प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने रविवार, 18 जून को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से देश को संबोधित करेगें। इस कार्यक्रम के लिए आप भी अपने विचार और सुझाव साझा कर सकते है। प्रधानमंत्री मोदी उनमें से कुछ चयनित विचारों और सुझावों को अपने कार्यक्रम में शामिल करेंगे।
आप टोलफ्री नंबर 1800-11-7800 पर फोन कर संदेश रिकॉर्ड करा सकते हैं। फोन लाइन 16 जून, 2023 तक खुले रहेंगे। आप 1922 पर मिस्ड कॉल देकर एसएमएस में प्राप्त लिंक के जरिए भी सीधे प्रधानमंत्री तक अपने सुझाव पहुंचा सकते हैं। इसके साथ ही नमो एप या माईगॉव पर लिख सकते हैं। आप नीचे दिए गए लिंक को क्लिक कर कमेंट बॉक्स में अपने विचार और सुझाव साझा कर सकते हैं-
प्रधानमंत्री मोदी आम लोगों से मिले सुझावों में से कुछ का चयन कर अपने कार्यक्रम में उसे शामिल करते हैं और लोगों को उस बारे में बताते हैं।
प्रधानमंत्री के रेडियो कार्यक्रम मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर, 2014 (शुक्रवार) को विजयादशमी के शुभ अवसर पर प्रसारित किया गया था। अप्रैल 2015 से मन की बात हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित की जाती है। मन की बात का पहला एपिसोड 14 मिनट का था, जबकि इसकी अवधि दूसरे एपिसोड में 19 मिनट और तीसरे एपिसोड में 26 मिनट की रही। चौथे एपिसोड के बाद से प्रत्येक एपिसोड की अवधि 30 मिनट की है।
शुरुआत में प्रसारण केवल हिंदी में था और बाद में अंग्रेजी संस्करण 31 जनवरी, 2016 से और संस्कृत संस्करण 28 मई, 2017 से प्रारंभ हुआ। वर्तमान में मन की बात का प्रसारण अंग्रेजी के साथ 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों (25 पूर्वोत्तर और 4 छत्तीसगढ़ से) और 11 विदेशी भाषाओं में होता है। भारतीय भाषाओं में हिंदी, संस्कृत, पंजाबी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मराठी, गुजराती, मलयालम, उड़िया, कोंकणी, नेपाली, कश्मीरी, डोगरी, मणिपुरी, मैथिली, बंगाली, असमिया, बोडो, संथाली, उर्दू और सिंधी शामिल हैं। बोलियां छत्तीसगढ़ी, गोंडी, हल्बी, सरगुजिया, पहाड़ी, शीना, गोजरी, बलती, लद्दाखी, कार्बी, खासी, जयंतिया, गारो, नगामेसे, हमार, पैते, थडौ, कबुई, माओ, तांगखुल, न्यिशी, आदि, मोनपा, आओ, अंगामी, कोकबोरोक, मिजो, लेप्चा और सिक्किमी (भूटिया) हैं और विदेशी भाषाओं में फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं।
मन की बात रेडियो कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने अभी तक विभिन्न विषयों पर अपने दृष्टिकोण, विचार और अनुभव साझा किए हैं। इन विषयों में आयुष्मान भारत योजना, आयुर्वेद जैसी पारंपरिक भारतीय चिकित्सा का बढ़ता महत्व, जल संरक्षण, स्वच्छता अभियान, नरेगा, आर्थिक नीति, स्वदेशी आंदोलन, स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वस्थ भारत अभियान, नोटबंदी, हर घर नल से जल, जीएसटी, आत्मनिर्भर भारत और नागरिकता संशोधन बिल जैसे मुद्दे शामिल हैं। मन की बात में खास तौर पर उन विषयों पर चर्चा की जाती है जो आम लोगों के जीवन में आम तौर पर दिखाई नहीं देते हैं।