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केजरीवाल के वादे के 8 साल हुए, यमुना के नाम पर 6800 करोड़ रुपये खर्च हुए, फिर भी यमुना मैली की मैली!

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2015 से यमुना नदी की सफाई को लेकर झूठा वादा करते आ रहे हैं। हर साल उन्होंने दिल्ली वासियों को वादों का झुनझुना ही थमाया। हर बार उन्होंने अगले साल यमुना की सफाई करने का वादा कर लोगों को बरगलाया। लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर भी दिल्ली में यमुना नदी के घाटों पर प्रदूषण की भरमार रही। प्रदूषण की वजह से यमुना का पानी झाग-झाग हो गया। लेकिन अपनी नाकामी छिपाने के लिए पिछली बार की ही तरह इस बार भी केजरीवाल सरकार ने छठ पूजा से पूर्व यमुना में केमिकल का छिड़काव करवा दिया। यह केमिकल न केवल जलीय जीव-जंतु के लिए विषैला है बल्कि छठ के व्रती लोगों के लिए काफी नुकसानदायक है। इससे स्किन की बीमारी भी हो सकती है। लेकिन ‘दिल्ली के मालिक’ को यमुना की सुध नहीं आई, वे अपना शीश महल बनवाने में मगन रहे। ये हाल तब है जबकि केजरीवाल सरकार ने यमुना की सफाई के नाम पर 6,856 करोड़ रुपये खर्च कर दिए।  

यमुना में जहरीली झाग को दबाने के लिए केमिकल का छिड़काव
लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा से पहले केजरीवाल सरकार ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए यमुना में ज़हरीली झाग को दबाने के लिए केमिकल का छिड़काव करवा दिया। इस केमिकल से क्या यमुना का पानी दूषित नहीं होगा? जीव-जंतुओं व श्रद्धांलुओं को नुकसान नहीं पहुंचाएगा? केजरीवाल सरकार को पूरे साल याद नहीं रहता है, जब छठ पूजा आती है तो अपनी नाकामी छुपाने के लिए केमिकल का छिड़काव करते हैं। यदि यह केमिकल हानिकारक नहीं है तो पूरे साल इसका छिड़काव क्यों नहीं किया जाता है? केंद्र सरकार के द्वारा यमुना सफाई हेतु लाखों करोड़ रुपए दिए जाने के बाद भी यमुना की स्थिति आज भी बदहाल है जब कि ये दिल्ली की लाइफ लाइन है।

2015: यमुना को इतना साफ कर देंगे कि लोग यहां पिकनिक मनाएंगे
अरविंद केजरीवालः पांच साल के अंदर अपने को ऐसे करना है कि दिल्ली के एक-एक व्यक्ति को यमुना के तट पर लाना है और एक-एक व्यक्ति को यमुना के लिए गौरवान्वित करवाना है कि हां दिल्ली में जो यमुना बह रही है वो हमारी अपनी यमुना है। और ये दिल्ली की लाइफलाइन है।
मनीष सिसोदियाः यमुना को लेकर एक बड़ा कमिटमेंट हमारा ये है अध्यक्ष महोदय कि इसकी हम पूरी सफाई करेंगे। इसकी पूरी सौंदर्यीकरण की योजना बनाई है। और इस सफाई और सौंदर्यीकरण की योजना के बाद, इसमें समय लगेगा लेकिन अगले कुछ साल में और पांच साल खत्म होने से पहले-पहले ये हमारा कमिटमेंट है कि यमुना को पूरी तरफ साफ करना है। ऐसा साफ कर देंगे, यमुना को इतना साफ कर देंगे कि लोग यहां पिकनिक मनाने आ सकें, बोटिंग करने आ सकें। और लोग गर्व करें ये हमारे राज्य की नदी है।

यमुना की सफाई पर केजरीवाल के बदलते बयान
अरविंद केजरीवाल 2016 – और ये दिल्ली की लाइफलाइन है।
अरविंद केजरीवाल 2019 – अगले चुनाव के अंदर, ये वाला चुनाव नहीं पांच साल के अंदर, अगले चुनाव के पहले आपके सारे गांव को ले जाकर उसमें डुबकी लगवा दूंगा मैं।
अरविंद केजरीवाल 2020 – यमुना को साफ किया जाएगा और जैसा कि मैं अक्सर कहता हूं कि पांच साल तो लगेंगे लेकिन पांच साल के अंत में मैं आपको सबको यमुना में डुबकी तो जरूर लगवा दूंगा मैं।
अरविंद केजरीवाल 2021 – हम 2025 फरवरी तक यमुना को जरूर साफ कर लेंगे।
अरविंद केजरीवाल 2023 – मैंने आपको एक प्रॉमिस किया हुआ है कि अगले चुनाव से पहले आपके साथ यमुना में डुबकी लगाऊंगा। वो कर दूंगा पूरा। हां, 2025 का जो चुनाव है।

यमुना दिल्ली से यूपी में जाती है, दिल्ली की शिक्षा मंत्री ने यमुना को उल्टा बहा दिया
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी मारलेना UP से कह रही है कि वह फोम वाला गंदा पानी यमुना में ना छोड़े..जबकि यमुना दिल्ली होते हुए फिर यूपी में प्रवेश करती है और यह जिस बैराज की बात कर रही है उस बैराज से पानी दिल्ली में आता ही नहीं है। सोचिए यह दिल्ली की शिक्षा मंत्री हैं! जो कह रही हैं कि उल्टी यमुना यूपी से दिल्ली की ओर बहती है। लेकिन तथ्य यह है कि यमुना यमुनोत्री (उत्तराखंड) से पानीपत (हरियाणा) तक बहती है फिर दिल्ली से आगरा (यूपी) और अंत में प्रयागराज (यूपी) तक जाती है।

केजरीवाल ने यमुना के नाम पर 6800 करोड़ खर्च किए
यमुना की सफाई को लेकर 2015 से तारीख पर तारीख देते आ रहे केजरीवाल ने अब नई तारीख दी है। अब उन्होंने यमुना की सफाई की नई तारीख 2025 मुकर्रर की है। शराब घोटाले से लेकर तमाम वित्तीय अनियमितताओं में फंस चुके केजरीवाल सरकार ने यमुना के नाम पर भी बड़े घोटाले को अंजाम दिया है। पिछले पांच साल में दिल्ली सरकार ने यमुना के नाम पर 6800 करोड़ रूपये का बंदरबांट किया फिर भी यमुना पहले से ज्यादा मैली है। प्रदूषण और गंदगी के चलते यमुना का पानी कई जगहों पर जहरीला हो चुका है, लेकिन केजरीवाल विज्ञापनों में मस्त हैं, प्रधानमंत्री को अनपढ़ कहने में व्यस्त है। इससे पता चलता है कि दिल्ली के विकास को लेकर उनकी नीयत ही साफ नहीं है। जनता की गाढ़ी कमाई का हजारों करोड़ रूपया विज्ञापन में और घोटालों में बहाने वाले केजरीवाल को अब जनता पहचान चुकी है और अगले चुनाव में उनको माफ नहीं करने वाली।

केजरीवाल ने यमुना में झाग बनाने के लिए 6800 करोड़ रुपये खर्च
75 साल में कोई भी सरकार बहते हुए पानी में झाग नहीं बना सकी थी। केजरीवाल ने यमुना में झाग बनाने के लिए 6,856 करोड़ रुपये खर्च कर दिए और वो भी यमुना के बहते पानी में। नदी में झाग बनाने का जो काम अमेरिका जैसा विकसित देश भी नहीं कर सका वो काम केजरीवाल ने कर दिखाया। यमुना में झाग बनाने वाले इसी केजरीवाल ने कहा था कि यमुना नदी को इतना साफ कर देंगे कि लोग इसमें डुबकी लगा सकेंगे। लेकिन इनकी नाकामी की वजह से आज भी यमुना मैली हैं।

केजरीवाल ने कहा- 6 प्वाइंट एक्शन प्लान से साफ होगी यमुना
दिल्ली सरकार का बजट पेश होने के बाद केजरीवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में 22 मार्च 2023 को कहा कि यमुना की सफाई के लिए 6 सूत्रीय कार्ययोजना बनाई गई है। सरकार इस योजना पर काम करेगी। सभी कॉलोनियों को सीवेज से जोड़ा जाएगा और यमुना नदी की सफाई के लिए सीवेज शोधन संयंत्रों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि 2025 के अगले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मैं आपके साथ यमुना में डुबकी लगाऊंगा। यहां सवाल यह उठता है कि पिछले नौ साल से केजरीवाल ने यमुना की सफाई की बात तो की लेकिन उस पर काम क्यों नहीं हुआ।

यमुना की सफाई के लिए क्लीनिंग सेल का किया गठन
अरविंद केजरीवाल यमुना की सफाई को लेकर 2015 से झूठ ही बोलते आ रहे हैं और हर साल-दो साल पर एक नया शिगूफा छोड़ देते हैं। इसी तरह 2021 में उन्होंने यमुना की सफाई के लिए क्लीनिंग सेल का किया गठन किया था। अब इसके भी दो साल गुजर चुके हैं लेकिन यमुना फिर भी मैली है। आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में बेहद प्रदूषित यमुना नदी को साफ करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना क्लीनिंग सेल का गठन किया है। यह सेल सबंधित विभागों की ओर से किए जा रहे कार्यों पर नजर रखेगा। दिल्ली जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को इस सेल का अध्यक्ष बनाया है और इसमें सभी संबंधित विभागों के प्रतिनिधि सदस्य शामिल होंगे। फरवरी 2025 तक यमुना नदी को पूरी तरह साफ कर लेने का लक्ष्य रखा गया है और इसकी जिम्मेदारी सेल के पास होगी।

यमुना को गंदा होने में 70 साल लगे, दो दिन में सफाई नहीं हो सकतीः केजरीवाल
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, केजरीवाल ने 2021 में एक प्रेस कांफ्रेस कर यमुना की गंदगी पर चिंता जाहिर की थी। साथ ही छह एक्शन प्वाइंट्स भी बताए। उन्होंने कहा कि 2025 तक यमुना की सफाई पूरी कर ली जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि अगले चुनाव तक यमुना को पूरी तरह साफ कर लिया जाएगा और मैं इसमें आपके साथ डुबकी भी लगाऊंगा। केजरीवाल ने कहा कि मैं जो कहता हूं वो करता हूं। केजरीवाल ने कहा कि यमुना नदी को इतना गंदा होने में 70 साल लगे। दो दिन में इसकी सफाई नहीं हो सकती। मैंने दिल्ली के चुनावों में लोगों से वादा किया था कि अगले चुनावों तक इसे साफ कर दिया जाएगा। हमने युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है। हमारे पास इस पर छह एक्शन प्वाइंट हैं, मैं व्यक्तिगत रूप से इसकी निगरानी कर रहा हूं।

केजरीवाल ने कहा था- यमुना में लोग डुबकी लगा सकेंगे
केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान एक सभा में कहा था अगर उनकी सरकार फिर से चुनकर आती है तो वो यमुना को स्वच्छ बनाएंगे। उन्होंने दावा किया कि वो यमुना को न केवल स्वच्छ बनाएंगे बल्कि उसे ऐसा बनाएंगे कि दिल्ली के लोग उसमें डुबकी भी लगा सकेंगे। केजरीवाल ने कहा था कि अगले पांच साल में यमुना की सफाई आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में दोबारा सत्ता में आने पर यमुना को इतना स्वच्छ बनाया जाएगा कि इसमें दिल्ली के लोग डुबकी लगा सकेंगे। अब तीन साल बीत चुके हैं यमुना की कितनी सफाई हुई यह तो सब सामने है।

केजरीवाल ने कहा था- मैं भी आपके साथ यमुना में डुबकी लगाउंगा
केजरीवाल ने 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सभा में उपस्थित लोगों से पूछा कि, ‘क्या आपको लगता है कि हमें यमुना को साफ करना चाहिए?’ इसका जवाब हां में मिला। उन्होंने कहा कि ‘यमुना में, बहुत सारा सीवर का पानी और औद्योगिक कचरा बहाया जाता है। हमने इसकी पहचान कर ली है। मैं यह पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अगले पांच वर्षों के भीतर, यमुना साफ होगी। अगले विधानसभा चुनाव से पहले, आप सभी यमुना में स्नान कर सकेंगे और तब मैं आपके साथ डुबकी लगाऊंगा। हम यमुना को उस स्तर तक साफ करेंगे।’ उन्होंने कहा कि दिल्ली में अभी काफी काम किया जाना बाकी है।

2015 से 2023 आ गया लेकिन केजरीवाल का 5 साल खत्म नहीं हुआ
केजरीवाल लगातार अपने भाषणों और बयानों में यमुना को साफ़ और निर्मल करने की बात दोहराते आए हैं, लेकिन इनमें से कोई भी काम जमीन पर नहीं उतारा जा सका है। वे लगातार यमुना की सफाई जैसे मुद्दों पर राजनीति करने और अन्य राज्यों तथा केंद्र सरकार पर दोष मढ़ते रहे हैं।

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