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राहुल गांधी को देवी-देवताओं से इतनी नफरत क्यों है? शुभकामना संदेश में भी भगवान की फोटो से परहेज!

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राहुल गांधी को हिंदू धर्म से नफरत है। वर्ष 2018 में उन्होंने खुद ही कहा था कि वे किसी भी प्रकार के हिंदुत्व में विश्वास नहीं रखते। नवरात्रि, विजयादशमी और अन्य पर्व के दौरान राहुल गांधी ने एकाध अवसर को छोड़कर सोशल मीडिया पर जितने भी शुभकामना संदेश दिए उनमें किसी में भी हिंदू देवी-देवताओं की फोटो नहीं लगाई गई है। हिंदू धर्म के प्रति नफरत का सबूत उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी देखने को मिला था। यात्रा के दौरान राहुल गांधी के सामने विवादास्पद ईसाई पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने जीसस क्राइस्ट को असली भगवान बताते हुए हिन्दू देवी-देवताओं के खिलाफ टिप्पणी की थी। अगर किसी हिंदू के सामने इस तरह की कोई बात करता तो वह उसका विरोध करता लेकिन राहुल चुपचाप सुनते रहे और सिर हिलाते रहे, जैसे कि कितना बड़ा ज्ञान मिल रहा है। यह अलग बात है कि चुनाव के दौरान और जरूरत पड़ने पर वह खुद को जनेऊधारी ब्राह्मण बताने से गुरेज नहीं करते। इससे साफ जाहिर है कि राहुल गांधी मौकापरस्त हैं और कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ाने के लिए वे हिंदू धर्म का तो अपमान करते हैं वहीं ईसाई और इस्लाम धर्म के प्रति सम्मान जाहिर करते हैं।

दशहरा शुभकामना संदेश में भगवान राम की फोटो नहीं लगाई
राहुल गांधी ने 2023 में दशहरा के अपने संदेश में लिखा – ”अच्छाई की बुराई पर जीत के महापर्व, विजयदशमी की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। असत्य और अहंकार का नाश हो, सत्य और मानवता का सभी के जीवन में वास हो। शुभ दशहरा।” उन्होंने भागवान राम का फोटो नहीं लगाया इसकी जगह तीर-धनुष का एक ग्राफिक्स लगा दिया। इससे ऐसा लगता है जैसे वे बेमन से शुभकामना संदेश दे रहे हों।

रामनवमी के शुभकामना संदेश के साथ भगवान राम की फोटो नहीं लगाई
राहुल गांधी ने मार्च 2023 में और इसके पिछले साल अप्रैल 2022 में रामनवमी की शुभकामनाएं दी थी लेकिन इसके साथ भगवान राम की फोटो नहीं लगाई। इसकी जगह तीर-धनुष का फोटो लगा दिया। मार्च 2023 में उन्होंने लिखा था- ”समस्त देशवासियों को राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं। आशा करता हूं यह पावन पर्व आप सभी के जीवन में सुख और समृद्धि ले कर आए।” 2022 में अपने शुभकामना संदेश में राहुल ने लिखा था- ”आप सभी को राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं। आशा करता हूं ये पावन पर्व सभी के जीवन में खुशियां लाए।” 2022 में भी राहुल ने एक तीर -धनुष का ग्राफिक्स लगा दिया।

श्री जगन्नाथ रथयात्रा के शुभकामना संदेश में भगवान जगन्नाथ की फोटो नहीं लगाई
राहुल गांधी ने जुलाई 2022 में श्री जगन्नाथ रथयात्रा की शुभकामनाएं देशवासियों को दी। लेकिन इसके साथ भी उन्होंने भगवान जगन्नाथ फोटो नहीं लगाई। उन्होंने लिखा था- सभी देशवासियों को महाप्रभु श्री जगन्नाथ रथयात्रा के पावन अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। मैं कामना करता हूं कि श्रद्धा और आस्था से भरी ये यात्रा आप सबके जीवन में सुख, समृद्धि, शांति और बेहतर स्वास्थ्य लाए।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के बधाई संदेश में भगवान कृष्ण की फोटो नहीं लगाई
राहुल गांधी ने अगस्त 2022 में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का बधाई संदेश दिया। इसमें उन्होंने कोई भगवान का फोटो तो नहीं ही लगाया बल्कि कोई ग्राफिक्स भी नहीं लगाया। वहीं अगस्त 2021 में दिए अपने शुभकामना संदेश के साथ उन्होंने भगवान कृष्ण की तस्वीर लगाने की जगह मोरपंख का ग्राफिक्स लगाया।

गणेश चतुर्थी के शुभकामना संदेश में नहीं दिखी गणपति की तस्वीर
इसी तरह वर्ष 2021 में गणेश चतुर्थी की शुभकामना देते हुए उन्होंने लिखा था- ”हमारे देश की उन्नति के रास्ते का हर विघ्न दूर हो!” इन संदेशों के साथ कभी भी भगवान की फोटो नहीं दिखाई देगी। यानि राहुल इस बात का खास ख्याल रखते हैं कि उनके संदेश के साथ भगवान की फोटो न रहे।

राहुल गांधी चुनावी हिंदू हैं। जब चुनाव आता है तब उन्हें अपने हिंदू होने का अहसास होता है बाकी दिन वे हिंदू विरोधी रहते हैं। उनके हिंदू विरोधी कृत्य पर एक नजर-

राहुल गांधी के सामने पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने हिंदू देवी-देवताओं का किया अपमान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान 9 सितंबर 2022 को हिंदू विरोधी टिप्पणियों के लिए कुख्यात पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान हुई एक चर्चा की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसमें देखा जा सकता है कि जीसस के बारे में पूरी चर्चा हो रही है। पादरी राहुल गांधी को समझा रहे हैं कि यीशु ही असल में ईश्वर हैं। पोन्नैया ने हिंदू धर्म में पूजी जाने वाली निराकार शक्ति को ईश्वर मानने से इनकार करते हुए कहा- भगवान खुद को असली इंसान के रूप में पेश करते हैं… शक्ति के रूप में नहीं… इसलिए हम व्यक्ति के तौर पर भगवान को देख पाते हैं। खुद को जनेऊधारी बताने वाले राहुल गांधी को हिंदू देवताओं के ऐसे अपमान पर वीडियो में चुपचाप बैठे पादरी की बातों को सुनते देखा जा सकता है। पादरी ये दर्शाते रहते हैं कि जीसस ही असली भगवान हैं जबकि हिंदू देवता काल्पनिक हैं। लेकिन राहुल इस पर कुछ नहीं बोलते। यह वही जॉर्ज पोन्नैया है जिसने हिंदुओं को धमकी दी, उन्हें चुनौती दी और भारत माता के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं।

राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में गौ हत्यारा रिजिल मकुट्टी
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में गाय को मारने वाला रिजिल मकुट्टी भी साथ दिखाई दिया। सोशल मीडिया पर शेयर किए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक तरफ जहां रिजिल मकुट्टी सरेआम दिनदहाड़े गौ हत्या करते देखा गया वहीं दूसरी ओर वह राहुल गांधी के साथ यात्रा में दिखाई दे रहा है। इसी शख्स को 2017 में बीफ बैन के विरोध में सरेआम एक बछड़े को मारने के चलते पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।

भारत जोड़ो यात्रा में हिंदुत्व को उग्र और कुरूप कहकर बदनाम किया
मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिंदुत्व के खिलाफ बयान दिया गया। भारत जोड़ो यात्रा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में यात्रा में अंशुल त्रिवेदी ने हिन्दुत्व को कुरूप की संज्ञा दी। अंशुल ने बुरहानपुर में हुई प्रेस कांफ्रेस में कहा कि मेरा छात्र आंदोलन में पहले से योगदान रहा है। निर्भया आंदोलन के समय हम सड़कों पर थे। निर्भया के संघर्ष से बिलकिस बानो के जजमेंट तक सत्ता का कुरूप चरित्र सबके सामने है। जब सत्ता कुरूप हो जाती है, बहरी हो जाती है तब नागरिकों को सड़क पर उतरना पड़ता है। वही उसका धर्म होता है। यही धर्म निभाने के लिए हमलोग सामने हैं। उग्र और कुरूप के हिंदुत्व के सामने राहुल गांधी बंधुत्व की राजनीति खड़ी कर रहे हैं। उस बंधुत्व की राजनीति का सोल्जर बनकर मैं भारत यात्री बना हूं।

कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है- राहुल गांधी
जम्मू कश्मीर में छपने वाले उर्दू दैनिक अखबार “इंकलाब” ने 12 जुलाई, 2018 को बहुत बड़ा खुलासा किया। फ्रंट पेज पर खबर छापी कि 11 जुलाई को राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ ‘सीक्रेट मीटिंग’ में कहा कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है। इसके साथ यह खबर भी छपी है कि राहुल ने कहा कि उनका और उनकी मां का कमिटमेंट है कि मुसलमानों को उनका हक मिलना चाहिए और इससे वो कोई समझौता नहीं कर सकते।

 

राहुल ने कहा था- भारत विरोधी मुस्लिम आतंकवादियों से बड़ा खतरा देश के हिन्दू हैं
हिंदू विरोध की भावना कांग्रेस के डीएनए में है। 17 दिसंबर, 2010… विकीलीक्स ने राहुल गांधी की अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर से 20 जुलाई, 2009 को हुई बातचीत का एक ब्योरा दिया। राहुल ने अमेरिकी राजदूत से कहा था, ‘भारत विरोधी मुस्लिम आतंकवादियों और वामपंथी आतंकवादियों से बड़ा खतरा देश के हिन्दू हैं।’ अमेरिकी राजदूत के सामने दिया गया उनका ये बयान कांग्रेस की बुनियादी सोच को ही दर्शाता है। ये कहा जा सकता है कि कांग्रेस हमेशा ही देश की 20 करोड़ की आबादी को खुश करने के लिए 100 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ करती रही है।

राहुल गांधी न धर्म से, न संस्कार से और न ही जन्म के आधार पर हिंदू
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई नेता भले ही मंदिरों में जाकर खुद को हिंदू दिखाने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन खुद को हिंदू साबित करने के चक्कर में राहुल गांधी फंसते जा रहे हैं, क्योंकि वे न तो सनातन धर्म के बारे में जानते हैं और न ही पूजा का विधि-विधान जानते हैं। इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी पारसी थे। इस हिसाब से उनके पुत्र राजीव गांधी पारसी हुए। राजीव गांधी पारसी और सोनिया गांधी ईसाई तो उनके पुत्र राहुल गांधी हिंदू कैसे हुए? जाहिर है वे न तो धर्म से, न संस्कार से और न ही जन्म के आधार पर हिंदू हैं।

केरल में राम राज्य कार्यक्रम किया रद्द
केरल में कांग्रेस ने कुछ वर्ष पहले रामायण के संदर्भ में एक कार्यक्रम तय किया था। कांग्रेस महात्मा गांधी के राम राज्य की अवधारणा पर यह कार्यक्रम करने वाली थी लेकिन, इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। इससे साबित होता है कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है। वह मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति को छोड़ना चाहती है।

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