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महिला दिवस पर प्रधानमंत्री ने इन 6 महिलाओं को सौंपा अपना सोशल मीडिया अकाउंट, नारी शक्ति को किया नमन

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर देश की नारी शक्ति को नमन किया है। नारी शक्ति को नमन करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि ‘महिला दिवस पर हम अपनी नारी शक्ति को नमन करते हैं! हमारी सरकार ने हमेशा महिलाओं को सशक्त बनाने का काम किया है, जो हमारी योजनाओं और कार्यक्रमों में झलकता है। आज, जैसा कि वादा किया था, मेरे सोशल मीडिया अकाउंट उन महिलाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे जो विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं।

अपना वादा निभाते हुए उन्होंने महिला दिवस के मौके पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट को अलग-अलग क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाली 6 महिलाओं को सौंप दिए। इस महिलाओं में तमिलनाडु के चेन्नई से वैशाली रमेशबाबू, दिल्ली से डॉ अंजली अग्रवाल, बिहार के नालंदा से अनीता देवी, ओडिशा के भुवनेश्वर से एलिना मिश्रा, मध्य प्रदेश के सागर से शिल्पी सोनी और राजस्थान से अजैयता शाह शामिल हैं।

वैशाली रमेशबाबू
वैशाली रमेशबाबू शतरंज की बड़ी खिलाड़ी हैं और 2023 में उन्होंने शतरंज ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया है। प्रधानमंत्री मोदी के सोशल मीडिया से अपने संदेश में वैशाली ने लिखा कि मुझे बेहद खुशी हो रही है कि मैं हमारे पीएम नरेन्द्र मोदी जी के सोशल मीडिया को संभाल रही हूं, वो भी महिला दिवस पर। जैसा कि आप में से कई लोग जानते हैं, मैं शतरंज खेलती हूं और मुझे अपने प्यारे देश का कई टूर्नामेंट्स में प्रतिनिधित्व करने पर बहुत गर्व है। मैं 6 साल की उम्र से शतरंज खेल रही हूं। मैं सभी महिलाओं, खासकर युवा लड़कियों को कहना चाहती हूं कि अपने सपनों का पीछा करें, चाहे कितनी भी बाधाएं आएं। आपका जुनून आपकी सफलता की ताकत बनेगा। वैशाली ने आगे कहा कि मैं महिलाओं को किसी भी क्षेत्र में अपने सपने को फॉलो करने और बाधाओं को तोड़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती हूं, क्योंकि मुझे पता है कि वे ऐसा कर सकती हैं।

डॉ. अंजलि अग्रवाल
डॉ. अंजलि अग्रवाल सामर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी की संस्थापक हैं। उन्होंने देशभर में स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों को दिव्यांगों के लिए अधिक सुलभ बनाने में अहम भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया हैंडल को संभालते हुए उन्होंने कहा कि मैं परिवर्तन की चिंगारी जलाना चाहती हूं, और एक्शन का आह्वान करना चाहती हूं- लेबल भूल जाएं, बाधाओं को भूल जाएं… आइए सुगम्य भारत को मजबूत करें और इसे विकसित भारत का एक महत्वपूर्ण अग्रदूत बनाएं। डॉ अंजलि ने आगे कहा कि आइए सुनिश्चित करें कि हर महिला, हर व्यक्ति, अपने जीवन को सम्मान और स्वतंत्रता के साथ जी सके। आइए हम विकलांग व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाएं।

अनीता देवी
अनीता देवी ने लिखा है कि मैं नालंदा जिले के अनन्तपुर गांव की रहने वाली हूं। मैंने जीवन में बड़े संघर्ष देखे हैं, लेकिन मेरा हमेशा से मन था, अपने दम पर कुछ करने का। 2016 में मैंने खुद स्वरोजगार करने का फैसला लिया था। उसी दौर में स्टार्ट-अप्स का इतना क्रेज बढ़ गया था। इसलिए 9 साल पहले मैंने भी अपनी माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की। आज मशरूम उत्पादन के जरिये मैं अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही हूं। मैंने ना सिर्फ अपनी राह आसान की है, बल्कि सैकड़ों महिलाओं को रोजगार के अवसर देकर आत्मनिर्भर भी बनाया है। अब मेरा सपना है कि गांव की हर महिला अपने पैरों पर खड़ी हो। अभी जो मखाना बोर्ड की स्थापना का ऐलान हुआ है, उसके बाद मैं मखाने से जुड़े काम के बारे में भी सोच रही हूं।

एलिना मिश्रा और शिल्पी सोनी
प्रधानमंत्री का सोशल मीडिया अकाउंट संभालने वाली में वैज्ञानिक एलिना मिश्रा और शिल्पी सोनी भी शामिल हैं। दोनों वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, परमाणु प्रौद्योगिकी और महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया है। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा है कि हम एलीना मिश्रा (परमाणु वैज्ञानिक) और शिल्पी सोनी (अंतरिक्ष वैज्ञानिक) हैं। हम महिला दिवस पर प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया अकाउंट्स का नेतृत्व करने के लिए रोमांचित हैं। हमारा संदेश- भारत विज्ञान के लिए सबसे जीवंत स्थान है और इसलिए हम अधिक से अधिक महिलाओं से इसे अपनाने का आह्वान करते हैं।

अजैयता शाह
फ्रंटियर मार्केट्स की संस्थापक और सीईओ अजैयता शाह ने 35,000 से अधिक महिला उद्यमियों को सशक्त बनाया है। प्रधानमंत्री का सोशल मीडिया अकाउंट संभालते हुए उन्होंने कहा कि एक मुद्दा जो मेरे दिल के करीब रहा, वह है ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियां। ये चुनौतियां वित्तीय, बुनियादी ढांचे तक पहुंच और बहुत कुछ हो सकती हैं। इसलिए, मैंने पिछले दो दशकों में इसे कम करने में अपना समय बिताया है। और, मुझे गर्व है कि न केवल मैं बदलाव लाने में सक्षम रही हूं, बल्कि मैं कई और महिलाओं को भी इस अवसर पर आगे बढ़ते और ऐसा ही करते हुए देख रही हूं।

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