प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कोरोना महामारी ने पूरी विश्व व्यवस्था को नए आकार में ढालने और सोच को नए सिरे से व्यवस्थित करने का अवसर दिया है। रायसीना संवाद की छठी कडी का वर्चुअल उद्धाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरी मानवजाति तब तक इस महामारी को मात देने में सफल नहीं होगी जब तक विश्व के हर स्थान के लोग इससे उबर न जायें। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी व्यवस्थाएं बनानी चाहिए, जो आज की समस्याओं और भविष्य की चुनौतियों का समाधान करें और हमें पूरी मानवता के बारे में सोचना चाहिए, न कि सिर्फ उन लोगों के बारे में, जो हमारी सीमाओं में रहते हैं। मानवता समग्र रूप से हमारी सोच और गतिविधियों के केंद्र में होनी चाहिए।