दिल्ली नगर निगम के चुनाव में जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। चुनाव नतीजे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, केजरीवाल सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन और कैलाश गहलोत के लिए चौंकाने वाले रहे। जहां सत्येंद्र जैन के क्षेत्र में आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया, तो वहीं मनीष सिसोदिया और कैलाश गहलोत के विधानसभा क्षेत्र में भी आप का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। इससे केजरीवाल के कट्टर ईमानदार सरकार और दिल्ली मॉडल को काफी झटका लगा है, क्योंकि शिक्षा और स्वास्थ्य के दिल्ली मॉडल का ढपली लेकर केजरीवाल पूरे देश में बजाते घूम रहे हैं।
जिन मंत्रियों पर दाग, उनके वार्डों में हारी आप
सतेंद्र जैन – शकूरबस्ती
· कुल वार्ड – 3
· बीजेपी – 3
· आप – 0
मनीष सिसोदिया – पटपड़गंज
· कुल वार्ड – 4
· बीजेपी – 3
· आप – 1
कैलाश गहलोत – नजफगढ़
•कुल वार्ड – 4
•बीजेपी – 3
•आप –0— Vikas Bhadauria (@vikasbha) December 7, 2022
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के क्षेत्र में आप को झटका
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के क्षेत्र पटपड़गंज में भी आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। यहां 4 सीटों में से बीजेपी ने 3 वार्ड (मंडावली, विनोद नगर, पटपड़गंज) में जीत हासिल की है। जबकि एक सीट पर आप को जीत मिली है। मनीष सिसोदिया दिल्ली की विवादित शराब नीति में कथित घोटाले को लेकर लगातार बीजेपी के निशाने पर हैं। सीबीआई उनसे पूछताछ भी कर चुकी है। खास बात ये है कि मनीष सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री हैं, आप लगातार चुनावों में स्कूलों का मुद्दा उठाते आई है और केजरीवाल शिक्षा के क्षेत्र में काम के लिए सिसोदिया को भारत रत्न देने की वकालत भी कर चुके हैं। इसके बावजूद सिसोदिया के इलाके में आप को नुकसान उठाना पड़ा है।
दिल्ली की जनता अब जाग रही है
मनीष सिसोदिया के यहाँ चार में से तीन सीट भाजपा जीत गई
सत्येंद्र जैन के यहाँ तीन में से तीनों सीटें भाजपा ने जीतीं हैं
केजरीवाल के भ्रष्टाचार और अत्याचार का क़िला अब ढहने लगा है pic.twitter.com/dzBxe5q7UY
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) December 7, 2022
जेल में बंद सत्येंद्र जैन के इलाके में आप का सुपड़ा साफ
सत्येंद्र जैन के इलाके शकूरबस्ती में आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया। यहां बीजेपी सभी 3 सीटों पर जीत हासिल की। आप को यहां 1 भी सीट नहीं मिली है। सत्येंद्र जैन वही नेता हैं, जो एमसीडी चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा में रहे। बीजेपी ने चुनाव के दौरान सत्येंद्र जैन के जेल में सुविधा लेते हुए एक के बाद एक कई वीडियो जारी कर आप पर निशाना साधा था। सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। केजरीवाल चुनाव में सत्येंद्र जैन को लगातार कट्टर ईमानदार बताकर बीजेपी पर निशाना साधते रहे हैं। यहां तक कि पद्म विभूषण से सम्मानित करने की बात भी कर चुके हैं।
जेल में बंद दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन की सीट पर AAP सभी 3 सीटें हार गईं हैं|
– रानी बाग, पश्चिम विहार और सरस्वती विहार में BJP की जीत|
– आप की ‘एकतरफ़ा’ दिख रही जीत से मामूली अंतर से हुई जीत के पीछे भी एक बड़ा कारण सत्येंद्र जैन और उनके रिलीज़ हुए वीडियो भी हो सकते हैं। pic.twitter.com/pl9LGbGKlv
— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) December 7, 2022
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत भी आप को ले डूबे
दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री और नजफगढ़ से विधायक कैलाश गहलोत भी चार में से महज एक वार्ड में आप को जीत दिला पाए। यहां 3 वार्ड में बीजेपी को जीत मिली है। उन पर बीजेपी की ओर से बस खरीद में घोटाले के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। केंद्रीय एजेंसियों की ओर से उनके खिलाफ जांच भी की जा रही है। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि “दोस्तों को लाभ देने के इरादे से” दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों की निविदा व खरीद संबंधी समिति का अध्यक्ष बनाया गया। बीजेपी ने आरोप लगाया कि इस निविदा के लिए, बोली प्रबंधन सलाहकार के रूप में डीआईएमटीएस की नियुक्ति गलत कामों को सुविधाजनक बनाने के लिए की गई थी।
आम आदमी पार्टी कैलाश गहलोत के निर्वाचन क्षेत्र में सभी वार्ड हार गई जो शराब घोटाले में समान रूप से शामिल थे
अमानतुल्लाह खान निर्वाचन क्षेत्र ओखला में आप सभी वार्डों में हार गई
— Ashish Deshpande (@ashdeshpande91) December 7, 2022
कट्टर ईमानदार सरकार के दावे को जनता ने किया खारिज
तीनों मंत्रियों के क्षेत्र में आप के खराब प्रदर्शन से केजरीवाल के कट्टर ईमानदारी को जोरदार झटका लगा है। इस नतीजे ने केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ा दी है। क्योंकि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कामकाज के नाम पर ही दिल्ली मॉडल पेश किया जाता है। केजरीवाल अक्सर दावा करते हैं कि उनकी सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे अच्छा काम किया है। दूसरी तरफ बीजेपी ने इन मंत्रियों के खिलाफ घोटाले का आरोप लगाकर घेरती रही है। ऐसे मे इन मंत्रियों के क्षेत्र में आप की हार से ना सिर्फ बीजेपी का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि उससे हमलावर होने का एक और मौका मिलेगा।
मनीष सिसोदिया
सतेंद्र जैन
और
कैलाश गहलोत
अपने इलाके के सीट हार गए हैं
मतलब
दिल्ली की जनता इनके किए काले कारनामे
भ्रष्टाचार को सबक सिखा दिया है ।— UMMID?? (@ummid01) December 7, 2022
मुस्लिम बहुल इलाकों में आप का प्रदर्शन रहा खराब
आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन मुस्लिम बहुल इलाकों में भी अच्छा नहीं रहा। दिल्ली में आप का मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले अमानतुल्लाह खान और दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन के इलाकों में जनता ने उन पर भरोसा नहीं किया। अमानतुल्लाह खान की विधानसभा सीट ओखला में आने वाले पांच वार्डों में आप को केवल एक पर जीत मिली। यहां दो पर बीजेपी और दो पर कांग्रेस ने जीत हासिल की। वहीं, जेल में बंद दिल्ली दंगों के आरोपी पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के नेहरू विहार वार्ड नंबर पर तो पार्टी तीसरे नंबर पर रही। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही रहा।
अमानतुल्लाह और ताहिर हुसैन के इलाके में साफ हो गई AAP #DelhiMCDElectionResults2022 #DelhiMCDPolls pic.twitter.com/ANwzD1hEh2
— Kamal nayan (@kamal002nayan) December 7, 2022
मामूली अंतर से जीत और मत प्रतिशत में गिरावट से केजरीवाल की उलटी गिनती शुरू
हालांकि एमसीडी में आम आदमी पार्टी ने बहुमत हासिल किया है। लेकिन आप की ‘एकतरफ़ा’ दिख रही जीत के मामूली अंतर से जीत में बदलने और विधानसभा चुनाव की तुलना में मतों में 12 प्रतिशत की गिरावट ने केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इससे पता चलता है कि अब केजरीवाल का ग्राफ नीचे उतर रहा है। आप को 250 में से 134 सीटें मिली हैं। वहीं बीजेपी को 104 सीटें मिली हैं। कांग्रेस 9 सीटें जीतने में सफल रही है। जबकि 3 सीटों पर निर्दलियों ने जीत हासिल की।एमसीडी की 250 सीटों पर 4 दिसंबर को मतदान हुआ था। कुल 1349 उम्मीदवार ने इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमाया था।