अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर अपने बयानों से वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है जहां एक ओर उन्होंने हाल ही में भारत पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा था कि अमेरिका ने भारत और रूस को चीन के प्रभाव में खो दिया है, वहीं कुछ ही घंटे बाद उन्होंने यू-टर्न लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी को महान नेता और खास दोस्त कहकर सबको चौंका दिया।
प्रेसिडेंट ट्रंप ने अपने सुर बदलते हुए कहा है कि ‘मैं मोदी जी के साथ बहुत अच्छे संबंध रखता हूं। वह महान व्यक्ति हैं। कुछ महीने पहले वह यहां आए थे। हम रोज गार्डन में गए थे। मोदी जी मेरे अच्छे दोस्त हैं और रहेंगे। वह बहुत अच्छे प्रधानमंत्री हैं। बस इस समय उनकी कुछ बातें मुझे पसंद नहीं हैं, लेकिन भारत और अमेरिका का रिश्ता मजबूत और खास है। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है।’
#WATCH | Washington DC | Responding to ANI’s question on resetting relations with India, US President Donald Trump says, “I always will, I will always be friends with Modi, he is a great Prime Minister, he is great… I just don’t like what he is doing at this particular moment,… pic.twitter.com/gzMQZfzSor
— ANI (@ANI) September 5, 2025
उन्होंने यह भी कहा कि वह भारत से रिश्ते सुधारने को हमेशा तैयार हैं और भारत-अमेरिका की साझेदारी बेहद अहम है। जबकि इसके एक दिन पहले ही शुक्रवार, 05 सितंबर को डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा था कि ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को गहरे और अंधेरे चीन के हाथों खो दिया है। उम्मीद करता हूं कि उनकी साझेदारी लंबी और समृद्ध हो। इसके साथ ही उन्होंने भारत की रूस से तेल खरीद को लेकर गहरी नाराजगी जताई थी। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि मैंने यह बात भारत को बता भी दी थी। इसके बाद हमने भारत पर बहुत बड़ा टैरिफ लगाया, 50 प्रतिशत का, जो काफी बड़ा है।
उनके इस बयान के बाद यह साफ हो गया था कि अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक तनाव अभी खत्म नहीं हुआ है। दरअसल, इसी सप्ताह 01 सितंबर 2025 को चीन के तियानजिन में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई थी। इसके कुछ ही घंटों बाद ट्रंप ने यह टिप्पणी की कि भारत अब भी रूस से बड़ी मात्रा में तेल खरीद रहा है। ट्रंप का मानना है कि इससे चीन की स्थिति मजबूत हो रही है।
लेकिन कुछ ही घंटों बाद ट्रंप के यूटर्न ने दुनिया को चकित कर दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप के इस दोस्ताना बयान के बाद फिर से कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया मोड़ आ सकता है साथ ही दोनों नेताओं के बीच की व्यक्तिगत केमिस्ट्री रिश्तों को स्थायित्व और मजबूती देने में सहायक साबित हो सकती है।
ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे संबंधों के सकारात्मक मूल्यांकन की हम तहे दिल से सराहना करते हैं और उनका पूर्ण समर्थन करते हैं। भारत और अमेरिका के बीच एक अत्यंत सकारात्मक और दूरदर्शी व्यापक एवं वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।
Deeply appreciate and fully reciprocate President Trump’s sentiments and positive assessment of our ties.
India and the US have a very positive and forward-looking Comprehensive and Global Strategic Partnership.@realDonaldTrump @POTUS https://t.co/4hLo9wBpeF
— Narendra Modi (@narendramodi) September 6, 2025
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान ने भारत की परिपक्व और संतुलित कूटनीति को दर्शाया, जहां उन्होंने न केवल ट्रंप की व्यक्तिगत दोस्ती को महत्व दिया बल्कि भारत की रणनीतिक स्वतंत्रता और विदेश नीति के सिद्धांतों की मजबूती से रक्षा भी की। भारत ने बार-बार साफ किया है कि रूस से तेल खरीद का फैसला देश की ऊर्जा जरूरतों और राष्ट्रीय हितों के आधार पर लिया गया है। भारत किसी भी अंतरराष्ट्रीय दबाव में नहीं, बल्कि संतुलित और स्वतंत्र विदेश नीति के तहत अपने फैसले लेता है।
डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना और फिर अचानक आए दोस्ताना बयान से अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या यह एक राजनीतिक रणनीति है या फिर भारत-अमेरिका संबंधों में एक नए दौर की शुरुआत। जो भी हो प्रेसिडेंट ट्रंप और पीएम मोदी के बीच की व्यक्तिगत केमिस्ट्री ने अतीत में भी कई मुश्किलों को संभाला है। ऐसे में यह संभव है कि यह यू-टर्न भी रणनीतिक संबंधों को स्थिर बनाए रखने की एक कोशिश हो।