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कांग्रेस खेमे में इतना सन्नाटा क्यों है भाई ? ये मणिपुर नहीं, राजस्थान है, जहां आदिवासी गर्भवती महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया गया, गहलोत सरकार ने की मामले को दबाने की कोशिश

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इस समय कांग्रेस के खेमे में पूरी तरह सन्नाटा है। कांग्रेस के नेता, प्रवक्ता, दरबारी पत्रकार, सोशल मीडिया के ट्रोलर सब मातम मना रहे हैं। उनके ऊपर इतना बड़ा वज्रपात हुआ है कि मुख से आवाज नहीं निकल रही है। कम्प्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल के कीपैड पर उंगलियां लड़खड़ा रही हैं। दिमाग चकरा रहा है। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या जवाब दें? उन्हें रह-रह कर मणिपुर की घटना याद आ रही है कि किस तरह हमने आदिवासी महिलाओं को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर शर्मनाक काम किया था। आज राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले की एक महिला चीख-चीखकर कह रही है कि अगर राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध को लेकर राज्य की अशोक गहलोत सरकार और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आंखें नहीं मूंदते, महिलाओं से भेदभाव नहीं करते तो आज मेरी आबरू बच जाती।

महिला इज्जत की भीख मांगती रही, दरिंदों ने नग्न हालत में गांव में घुमाया

सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि एक महिला को पीटा जा रहा है और एक युवक उसके शरीर से कपड़े उतार रहा है। वहीं कुछ युवक उसका वीडियो बना रहे हैं। महिला अपनी इज्जत बचाने की कोशिश कर रही है। युवक से छोड़ने की गुहार लगा रही है। अपनी इज्जत की भीख मांग रही है। फिर भी दरिंदों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है। महिला चीख रही है, चिल्ला रही है, फिर भी उसे जबरन सरेआम निर्वस्र कर दिया गया। यहां तक कि नग्न हालत में महिला को गांव में घुमाया गया। महिला के साथ हुई इस बर्बरता को देखकर हर कोई हैरान है। सबसे दुखद बात यह है कि महिला गर्भवती थी। वो चिखती रही और गांव वाले हंसते रहे। इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना में ना तो दरिंदों को और ना ही गांव वालों को महिला पर तरस आई। 

आक्रोशित लोगों ने सीएम गहलोत को दिखाए काले झंडे

इसी तरह मणिपुर में हुई घटना को लेकर पूरे देश में तूफान खड़ा करने वाली कांग्रेस मौन है। पहले तो राजस्थान के धरियावाद में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना को दबाने की शर्मनाक कोशिश की गई। कांग्रेस सरकार में 3 दिनों तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। जब सोशल मीडिया में यह वीडियो वायरल होने लगा और सियासी तूफान खड़ा हुआ तो गहलोत सरकार की आंखें खुलीं। शासन और प्रशासन हरकत में आया। आनन-फानन में कार्रवाई शुरू की गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चला कर दोषियों को सजा दिलवाई जाएगी। वहीं इस घटना में लापरवाही और मामले को दबाने की कोशिश से नाराज लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत को काले झंडे दिखाए। राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध और अत्याचार चरम सीमा पर है। इसको लेकर लोगों में काफी गुस्सा है।  

मणिपुर के सीएम से इस्तीफा मांगने वाले क्या राजस्थान के सीएम से इस्तीफा मांगेंगे ?

मणिपुर की घटना को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला था। वीडियो में हैवानियत और दरिंदगी देखने की नसीहत दी जा रही थी। कहां गया था कि मणिपुर की घटना को लेकर जितने दरिंदे जिम्मेदार है, उतना ही केंद्र सरकार जिम्मेदार है। यहां तक कहा गया था कि अगर समय रहते मणिपुर पर बोले होते और कार्रवाई की होती तो देश की आत्मा कांप नहीं उठती। संस्था, पुलिस और सत्ता की दुहाई देकर गला फांड़ने वाले कांग्रेस प्रवक्ता और नेता सब गायब है। उन्हें अब राजस्थान में ना संस्था, ना पुलिस और ना सरकार नजर आ रही है। क्या इस घटना के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार नहीं है? मणिपुर के मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगने वाले अब राजस्थान के मुख्यमंत्री से इस्तीफा नहीं मांग रहे हैं। आज चुप बैठे हुए हैं। उन्हें शर्म नहीं आ रही है कि कांग्रेस महिलाओं की इज्जत के साथ किस तरह घिनौनी राजनीति करती है। कांग्रेस की शब्दों में ही कहे तो अब देश की हर महिला को लग रहा है कि हर महिला निर्वस्त्र है और उसके शरीर को नोचा जा रहा है।

लोग पूछ रहे- राहुल, प्रियंका,मालीवाल, I.N.D.I.A.वाले कहां हैं ?

राजस्थान की इस घटना को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है। इसके साथ ही कांग्रेस के दोहरे चरित्र को लेकर लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। लोग सवाल कर रहे हैं कि हाथरस से लेकर मणिपुर तक महिलाओं पर घड़ियाली आंसू बहाने और ड्रामा करने वाले राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा कहा है? क्या ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली प्रियंका वाड्रा राजस्थान की इस महिला की लड़ाई लड़ेंगी ? दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल दरिंदगी की शिकार महिलाओं से मिलने मणिपुर पहुंच गई थी। अब लोग याद दिला रहे हैं और साथ ही सवाल कर रहे हैं कि क्या 1500 किलोमीटर दूर मणिपुर जाने वाली स्वाति मालीवाल दिल्ली के नजदीक राजस्थान जाएंगी? या सोशल मीडिया में तीन लाइन का ट्वीट कर खानापूर्ति करेगी। यहां तक कि लोग सवाल कर रहे हैं कि मणिपुर की घटना पर संज्ञान लेने वाला सुप्रीम कोर्ट इस मामले में भी संज्ञान लेगा ?

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