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टाइम्स ऑफ इंडिया को जनता क्यों कह रही है टॉयलेट पेपर ऑफ इंडिया?

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मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन से हाल ही में एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया, जिसमें एक 12 साल की बच्ची दुष्कर्म के बाद खून से लथपथ जा रही थी। बच्ची करीब ढाई किलोमीटर तक पैदल चलती रही लेकिन इस दौरान कोई मदद को आगे नहीं आया। आखिर में एक पुजारी ने उसकी मदद की। उज्जैन में सामने आई इस घटना के बाद लोगों में खासा नाराजगी है। बच्ची की मदद करने वाले पुजारी ने उस भयावह पल को बयां किया है, जिस हालात में उसे बच्ची मिली थी। बच्ची की मदद करने वाले पुजारी का नाम राहुल शर्मा है, जो उज्जैन शहर से 15 किमी दूर बडनगर आश्रम से जुड़े हुए हैं। अगर बच्ची को तुरंत मदद नहीं मिली तो इसके लिए पूरा समाज जिम्मेदार है जिसमें मुसलमानों की 20 फीसदी आबादी भी शामिल है। लेकिन इस मामले में अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने हिंदुओं के प्रति घृणा दर्शाने वाला कार्टून प्रकाशित किया है। इस कार्टून में कुछ लोगों को गौमाता की पूजा करते हुए दिखाया गया है जबकि बच्ची खून से लथपथ जा रही है। इस कार्टून का मकसद सनातन के ख़िलाफ़ नफरत फैलाना है। टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार अपने दोहरे मानदंड के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन इसने हदें पार करते हुए बच्ची की आड़ में हिंदू धर्म को बदनाम करने का काम किया है। यही वजह है कि अब सोशल मीडिया पर लोग उसे टॉयलेट पेपर ऑफ इंडिया कहने लगे हैं।

बच्ची की मदद के लिए आगे आया पुजारी, फिर भी हिंदू धर्म पर निशाना 
एक तरफ तो बच्ची की मदद के लिए पुजारी सामने आया और फिर भी हिंदू धर्म पर ही हमला किया जा रहा है। पुजारी राहुल ने बताया कि 25 सितंबर को सुबह 9.30 बजे वह किसी काम से आश्रम से निकल रहे थे, तभी उन्होंने एक बच्ची को देखा। बच्ची से खून बह रहा था और वह आधे कपड़ों में थी। उन्होंने उसे आश्रम के गेट के करीब आते हुए देखा। बच्ची कुछ बोल नहीं पा रही थी। पुजारी ने बताया, ‘मैंने बच्ची को तुरंत अपना कपड़ा दिया। उससे खून बह रहा था। उसकी आंखें सूज चुकी थीं। मैंने तुरंत 100 नंबर पर कॉल किया। लेकिन जब मैं हेल्पलाइन नंबर के जरिए पुलिस से संपर्क नहीं कर पाया, तो मैंने तुरंत महाकाल पुलिस स्टेशन से संपर्क किया।’ पुजारी ने बताया, ‘मैंने महाकाल पुलिस स्टेशन को पूरी घटना के बारे में बताया। पुलिस 20 मिनट के भीतर ही आश्रम पर पहुंच गई।’


सनातन धर्म को बदनाम करने के लिए बनाया गया कार्टून
जिस तरह कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो फ्रीडम ऑफ स्पीच के नाम पर खालिस्तानियों को प्रश्रय दे रहे हैं उसी तरह टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) स्वतंत्र पत्रकारिता के नाम पर हिंदू और सनातन विरोध के अपने एजेंडे को बढ़ा रहा है। TOI के इस कार्टून को संदीप अध्वर्यु (Sandeep Adhwaryu) ने बनाया है। उन्हें हिंदूफोबिक कार्टूनिस्ट के तौर पर जाना जाता है। उज्जैन में करीब 20 फीसदी मुस्लिम आबादी भी है। लेकिन कार्टूनिस्ट ने जानबूझकर एजेंडा के तहत सनातन धर्म को बदनाम किया है। वह भी तब जबकि उसकी मदद के लिए अंत में एक पुजारी ही आगे आया।

TOI के कार्टूनिस्ट हैं हिंदूफोबिक
TOI के कार्टूनिस्ट संदीप अध्वर्यु (Sandeep Adhwaryu) को हिंदूफोबिक कार्टूनिस्ट के तौर पर जाना जाता है। हिंदू धर्म के प्रति उनकी घृणा सामने आती ही रहती है। लेकिन वहीं जब ईद और क्रिसमस हो तब उनका प्यार छलक आता है। वे लोगों को शुभकामनाएं देना नहीं भूलते। उस समय उनको जानवरों की कुर्बानी याद नहीं आती।

कार्टून को देखिए और पुजारी की बात सुनिए, सच्चाई और प्रोपेगेंडा समझिए


घूंघट पिछड़ेपन की निशानी, हिजाब पहनना गर्व की बात
ये वही टाइम्स ऑफ इंडिया है जो घूंघट को लिंग भेद और पिछड़ा बताकर इससे महिलाओं के मुक्त होने की प्रशंसा करता है और हिजाब का महिमामंडन करते हुए दो महिलाओं का इंटरव्यू छापता है जिसमें वो बताती हैं कि वो हिजाब क्यों पहनती हैं। मुस्लिम महिलाओं पर हिजाब थोपना इसे उत्पीड़न नहीं लगता।

महाकाल थाना के प्रभारी ने बच्ची को लिया गोद, पढ़ाई से लेकर शादी तक उठाएंगे खर्च
उज्जैन नाबालिग दुष्कर्म मामले पर उज्जैन SP सचिन शर्मा ने बताया, “महाकाल थाने के टीआई अजय वर्मा ने यह फैसला लिया है कि वे बच्ची को गोद लेंगे और बच्ची के लिखाई-पढ़ाई का जितना भी खर्चा होगा वे उसको वहन करेंगे।” वहीं महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा ने कहा, “मैंने बच्ची के स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा और विवाह की बात उठाई है कि मैं बच्ची की मदद करुंगा। मेरे इस संकल्प के साथ काफी लोग साथ आए हैं। मैंने पूर्व में भी एक नागदा की महिला सोफिया का दायित्व उठाया है था जिसे उसके पति ने छोड़ दिया था…।” लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया को ये नहीं दिखाई देगा।

कन्हैयालाल हत्या मामले में टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा था कस्टमर
राजस्थान के उदयपुर में मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद नाम के शख्स ने 28 जून 2022 की शाम कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि कातिलों ने धारदार हथियारों से टेलर का काम करने वाले कन्हैयालाल पर 26 वार किए थे। दरिंदगी ऐसी कि गर्दन को शरीर से अलग करने की पूरी कोशिश की गई थी। दोनों मुस्लिम आतंकी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने पूरी घटना का वीडियो भी बनाया था। इन दोनों ने ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सर तन से जुदा-तन सर से जुदा’ का नारा लगाते हुए कन्हैयालाल के सिर को तन से जुदा कर दिया। इस बर्बर हत्या को लेकर भी टाइम्स ऑफ इंडिया ने जिस तरह से खबर लिखी है उसकी देश भर में निंदा हुई। अखबार ने दोनों को मुस्लिम आतंकी ना बताते हुए कस्टमर बताया था। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने तब भी टाइम्स ऑफ इंडिया की इस पत्रकारिता की थू-थू की थी।

दिवाली के पटाखे से प्रदूषण, ईद में दिखती है खूबसूरती 
दिवाली पर जब पटाखे जलाए जाते हैं तो टाइम्स ऑफ इंडिया को इसमें प्रदूषण दिखता है वहीं जब ईद आता है तो इसे उसमें खूबसूरती नजर आती है। क्या दोहरा मानदंड है। 

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