Home नरेंद्र मोदी विशेष हमारी समृद्धि का डंका : हुरुन रिच लिस्ट में छाया भारत, बीजिंग...

हमारी समृद्धि का डंका : हुरुन रिच लिस्ट में छाया भारत, बीजिंग को पछाड़ा, एशिया में सबसे ज्यादा अरबपति मुंबई में, नए भारत में अमेरिका के बाद सर्वाधिक 94 अरबपति बढ़े

SHARE

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी नीतियों के साथ आत्मनिर्भर और विकसित भारत के विजन के चलते दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हमारी है। इकोनॉमी की इसी रफ्तार के चलते देशवासियों को इसका पक्का यकीन हो चला है कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत की अर्थव्यवस्था दुनियाभर में तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी होगी। हुरुन इंडिया का ताजा रिच लिस्ट में भी भारत की इसी बढ़ती समृद्धि के स्पष्ट संकेत हैं। भारत का न सिर्फ इस लिस्ट में पुरजोर डंका बजा है, बल्कि देश की आर्थिक राजधानी ने चीन के बीजिंग को पछाड़ दिया है। इसी के साथ देश में अरबपतियों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। जी हां, हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2023 के मुताबिक भारत में देखने में आया है कि पिछले पांच साल में अरबपतियों की संख्या में 76 फीसदी तेजी आई है। वहीं दूसरी ओर चीन और ब्रिटेन की बात करें तो वहां अरबपतियों की संख्या में गिरावट आई है, जबकि यूरोप में अभी स्थिरता बनी हुई है।

भारत ने चीन को पीछे छोड़ा, भारत के 94 और चीन के मात्र 55 नए अरबपति
मोदी सरकार की नीतियों के चलते शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिल रही है। इसके दम पर भारत दुनिया में अरबपतियों की सूची में 94 नए चेहरे देने में सफल रहा है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा ऐसा देश है जहां से सर्वाधिक संख्या में अरबपति इस सूची की शोभा बढ़ा रहे हैं। अरबपतियों की सूची में जहां तक किसी एक साल में नए लोगों के जगह बनाने की बात है तो इस मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है। भारत के 94 लोगों के मुकाबले चीन से मात्र 55 अरबपति ही जगह बना पाए। भारत से ऐसे 10 लोग रहे जो 2022 में अरबपतियों की सूची में शामिल थे मगर 2023 में वे इससे बाहर हो गए।

फोटो सोशल मीडियादेश में बेहतर कारोबार और शेयर बाजार से अरबपतियों की संख्या हुई 271
पिछले एक दशक में भारत की निरंतर बढ़ती आर्थिक समृद्धि के चलते वर्ष 2023 में दुनिया के अरबपतियों की सूची में भारत ने अपना झंडा और बुलंद कर लिया है। इससे पिछले साल की तुलना में दुनिया में अरबपतियों की फेहरिस्त में भारत से 94 नए लोगों ने जगह बनाई है। हुरुन इंडिया की तरफ से जारी ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अरबपतियों की संख्या बढ़कर 271 हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार इन धनकुबेरों की संयुक्त संपत्ति 1 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच गई है। ‘2024 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट’ 15 जनवरी, 2024 को समाप्त हुए साल की एक मोटी तस्वीर पेश करता है। वैश्विक धनकुबेरों पर हुरुन की प्रकाशित होने वाली रिपोर्ट का यह 13वां संस्करण था। इस रिपोर्ट में परिसंपत्ति की गणना अमेरिकी मुद्रा डॉलर में की गई है।

हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट में मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी टॉप-15 में शामिल
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी भारत से एकमात्र ऐसे शख्स हैं जिनका नाम ‘हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट’ में शीर्ष 10 नामों में शुमार है। अंबानी इस सूची में एक स्थान फिसलकर 10वें स्थान पर हैं। एक स्थान फिसलने के बावजूद जिस अवधि के लिए रिपोर्ट तैयार की गई है उसमें अंबानी का धन 40 प्रतिशत बढ़कर 11.5 अरब डॉलर हो गया। अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी को ‘हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट’ में 15वें स्थान पर रखा गया है। अंबानी के बाद वह दूसरे भारतीय हैं जिनका नाम इस सूची में आया है। 61 वर्षीय अदाणी की शुद्ध परिसंपत्ति 86 अरब डॉलर है। उनकी परिसंपत्ति में 33 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है जिसमें 2023 में उनकी कंपनियों के शेयरों में तेज सुधार का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है।

भारतीय कारोबारियों में अधिक आत्मविश्वास- ‘अगला साल और होगा बेहतर’
हुरुन ग्लोबल के चेयरमैन रुपर्ट हूगीवर्फ का कहना है कि यह फ्रैंक रूट में महत्वपूर्ण समानताओं को दिखाता है। उल्लेखनीय है कि हुरुन एक रिसर्च ग्रुप है जो दुनियाभर के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट प्रकाशित करता है। वर्ष 1998 से अमीरों के आंकड़े जुटाने वाले हूगीवर्फ का कहना है कि यह दूसरे देशों के मुकाबले भारतीय कारोबारियों में काफी अधिक आत्मविश्वास दिखता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में कारोबारी मानते हैं कि अगला साल बेहतर होगा जबकि चीन में उन्हें लगता है कि अगला साल बदतर होगा। यूरोप में भी कुछ खास उम्मीद नहीं दिखती है। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2023 में 1 साल में अच्छी बढ़ोतरी हुई है। देश में 1,319 लोगों के पास 1,000 करोड़ रुपये से अधिक दौलत है।मुंबई एशिया के अरबपतियों की नई राजधानी बना, पेइचिंग को पछाड़ा
हुरुन रिपोर्ट के अध्यक्ष एवं मुख्य शोधकर्ता रूपर्ट हूगवर्फ ने कहा, ‘साल 2023 भारत के लिए शानदार रहा है जिसमें यहां से लगभग 100 अरबपति वैश्विक पटल पर आए हैं। देश की अर्थव्यवस्था में लोगों का विश्वास काफी बढ़ा है। मुंबई एशिया के अरबपतियों की नई राजधानी बन गया है और यह दुनिया में 3 शीर्ष शहरों (अरबपतियों की संख्या के लिहाज से) में शुमार हो गया है। उसने पेइचिंग से एशिया में अरबपतियों की राजधानी होने का ओहदा छीन लिया है।‘ हुरुन इंडिया के संस्थापक एवं मुख्य शोधकर्ता ने अपने एक बयान में कहा कि ‘2024 हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट’ दुनिया में भारत की तेज आर्थिक तरक्की और भविष्य में इसके नई आर्थिक शक्ति बनने की ओर इशारा कर रहा है।
भारत में नए अरबपतियों का ‘सुपर वर्ष’ बना, चीन में 208 कम हुए
रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में 3,279 अरबपति हैं। पिछले साल से 167 अधिक। नए भारत में 94 अरबपति बढ़े हैं। इससे भारत में अरबपति बढ़कर 271 हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, तेजी से बढ़ते शेयर बाजार की बदौलत भारत में 94 नए अरबपतियों को जोड़ने का ‘सुपर मजबूत वर्ष’ रहा है। यह अमेरिका के बाद किसी भी देश के लिए सबसे ज्यादा है। दुनिया में सबसे ज्यादा अरबपति चीन (814) और अमेरिका (800) में हैं। प्रमुख भारतीय उद्योगों में फार्मास्यूटिकल्स (39 अरबपति), ऑटोमोबाइल व ऑटो कंपोनेंट्स (27) और केमिकल (24) शामिल हैं। जहां एक ओर अरबपति बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दुनियाभर में 278 लोगों ने अरबपति का तमगा खोया है। इसमें अकेले चीन के ही 208 लोग शामिल हैं।

Leave a Reply Cancel reply