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मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति, मेरे खाते में करोड़ों माताओं-बहनों का आशीर्वाद- प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं, मेरे खाते में करोड़ों माताओं-बहनों का आशीर्वाद है। महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च को गुजरात में नवसारी जिले के वांसी बोरसी गांव में विभिन्न विकास कार्यों का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि ‘आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं। जब मैं कहता हूं कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं, तो कई लोगों के कान खड़े हो जाएंगे। आज पूरी ट्रॉल सेना मैदान में उतर जाएगी, लेकिन मैं फिर भी दोहराऊंगा कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं। मेरी जिंदगी की अकाउंट में करोड़ों माताओं, बहनों, बेटियों का आशीर्वाद है और यह लगातार बढ़ रहा है और इसलिए मैं कहता हूं कि मैं दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति हूं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने दो योजनाओं, जी-सफल और जी-मैत्री का शुभारंभ करने के साथ कई योजनाओं के धन को सीधे महिलाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर भी किया। उन्होंने कहा कि ‘आज यहां गुजरात सफल और गुजरात मैत्री, इन दो योजनाओं का शुभारंभ भी हुआ है। अनेक योजनाओं के पैसे भी महिलाओं के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर किए गए हैं। मैं इसके लिए भी आप सभी को बधाई देता हूं। आज का दिन महिलाओं को समर्पित है।’

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘हमारे यहां शास्त्रों में नारी को नारायणी कहा गया है। नारी का सम्मान, यही समाज और देश के विकास की पहली सीढ़ी होती है। इसलिए विकसित भारत बनाने के लिए, भारत के तेज विकास के लिए, आज भारत विमेन लेड डेवलपमेंट की राह पर चल पड़ा है। हमारी सरकार महिलाओं के जीवन में सम्मान और सुविधा दोनों को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘आज समाज के स्तर पर, सरकार के स्तर पर, बड़ी-बड़ी संस्थाओं में महिलाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा अवसर बन रहे हैं। राजनीति का मैदान हो या खेल का मैदान, न्यायपालिका हो या फिर पुलिस, देश के हर सेक्टर में, हर क्षेत्र में, हर आयाम में महिलाओं का परचम लहरा रहा है। 2014 के बाद से देश के महत्वपूर्ण पदों पर महिलाओं की भागीदारी बहुत तेजी से बढ़ी है। 2014 के बाद ही, केंद्र सरकार में सबसे ज्यादा महिला मंत्री बनीं। संसद में भी महिलाओं की मौजूदगी में बड़ा इजाफा हुआ। हमारी अदालतों में, न्यायपालिका में भी महिलाओं की भागीदारी उतनी ही बढ़ी है।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। इनमें से करीब-करीब आधे स्टार्टअप्स में कोई ना कोई महिला निदेशक की भूमिका में है। भारत अन्तरिक्ष में, स्पेस साइन्स में अनंत ऊंचाइयों को छू रहा है। वहां भी, ज्यादातर बड़े मिशन को महिला वैज्ञानिकों की टीम लीड कर रही है। हम सबको ये देखकर गर्व होता है कि आज दुनिया में सबसे बड़ी संख्या में महिला पायलट हमारे भारत में हैं।’

समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘हम यहां नवसारी के इस आयोजन में भी नारीशक्ति के सामर्थ्य को देख सकते हैं। इस आयोजन की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं ने संभाली है। इतने बड़े आयोजन की सुरक्षा में जो पुलिसकर्मी और ऑफिसर्स तैनात हैं, वे सब की सब महिलाएं ही हैं। कॉन्सटेबल, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, डीएसपी से लेकर वरिष्ठ ऑफिसर्स तक यहां की सुरक्षा व्यवस्था महिलाएं ही संभाल रही हैं। ये नारीशक्ति के सामर्थ्य का ही उदाहरण है। मैं आप सभी से मिलता हूं, तो मेरा ये भरोसा और पक्का हो जाता है कि विकसित भारत का संकल्प अब पूरा होकर ही रहेगा। और इस संकल्प की सिद्धि में हमारी नारीशक्ति की सबसे बड़ी भूमिका होगी।’

उन्होंने कहा कि ‘गांधी जी कहते थे- देश की आत्मा ग्रामीण भारत में बसती है। आज मैं इसमें एक पंक्ति और जोड़ता हूं। ग्रामीण भारत की आत्मा, ग्रामीण नारी के सशक्तिकरण में बसती है। इसीलिए, हमारी सरकार ने महिलाओं के अधिकारों को और महिलाओं के लिए नए अवसरों को बड़ी प्राथमिकता दी है। आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनमी बन चुका है। देश की इस आर्थिक प्रगति की जो नींव है, वो आप जैसी करोड़ों महिलाओं ने ही रखी है। इसमें ग्रामीण अर्थव्यवस्था और महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप्स की अहम भूमिका है। आज देश की 10 करोड़ से ज्यादा महिलाएं 90 लाख से ज्यादा सेल्फ हेल्प ग्रुप्स चला रही हैं। करीब डेढ़ करोड़ महिलाएं ऐसी हैं, जो लखपति दीदी बन चुकी हैं। अगले 5 वर्षों में हम कुल 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लेकर चल रहे हैं। और जिस तेजी से बहनें काम कर रहीं हैं, उससे तो लगता है, शायद हमें इतना इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा, उसके पहले ही हो जाएगा।’

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि ‘आज देश की नारीशक्ति, हर आशंका को परास्त करके, हर संदेह को पीछे छोड़कर, आगे बढ़ रही है। आज, नमो ड्रोन दीदी अभियान से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में, खेती में नई क्रांति हो रही है और इस क्रांति का नेतृत्व करने वाली बहनों को लाखों रुपए की आय हो रही है, पूरे गांव में उनका सम्मान बदल जाता है। घर, परिवार, रिश्तेदार, गांव, बड़े गर्व के साथ पायलट दीदी को देख रहे हैं, ड्रोन दीदी को देख रहे हैं। इसी तरह, बैंक सखी और बीमा सखी जैसी योजनाओं ने गांवों में महिलाओं को नए अवसर दिए हैं। ग्रामीण बहनों के सशक्तिकरण के लिए कृषि सखी और पशु सखी अभियान शुरु किए गए हैं। इनसे लाखों बहनें जुड़ी हैं, उनकी आय बढ़ रही है।’

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