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‘गुरू’ के फिर बिगड़े बोल : करतारपुर में सिद्धू ने इमरान खान को बड़ा भाई बताया, BJP बोली- पाकिस्तान का गुणगान कांग्रेस की सोची-समझी साजिश

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पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह यूं ही पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्दू को पाक-परस्त नहीं कहते। एक बार सिद्दू के बोल बिगड़े हैं। करतारपुर साहिब की यात्रा पर पाकिस्तान गए नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा भाई बताया है। सिद्दू की बयानबाजी पर सियासत शुरू हो गई है।कांग्रेस की सोची-समझी साजिश : संबित पात्रा
उन्होंने कहा कि इमरान ने उन्हें बहुत प्यार दिया है। सिद्धू के इस बयान पर BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सिद्धू ने एक बार फिर अपना पाकिस्तान प्रेम दिखाया है। वे हमेशा पाकिस्तान का गुणगान करते रहते हैं। पात्रा ने कहा कि यह है। कांग्रेस अपने नेताओं को आगे कर पाकिस्तान का गुणगान कराती है।करतारपुर जाने में भी सिद्दू-चन्नी के बीच सियासत
दरअसल, कांग्रेस प्रदेश प्रधान को दूसरे जत्थे में करतारपुर साहिब जाने का मौका मिला है। पंजाब सरकार की तरफ से पहले जत्थे में सीएम चरणजीत चन्नी परिवार, तीन मंत्रियों और कुछ विधायकों के साथ करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते पाक गए थे। तब भी यह सवाल उठा कि सिद्धू को उनके साथ जाना चाहिए था। बाद में पता चला कि पंजाब सरकार ने पहले जत्थे की सूची केंद्र को भेजी थी, उसमें सिद्धू का नाम था ही नहीं। इससे साफ है कि चन्नी, सिद्दू को अपने साथ नहीं ले जाना चाहते थे। इसको लेकर संगठन में सरकार के प्रति नाराजगी होना स्वाभाविक है।पाकिस्तान पहुंचने पर सिद्धू का शाही स्वागत

दूसरे जत्थे में पाकिस्तान पहुंचने पर सिद्धू का शाही स्वागत हुआ। पाकिस्तान की धरती पर कदम रखते ही उन पर फूलों की बरसात हुई। इसके बाद करतारपुर साहिब के सीईओ ने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पूरा पाकिस्तान आपका स्वागत करता है। हम लंबे समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे। इसी बात पर सिद्धू ने कहा कि इमरान मेरे बड़े भाई हैं। उन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया है। इसके बाद माला पहनाकर सिद्धू का स्वागत किया गया।पहले भी सामने आई नजदीकियां
सिद्धू की पाक पीएम इमरान खान से नजदीकी पहली बार नहीं है। इससे पहले वे इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में भी पहुंच गए थे। वहां पर उन्होंने पाक आर्मी चीफ कमर बाजवा को गले लगा लिया था। इसके बाद वे करतारपुर कॉरिडोर खोलने को लेकर पाकिस्तान में हुए कार्यक्रम में भी हिस्सा लेने गए था।पाकिस्तान सिद्धू को देता है क्रेडिट
हालांकि करतारपुर कॉरिडोर केंद्र सरकार के प्रयासों से खुला है, लेकिन पाकिस्तान जानबूझकर हमेशा सिद्धू को क्रेडिट देता रहा है। हाल ही में कॉरिडोर खुला तो पाक सरकार की वेबसाइट में कहा गया कि सिद्धू ने ही पाक पीएम इमरान खान को कॉरिडोर खोलने का आइडिया दिया था, जिसके बाद यह संभव हो सका।

ये रिश्ता क्या कहलाता है : बीजेपी
भाजपा नेता हरजीत ग्रेवाल ने कहा कि जब वे प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा के साथ गए तो हमें कोई लेने नहीं आया। इससे समझ आता है कि सिद्धू के रिश्तों में इतनी गर्माहट क्यों है। कांग्रेस के पाक से रिश्ते जगजाहिर हो रहे हैं कि पाकिस्तान से उनकी इतनी नजदीकियां क्यों हैं? उन्होंने कहा कि अगर सिद्धू के मन में श्री गुरुनानक देव जी के लिए श्रद्धा और खालसा पंथ के लिए सत्कार है तो वे दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर और कमलनाथ को हटाने की मांग क्यों नहीं करते।

पुंछ में हमारे सैनिकों की शहादत इतनी जल्दी भूल गए सिद्धू
कांग्रेसी सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि इमरान खान किसी का बड़ा भाई हो सकता है लेकिन भारत के लिए वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और सेना के गठजोड़ की कठपुतली है। जो पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियार और नशा भेज रहा है। इसके अलावा वह रोजाना जम्मू कश्मीर में LOC पर आतंकवादियों को भेज रहा है। उन्होंने से पूछा कि क्या हम पुंछ में हमारे सैनिकों की शहादत को इतनी जल्दी भूल गए।

 

गांधी भाई-बहन ने कैप्टन के ऊपर पाक प्रिय सिद्धू को चुना
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि राहुल गांधी के फेवरेट नवजोत सिद्धू ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को बड़ा भाई कहा। पिछली बार उन्होंने पाक आर्मी चीफ जनरल बाजवा को गले लगाया था। उन्होंने कहा कि क्या अब यह कोई सरप्राइज है कि गांधी भाई-बहन ने पूर्व फौजी कैप्टन अमरिंदर सिंह के ऊपर पाकिस्तान प्रिय नवजोत सिद्धू को चुना।सिद्धू को उस मां से पूछना चाहिए, जिसका बेटा शहीद होता है
अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि नवजोत सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आज फिर अपना बड़ा भाई बताया। एक ऐसे देश के प्रधानमंत्री को जो सीमा पर रोज हमारे सैनिकों को मारने का हुक्म देता है। हमारे कितने सैनिक शहीद हो चुके हैं। नवजोत सिद्धू को उस मां से पूछना चाहिए, जिसका बेटा बॉर्डर पर शहीद होकर आता है। इसके बावजूद मां कहती है कि मैं देशभक्त हूं और दूसरे बच्चे को भी सीमा पर भेजूंगी।

 

 

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