दुनिया को योग के रूप में बडा तोहफा देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर अब वे लोग भी योग करने को तैयार हो रहे हैं जो अब तक इसके खिलाफ रहे थे। दरअसल पीएम मोदी की सलाह पर ही यूएन ने 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था। तब से हर साल यह दिवस मनाया जा रहा है। भारत में भी योग दिवस एक उत्सव बन चुका है और घर-घर लोगों को इसका इंतजार रहता है। अब मुसलमान भी योग को अपनाने के लिए आगे आ रहे हैं।

21 जून को लखनऊ में मुस्लिम समुदाय के लोग योग दिवस पर बड़ा आयोजन करने जा रहे हैं। दरअसल विश्व योग दिवस मनाने के लिए ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से बढ़-चढ़कर शामिल होने की अपील की थी। इसी अपील से प्रेरित होकर यूपी के मुसलमान भी अब योग दिवस मनाने जा रहे हैं। लखनऊ में इसके लिए 21 जून को भव्य आयोजन किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस बार योग करने के लिए लखनऊ जाने वाले हैं। इस वजह से लखनऊ के लोगों में खासा उत्साह है। स्थानीय लोग जाति और धर्म से ऊपर उठते हुए इकट्ठा हैं और योग करने को उत्सुक नजर आ रहे हैं। पूरे उत्साह के साथ समय का इंतजार किया जा रहा है। मुस्लिम महिलाएं भी योग उत्सव में शामिल होने के लिए तैयारी कर रही हैं।

जो मुस्लिम योग से जुड़ने जा रहे हैं उनमें से कई का कहना है कि योग नहीं करने की अपील करने वाले लोग समाज को तोड़ रहे हैं। इनका दावा है कि मुस्लिम 1450 ईस्वी से योग करते आ रहे हैं। यह धर्म से परे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। योग देश ही नहीं दुनिया को जोड़ रहा है। ऐसे में मुसलमान इससे अलग क्यों रहें।
21 जून को दुनिया में तीसरा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की तैयारी की जा रही है। यूएन ने 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था।
                
		








