पूर्व में मुंबई पुलिस की तुलना स्कॉटलैंड यार्ड से की जाती रही है लेकिन शिवसेना-कांग्रेस की सरकार के कारण आज मुंबई पुलिस का सोशल मीडिया पर मजाक उड़ाया जा रहा है। दरअसल, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में केंद्र ने बिहार सरकार की सीबीआई जांच की सिफारिश मान ली है। बिहार सरकार ने सोमवार को मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश भेजी थी। बुधवार को मामले में सीबीआई जांच की मांग करने वाली एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही थी, जिस दौरान केंद्र की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता भी मौजूद थे। सॉलिसिटर जनरल ने बताया कि केंद्र ने बिहार की सीबीआई जांच की सिफारिश मान ली है और केस सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया है।
इससे पहले महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख जोर देखकर कह रहे थे कि सुशांत सिंह राजपूत केस सीबीआई को नहीं सौंपा जाएगा, महाराष्ट्र पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है, उधर बिहार सरकार ने पूरे मामले के निष्पक्ष जांच के लिए केस सीबीआई को सौंपने की मांग कर रही थी। मामले की जांच करने गए बिहार के आईपीएस अफसर विनय तिवारी को काम करने से रोका गया है और उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया है। अब सुशांत सिंह राजूपत सुसाइड मामले में मुबंई पुलिस की भूमिका को लेकर सोशल मीडिया पर मजाक उड़ाया जा रहा है।
Mumbai Police ka khel khatam.
Till now they were hiding from Bihar Police & @republic.
Now #SupremeCourt ordered for CBI for #SushanthSinghRajput case.
Ab kaha chhupoge Mumbai Police..!!
#SCForSushant pic.twitter.com/wzyMDzs3N7— ARPITA•• #JusticeForSushantSinghRajput (@iArpita__) August 5, 2020
सुशांत सिंह राजूपत केस सीबीआई को सौंपे जाने के बाद ट्विटर पर #SCForSushant नाम से ट्रेंड शुरू हो गया है और लोग अलग-अलग तरह से प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। मनु जिंगायल ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। भगवान की चक्की धीमी जरूर है पर पीसती बहुत बारीक है।
सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं |
भगवान की चक्की धीमी जरूर है पर पीसती बहुत बारीक है ~| ✳???#DemocracyDemandCBIForSSR #SushantTruthNow @ishkarnBHANDARI @Filmwindow1 @shwetasinghkirt @divinemitz @viwaswat_raj @juxtanigma @withoutthemind @opsinghips @anky1912 @republic— Mannu Jinagal (justice for sushant ) (@MannuJinagal) August 4, 2020
आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता नारायण राणे सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में पुलिस की ओर से प्राथमिकी दर्ज करने में 50 दिन से अधिक की देरी किए जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने बकायदा बीजेपी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया है कि ‘दिशा सालियान ने आत्महत्या नहीं कि है बल्कि उसकी हत्या हुई है। इस दौरान नारायण राणे ने सुशांत सिंह राजपूत मामले में भी सवाल किया कि सरकार किसके दबाव में काम कर रही है और किसको बचाने के लिए मुंबई पुलिस की छवि को बर्बाद किया जा रहा है।