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PM MODI ने अमेरिकी संसद में ऐसे जीता सबका दिल, लोकतंत्र का पाठ भी पढ़ाया- भारत और अमेरिका के डीएनए में है लोकतंत्र, जानिए पीएम के ऐतिहासिक संबोधन की खास बातें

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका के राजकीय दौरे में दोनों देशों के बीच दोस्ती का नया दौर और प्रगाढ़ संबंधों की शानदार झलक दिखी। इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, सेमीकंडक्टर, मैन्युफैक्चरिंग, स्वास्थ्य से लेकर स्पेस के क्षेत्र में ऐतिहासिक समझौते हुए। पीएम मोदी ने कहा कि यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लिए व्हाइट हाउस के दरवाजे खोल दिए गए। अमेरिका मे रह रहे भारतीय दोनों देशों के रिश्ते की असली ताकत हैं। पीएम मोदी ने अपने ऐतिहासिक संबोधन से सबका दिल जीत लिया। इसके बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी मीडिया ने भारत में लोकतंत्र, मानवाधिकार और अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर सवाल किया, जिसका पीएम मोदी करारा जवाब देकर भारत के खिलाफ नैरेटिव बनाने वालों का मुंह बंद कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत और अमेरिका के डीएनए में लोकतंत्र है।’  इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- ‘अमेरिका-भारत का संबंध 21वीं सदी के सबसे निर्णायक रिश्तों में से एक है।’ जो और जिल की शानदार मेहमाननवाजी 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान
पीएम मोदी ने अपने ऐतिहासिक और करीब एक घंटे के संबोधन में कई बातों का जिक्र किया। उनके संबोधन के बीच में अमेरिकी संसद में मोदी-मोदी के नारे लगते रहे। पीएम मोदी ने कहा कि एक सदी तक हम रक्षा सहयोग से दूर रहे, अब संयुक्त राज्य अमेरिका हमारा सबसे महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार बन गया है। मोदी ने AI का नया अर्थ समझाया। एआई यानि अमेरिका प्लस इंडिया। उन्होंने एक कविता भी पढ़कर सुनाई। पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया भारत के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहती है। मैं इस सदन में भी वह जिज्ञासा देख सकता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन का शानदार मेहमाननवाजी के लिए आभार जताते हुए कहा, ‘मैं तीन दशक पहले नागरिक के तौर पर अमेरिका आया था, तब वाइट हाउस को सिर्फ बाहर से देखा था। इस दौरे में जो सम्मान मिला है, वह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है।गिफ्ट डिप्लोमैसी: पीएम मोदी ने किया मैसूर का चंदन बॉक्स गिफ्ट, जो ने दिया विंटेज कैमरा 
अमेरिकी संसद में सदस्य पीएम मोदी के साथ सेल्फी लेते रहे और बाद में उनसे ऑटोग्राफ लेने के लिए अमेरिकी सांसद उनको घेरे रहे। इससे पहले पीएम मोदी ने बाइडेन को विशेष चंदन का बॉक्स भेंट किया। मैसूर के चंदन पर जयपुर के कलाकार ने नक्काशी की है। इस बॉक्स में 10 तरह के दान भी हैं। चौथे स्थान पर हिरण्यदान यानी सोने का दान है। बॉक्स में 24 कैरेट शुद्धता का हैंडमेड सोने का सिक्का रखा गया है। नौवें स्थान पर रौप्यदान यानी 99.5% शुद्ध चांदी का सिक्का है। ये दोनों राजस्थान के कारीगरों ने तैयार किए। आइए पीएम मोदी के अमेरिका के राजकीय दौरे के दूसरे दिन की खास बातों पर एक नजर डालते हैं। जो बाइडेन ने पीएम मोदी को एक विंटेज अमेरिकी कैमरा गिफ्ट किया। इसके साथ जॉर्ज ईस्टमैन के पहले कोडक कैमरे के पेटेंट का एक अभिलेखीय प्रतिकृति प्रिंट, अमेरिकी वन्यजीव फोटोग्राफी की एक हार्डकवर बुक और 20वीं सदी की हस्तनिर्मित प्राचीन अमेरिकी पुस्तक गैली भेंट की।पीएम मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री, जिन्होंने अमेरिकी कांग्रेस को दो बार किया संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने अमेरिकी कांग्रेस को दो बार संबोधित किया है। भारत और अमेरिका के बीच लगातार मजबूत होते संबंधों के दौर में यह एक बेहद ऐतिहासिक कदम है। पीएम मोदी जब अमेरिकी संसद को संबोधित कर रहे थे उस समय वहां मोदी-मोदी के नारों, स्टैंडिंग ओवेशन और तालियों की गड़गड़ाहट बता रही थी कि भारत का सम्मान किस कदर पीएम मोदी ने बढ़ा दिया है। करीब 15 बार अमेरिकी संसद में लोगों ने खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी को सम्मान दिया जबकि करीब 80 बार तालियां बजाई गई। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप दो महान लोकतंत्रों – भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए हैं। अमेरिकी संसद में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण से श्रोता बेहद प्रभावित नजर आए।भारत-अमेरिका की यह साझेदारी लोकतंत्र के भविष्य के लिए शुभ संकेत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया के दो महान लोकतांत्रिक देशों के संबंधों को सेलिब्रेट करने के लिए मैं अमेरिकी कांग्रेस में आया हूं। पीएम मोदी ने कहा, “मैं भारत और अमेरिका के मजबूत होते संबंधों को और बेहतर देखना चाहता हूं।” उन्होंने कहा कि लोकतंत्र वह अहम विचार है, जो बहस और चर्चा का स्वागत करता है। लोकतंत्र एक संस्कृति है जो विचार और अभिव्यक्ति को पंख देती है। भारत को लोकतांत्रिक भावना के विकास में अनादि काल से ऐसे मूल्यों का सौभाग्य प्राप्त है। भारत लोकतंत्र की जननी है। अमेरिका सबसे पुराना और भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमारी साझेदारी लोकतंत्र के भविष्य के लिए शुभ संकेत है। पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र हमारे लिए एक पवित्र और शेयर्ड वैल्यू है। ऐतिहासिक रूप से लोकतंत्र समानता और सम्मान की रक्षा करने के लिए काम कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, “पीएम मोदी के साथ हमने शानदार वक्त बिताया है। भारत और अमेरिका दो गौरवशाली राष्ट्र हैं, दोनों के डीएनए में लोकतंत्र है।

22 आधिकारिक भाषाएं और हजारों बोलियां : प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के शानदार अंदाज के बीच में हिंदी और अंग्रेजी में कविता भी सुनाई। उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस में भारत की सांस्कृतिक विविधता के बारे में भी बात की। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पास 2500 से अधिक राजनीतिक दल हैं। 20 से अधिक राजनीतिक दल भारत के अलग-अलग राज्यों में शासन कर रहे हैं। भारत में 22 आधिकारिक भाषाएं हैं, जबकि हजारों बोलियां हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इसके बाद भी हम सब एक भाषा बोलते हैं।

सबसे महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार : पीएम मोदी ने कहा कि विमान का एक ऑर्डर अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख से अधिक रोजगार पैदा करता है। जब कोई अमेरिकी फोन निर्माता भारत में निवेश करते हैं तो यह दोनों देशों में रोजगार और अवसरों का नया तंत्र बनाता है। एक सदी तक हम रक्षा सहयोग से हम दूर रहे, अब संयुक्त राज्य अमेरिका हमारा सबसे महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार बन गया है।

दुनिया आज भारत को जानना चाहती है : भारत में विविधता जीवन जीने का एक स्वाभाविक तरीका है। आज दुनिया, भारत के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहती है। पिछले दशक में भारत में अमेरिकी कांग्रेस के 100 से अधिक सदस्यों का स्वागत करके हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। भारत के विकास, लोकतंत्र और विविधता को हर कोई समझना चाहता है। हर कोई जानना चाहता है कि भारत क्या कर रहा है और कैसे कर रहा है।

एक अरब लोगों के बैंक खाते: पिछले नौ वर्षों में एक अरब लोगों को उनके बैंक खातों और मोबाइल फोन से जुड़ी एक अद्वितीय डिजिटल बायोमेट्रिक पहचान मिली है। यह डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा हमें वित्तीय सहायता के साथ सेकंड के भीतर नागरिकों तक पहुंचने में मदद कर रहा है। 850 मिलियन लोगों को उनके खातों में सीधा वित्तीय हस्तांतरण प्राप्त होता है। वर्ष में तीन बार एक बटन के क्लिक पर 100 मिलियन से अधिक किसानों को उनके बैंक खातों में सहायता प्राप्त हुई।

भारतीयों को सपनों में भागीदार बनाया : पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका की स्थापना एक समान दृष्टिकोण वाले लोगों से प्रेरित थी। अपने पूरे इतिहास में, आप दुनिया भर के लोगों को गले लगाते हैं और आपने उन्हें अमेरिकी सपने में समान भागीदार बनाया है। यहां लाखों लोग हैं जिनकी जड़ें भारत में हैं, उनमें से कुछ इस कक्ष में गर्व से बैठे हैं और एक मेरे पीछे हैं। उन्होंने खासतौर पर कमला हैरिस का जिक्र किया।

ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या से 6 गुना घर दिए: पीएम मोदी ने कहा कि हमारा दृष्टिकोण ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ है…हम बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमने 150 मिलियन से अधिक लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए लगभग 40 मिलियन घर दिए हैं, जो ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या का लगभग 6 गुना है। हम एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम चलाते हैं जो लगभग 500 मिलियन लोगों के लिए निःशुल्क चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करता है।

आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए गंभीर खतरा: पीएम मोदी ने कहा कि 9/11 हमले और मुंबई में 26/11 हमले के एक दशक से अधिक समय के बाद भी अभी तक कट्टरवाद और आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। ये विचारधाराएं नई पहचान और नया रूप लेती रहती हैं लेकिन इनके इरादे वही हैं। आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इससे निपटने में कोई किंतु-परंतु नहीं हो सकता। हमें आतंक को प्रायोजित और निर्यात करने वाली ऐसी सभी ताकतों पर काबू पाना होगा।

हमारी साझेदारी का यह मिशन: पीएम मोदी ने कहा कि हम अलग-अलग परिस्थितियों और इतिहास से आते हैं लेकिन हम एक समान दृष्टिकोण और एक समान नियति से एकजुट हैं। जब हमारी साझेदारी आगे बढ़ती है तो आर्थिक लचीलापन बढ़ता है, नवाचार बढ़ता है, विज्ञान फलता-फूलता है, ज्ञान बढ़ता है, मानवता को लाभ होता है। हमारे समुद्र और आकाश सुरक्षित होते हैं। लोकतंत्र उज्जवल होगा और दुनिया बेहतर स्थान होगी। यही हमारी साझेदारी का मिशन है जो इस सदी के लिए हमारा आह्वान है।

अभी तो सूरज उगा है: पीएम मोदी ने अपने संबोधन में हिंदी और अंग्रेजी में यह कविता भी सुनाई…
आसमान में सिर उठाकर
घने बादलों को चीरकर
रोशनी का संकल्प लें
अभी तो सूरज उगा है।
अभी तो सूरज उगा है।
दृढ़ निश्चय के साथ चलकर
हर मुश्किल को पार कर
घोर अंधेरे को मिटाने
अभी तो सूरज उगा है।

राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ पीएम मोदी की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस

इससे पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान एक महिला पत्रकार ने प्रधानमंत्री मोदी से भारत में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव से जुड़ा सवाल किया। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले महिला पत्रकार के सवाल को बड़े ध्यान से सुना। उसके बाद उन्होंने शानदार जवाब दिया, वो भारत के विपक्षी दलों और मोदी विरोधियों के लिए एक बड़ा झटका था। अक्सर विपक्ष और मोदी विरोधी भारत में लोकतंत्र खत्म होने और संविधान पर हमले की बात करते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने जिस मजबूती और बेबाकी के साथ अपनी बात रखी, वो उनके दुष्प्रचार पर कड़ा प्रहार था।

“हम लोकतंत्र को जीते हैं, वह हमारी आत्मा है और रगों में है”

महिला पत्रकार के सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मुझे आश्चर्य हो रहा है कि आप कह रही हैं कि लोग कहते हैं। लोग कहते नहीं, भारत डेमोक्रेसी है। और जैसा राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा भारत और अमेरिका दोनों के डीएनए में लोकतंत्र है। लोकतंत्र हमारी आत्मा है। लोकतंत्र हमारे रगों में है। लोकतंत्र को हम जीते हैं। हमारे पूर्वजों ने उसको शब्दों में ढाला है संविधान के रूप में। और हमारी सरकार लोकतंत्र के मूलभूत मूल्यों को आधार लेकर के बने हुए संविधान के आधार पर चलती है। और हमारा संविधान और हमारी सरकार…और हमने सिद्ध किया है डेमोक्रेसी के डिलीवर…जब मैं डिलीवर कहता हूं तब…जाति, पंथ, धर्म, लिंग… किसी भी भेदभाव को वहां जगह नहीं होती है।”

 

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