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ये केजरीवाल देश बदलने और भ्रष्टाचार खत्म करने निकले थे, खुद लुटेरों के गिरोह में शामिल हो गए

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दस साल पहले जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया था कि उनका राजनीति में उतरने का मकसद राजनीतिक कीचड़ को साफ करना और भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाना है। लेकिन राजनीति में उतरते ही राजनीतिक कीचड़ में धंसते चल गए। हालात ऐसे हो गए है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने का दावा करने वाला भ्रष्टाचार का पोस्टर बॉय बन गया है। देश बदलने के लिए निकले केजरीवाल आज देश को लूटने वाले गिरोह में शामिल हो गए हैं। 18 जनवरी को तेलंगाना के सीएम चंद्रेशखर राव की रैली में शामिल हुए और अब जिन लोगों को भ्रष्टाचार की सूची में शामिल किया था, उन्हीं के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।

दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से मिले तेजस्वी यादव

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार (14 फरवरी, 2023) को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की। यह मुलाकात केजरीवाल के दिल्ली में स्थित सरकारी आवास पर हुई। इस दौरान दोनों ही नेताओं ने एक दूसरे से कई मुद्दों को लेकर चर्चा भी की। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”मुझे आज अपने आवास पर तेजस्वी यादव का स्वागत करते हुए खुशी हुई। यह बहुत ही उपयोगी बैठक थी। देश को प्रभावित करने वाले कई मुद्दों पर चर्चा भी हुई।”

नीतीश – लालू का संदेश लेकर केजरीवाल से मिले तेजस्वी

दरअसल तेजस्वी यादव अपने पिता से मिलने दिल्ली पहुंचे थे। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद हाल ही में सिंगापुर से किडनी ट्रांसप्लांट करवाकर वापस दिल्ली लौटे हैं। तेजस्वी यादव ने अपने माता-पिता से मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल से मिलने पहुंचे। इससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव और मुहबोले चाचा सीएम नीतीश कुमार का संदेश लेकर केजरीवाल के पास पहुंचे थे। तेजस्वी के चाचा और पिता की रणनीति है कि 2024 के आम चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट किए जाए। इसके बाद सभी की सहमति से नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के लिए संयुक्त विपक्ष का उम्मीदवार बनने की घोषणा करेंगे। हालांकि अभी तक नीतीश कुमार अपनी दावेदारी की सार्वजनिक घोषणा से बच रहे हैं। 

केजरीवाल के यूटर्न की आदत से असमंजस में विपक्ष 

राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री उम्मीदवार को लेकर पूरा विपक्ष असमंजस में है। खुद अरविंद केजरीवाल विपक्षी एकता को पलिता लगा चुके हैं। उन्होंने खुले मंच से कहा था कि लोग विपक्षी एकता नहीं, उम्मीद चाहते हैं। विपक्षी एकता का क्या मतलब है। सारे विपक्षी मिलकर आओ बीजेपी को हराते हैं। केजरीवाल ने कहा था कि बीजेपी को हराने का ठेका आपने कैसे ले लिया है। हम तो जनतंत्र में रहते हैं। यह काम जनता पर छोड़ देना चाहिए। लेकिन केजरीवाल के इस बयान पर भरोसा करना मुश्किल है, क्योंकि जो व्यक्ति अपने बच्चों की कसम खाकर पलट सकता है, वो अपने राजनीति फायदे के लिए कुछ भी कर सकता है। 

लोगों ने लालू के खिलाफ केजरीवाल के पुराने ट्वीट की दिलाई याद 

अरविंद केजरीवाल और तेजस्वी यादव की इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। लोग आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के खिलाफ केजरीवाल के पुराने ट्वीट की याद दिला रहे हैं। लोगों का कहना है कि केजरीवाल ने राजनीति में आने से पहले भ्रष्टाचारियों की एक लिस्ट तैयार की थी, जिसमें लालू प्रसाद यादव, मुलायम सिंह यादव और कई अन्य नेताओं का जिक्र किया था। केजरीवाल ने लालू यादव के खिलाफ एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि चारा घोटाले में लालू ने करोड़ों रुपये बनाया। लेकिन उस रुपये की रिकवरी के लिए कोई आदेश नहीं दिया गया। 25 लाख रुपये का जुर्माना और कुछ महीने की जेल की सजा सुनाई गई। ये अच्छा डील है।

शराब घोटाले में केजरीवाल और चंद्रशेखर राव पर कसता शिकंजा

सीबीआई ने दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी और भारत राष्ट्र समिति की नेता कविता के चार्टर्ड अकाउंटेंट बुच्ची बाबू गोरंटला को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं ईडी ने अपनी चार्जशीट में आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाए हैं कि चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने कुछ लोगों के साथ मिलकर AAP के विजय नायर को 100 करोड़ की रिश्वत दी थी। इस तरह जांच एजेंसियों के कसते शिकंजे से परेशान होकर सारे भ्रष्टाचारी अब एक एकजुट होने लगे हैं। इसकी झलक 18 जनवरी, 2023 को तेलंगाना में देखने को मिली, जब केजरीवाल मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की रैली में शामिल हुए। इस रैली में केजरीवाल के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई अन्य नेता शामिल हुए थे।

देश के लुटेरों के गिरोह में शामिल हो रहे केजरीवाल

पिछले सात सालों में केजरीवाल उन सभी लोगों के साथ खड़े नजर आए, जो किसी न किसी घोटाले में आरोपी है। यहां तक कि केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के दोषी और सजा काट चुके लालू यादव के साथ भी मंच साझा किया और उन्हें गले से लगाया। तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और ममता बनर्जी के साथ मंच साझा कर चुके हैं। लोगों का कहना है कि जो निकले थे भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए, आज भ्रष्टाचारियों के साथ खड़े है। ईमानदार होने का दावा तो हर कोई कर लेता है, लेकिन इस डगर पर हर कोई चल नहीं पाता है। आज चोर चोर मौसेरे भाई बन गए हैं। जनता को फ्री का लॉलीपॉप देकर कैसे सत्ता को कब्जे में किया जाए, इससे ज्यादा इनकी सोच नहीं है।

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