देश में 2024 के आम चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछने लगी है। वहीं विपक्षी नेताओं और दलों में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर शह और मात का खेल शुरू हो गया है। इसकी झलक पटना में बिहार के सीएम नीतीश कुमार और तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में देखने को मिली। नीतीश कुमार अपनी आदत के मुताबिक जो ड्रामा किया, वो तेलंगाना के सीएम के लिए एक सार्वजनिक बेइज्जती थी। नीतीश कुमार ने जहां केसीआर का अपमान किया, वहीं प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार बनने के लिए पर्दे के पीछे चल रहे सियासी ड्रामे को भी उजागर कर दिया है।
और इसीलिए तीसरा मोर्चा जरूरी है, जहाँ राहुल गाँधी की कॉमेडी खत्म होती है; वहाँ से तीसरे मोर्चा के नेताओं की कॉमेडी शुरू होती है। पहली किश्त में नीतीश कुमार और केसीआर की कॉमेडी का आनंद लीजिए।@shalabhmani https://t.co/IkMdFpmWdw
— विकास प्रीतम सिन्हा (@VikashPreetam) September 1, 2022
मीडिया के सवाल पर कुर्सी छोड़ खड़े हो गए नीतीश
दरअसल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हैं। इसी सिलसिले में केसीआर बुधवार (31 अगस्त, 2022) को एक दिन के दौरे पर पटना पहुंचे। सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद तीनों नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जब तेलंगाना के सीएम केसीआर से सवाल पूछा गया कि क्या 2024 में विपक्षी खेमे का नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे? यह सुनते ही नीतीश कुमार परेशान हो गए और कुर्सी छोड़ खड़े हो गए। इस दौरान केसीआर उनका हाथ पकड़ कर बैठाने की कोशिश करते रहे।
नीतीश कुमार का हाल तो देखिए…
अपने राज्य में अपने द्वारा बुलाए प्रेस कॉन्फ्रेंस को छोड़कर भागना चाह रहे थे और केसीआर उनको बार-बार हांथ पकड़कर बैठा रहे थे।
पत्रकार ने केसीआर से सवाल पूछा, क्या आप नीतीश कुमार जी के नाम को आगे बढ़ाएंगे? जवाब था, मैं कौन होता हूं ये तय (1/2) pic.twitter.com/FzuccJCWjK
— सनातनी हिन्दू 100% Follow Back (@Modified_Hindu8) September 1, 2022
कभी हाथ तो कभी कुर्ता पकड़कर खींचते रहे केसीआर
इस बीच एक पत्रकार ने नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार होने के बारे में सवाल पूछ लिया। इस पर नीतीश कुमार बीच में बोले कि हम सबको एकजुट करने की कोशिश करेंगे। इस पर अभी क्या बता सकते हैं कि क्या होगा या क्या नहीं होगा। ये सब बातें क्यों कर रहे हैं। इसके बाद नीतीश कुमार ने हंसते हुए कहा कि इन लोगों के चक्कर में मत पड़िए और चलिए। बहुत देर तक अजीबोगरीब स्थिति रही। चंद्रशेखर राव कभी उनका हाथ तो कभी उनका कुर्ता पकड़कर खींच कर बिठाते रहे।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और तेलंगाना के सीएम केसीआर. दोनों पीएम बनने का सपना देख रहे हैं. ऐसे में नीतीश कुमार कैसे केसीआर को खुद से आगे निकलने देते? इसलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस में बार बार केसीआर के आग्रह के बाद भी नीतीश खड़े रहे और बाद में केसीआर को मीडिया से बात भी नहीं करने दी. pic.twitter.com/r0alnh6iYs
— Himanshu Mishra ?? (@himanshulive07) September 1, 2022
पीएम उम्मीदवारी पर मुहर नहीं लगने से भागने लगे नीतीश
प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़कर नीतीश कुमार के भागने की मुख्य वजह केसीआर द्वारा बिहार में उनकी उम्मीदवारी पर मुहर नहीं लगाना है। जब केसीआर से इस बात पर सवाल-जवाब होने लगा कि क्या तीसरे मोर्चे की कवायद शुरू होगी तो प्रधानमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार का नाम पेश किया जाएगा। ऐसे में केसीआर इधर उधर की बात करने लगे। उन्होंने नीतीश कुमार को बड़ा भाई बताया लेकिन नीतीश कुमार की उम्मीदवारी पर मौन साध लिया। इससे आहत नीतीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही अपनी पलटीमार छवि के मुताबिक बिहार के अतिथि केसीआर के साथ सामान्य शिष्टाचार भी नहीं निभाया और उनका अपमान किया।
नीतीश कुमार ने तो KCR को बुलाया था PM पद हेतु अपनी उम्मीदवारी पर मोहर लगवाने के लिए।KCR ने तो नाम तक नहीं लिया।नीतीशजी तो उठ कर जाने लगे ।Congress नेता राहुल के नाम का अलाप कर रहे थे।इससे ज्यादा अपमान क्या होगा ?@ANI @ABPNews @ZeeBiharNews @News18Bihar
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 1, 2022
नीतीश ने तेलंगाना के सीएम केसीआर का किया अपमान
इस तरह नीतीश कुमार द्वारा केसीआर का अपमान किए जाने पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने नीतीश कुमार और केसीआर पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “क्या इस तरह बेइज्जत होने पटना गए थे केसीआर ? नीतीश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केसीआर को अपनी बात को पूरा करने का बुनियादी शिष्टाचार भी नहीं निभाया। नीतीश ने केसीआर को अपनी बात पूरी करने के अनुरोध की भी ठुकरा दिया। लेकिन वो तो नीतीश कुमार ठहरे, जो स्वयं अभिमानी है। इसके लिए केसीआर क्या कहेंगे…”
Did KCR travel to Patna to get insulted like this? Nitish Kumar didn’t even accord him the basic courtesy of completing his point in a press interaction. Nitish was dismissive of KCR’s pleas to let him finish. But then that is Nitish Kumar. Self conceited. KCR asked for it… pic.twitter.com/k9BQPo6FCI
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 31, 2022
बिहार को पीएफआई युक्त और हिंदू मुक्त बनाने का टिप्स देने आये थे केसीआर- गिरिराज
तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव और नीतीश कुमार की मुलाकात पर गिरिराज ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केसीआर नीतीश जी को यह सिखाने के लिए बिहार आए थे कि बिहार को पीएफआई युक्त और हिंदू मुक्त कैसे बनाया जाए। जैसे तेलंगाना और हैदराबाद में ‘सर तन से जुदा’ का कार्यक्रम चल रहा है।
केसीआर नीतीश जी को यह सिखाने के लिए बिहार आए थे कि बिहार को पीएफआई युक्त और हिंदू मुक्त कैसे बनाया जाए, जैसे तेलंगाना और हैदराबाद में ‘सर तन से जुदा’ का कार्यक्रम चल रहा है। pic.twitter.com/LrXmLhNake
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) September 1, 2022
पीएम पद के लिए उम्मीदवारी को लेकर विपक्ष में घमासान
नीतीश कुमार, के चंद्रशेखर राव, ममता बनर्जी, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल विपक्ष के प्राधनमंत्री पद के उम्मीदवार बनने की जोड़-तोड़ में लग गए हैं। 2024 के आम चुनाव तक ये सभी नेता अपनी-अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए एक से बढ़कर एक हथकंडे अपनाएंगे। लेकिन केसीआर के पटना दौरा और नीतीश कुमार की पलटी मारने की आदत से आम जनता को भी संकेत मिल गया कि यह सियासी ड्रामा आम चुनाव के नतीजे आने तक जारी रहने की उम्मीद है।
राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, नीतीश कुमार, केसीआर, और ममता बनर्जी ये सभी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार है ☺️ pic.twitter.com/p856mvPNVY
— ठाकुर साहब (@Narpats62770513) September 1, 2022