोजने के लिए बातचीत और कूटनीति के लिए हमारे स्पष्ट समर्थन से अवगत कराया। हम यूक्रेन के लोगों को मानवीय सहायता देना जारी रखेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और जेलेंस्की के बीच कई बार फोन पर बातचीत हो चुकी है।
हिरोशिमा में पीएम मोदी से मिले जेलेंस्की
पीएम मोदी से मिले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद दोनों नेताओं में पहली मुलाकात.#Japan #Ukraine #Ukraina pic.twitter.com/KB8KWTqskr— Live7TV (@live7tv_i) May 20, 2023