अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाने में पूर्वांचलवासियों का अहम योगदान है लेकिन सत्ता पर काबिज होने के साथ ही केजरीवाल ने पूर्वांचलवासियों के साथ दोगला व्यवहार करना शुरू कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री भले ही पूर्वांचलवासियों को मदद करने का दावा करते हैं लेकिन हकीकत से सभी लोग वाकिफ हैं। कोरोना संकट में यह सच और उभर कर सामने आया है। कुछ दिन पहले केजरीवाल सरकार के मंत्री गोपाल राय और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दावा किया कि प्रवासी मजदूरों को अपने खर्च पर बिहार भेज रही है और इस संबंध में गोपाल राय ने बकायदा ट्वीट कर जानकारी दी लेकिन सच्चाई निकलकर सामने आई कि जहां दिल्ली सरकार एक तरफ प्रवासी मजदूरों को फ्री बिहार भेजने का दावा कर रही थी, वहीं दूसरी तरह बिहार सरकार को पत्र लिखकर प्रवासी मजदूरों को वापस बिहार भेजने के ऐवज में किराये के पैसे की मांग कर रही थी।
Pic 1- Delhi CM @ArvindKejriwal asking money from Bihar Govt for migrants
Pic 2- Haryana CM @mlkhattar politely refusing Bihar Govt's money by saying 'Indians are one'
Didn't want to compare but see contrast b/w two ideologies, Remember Kejriwal is CM bcz of Bihari votes pic.twitter.com/rNRuUO94Y5
— संवैधानिक डकैत (@Shivam_h9) May 17, 2020
वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन के कारण हरियाणा में फंसे बिहार के नागरिकों की देखभाल के बदले राशि भेजे जाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पत्र लिखकर नीतीश कुमार का आभार जताते हुए यह राशि वापस लौटा दी है। हरियाणा के सीएम खट्टर ने अपने पत्र में लिखा है कि नीतीश जी, आपके अधिकारियों का पत्र मिला जिसमें आपने लॉकडाउन के चलते हरियाणा में फंसे बिहार के नागरिकों के बारे में चिंता व्यक्त की है और हरियाणा सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के एवज में खर्च हुई धनराशि देने का प्रस्ताव दिया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने लिखा कि अपने राज्य के नागरिकों के बारे में आपकी चिंता उचित और सराहनीय है। मैं इस पत्र के माध्यम से आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हरियाणा में रह रहे प्रत्येक भारतीय नागरिक हमारे भी उतने ही हैं, जितने उन राज्यों के जहां से वे आते हैं। हम इस बात को समझते हैं कि हरियाणा की आर्थिक, औद्योगिक और कृषि क्षेत्र की उन्नति में उनका भी बहुत योगदान है। हरियाणा आकर काम करने वाला हर नागरिक चाहे कहीं भी पैदा हुआ हो पर आज वो हमारे लिए किसी हरियाणवी से बिल्कुल भी कम नहीं है।
मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar ने बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का आभार प्रकट करते हुए प्रत्येक श्रमिक के हितों की रक्षा का हरियाणा सरकार का संकल्प दोहराया।
राष्ट्र निर्माण में श्रमिकों के योगदान को देखते हुए पहले की तरह ही हरियाणा सरकार स्वयं उठाएगी प्रवासियों का खर्चा pic.twitter.com/uw6oArm50R
— CMO Haryana (@cmohry) May 17, 2020
उधर,दिल्ली सरकार का दोगला चरित्र उस समय उजागर हुआ जब बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने दिल्ली सरकार द्वारा लिखित पत्र को मीडिया में उजागर किया, जिसमें प्रवासी मजदूरों के बिहार भेजने के एवज में किराये की मांग की गई है। बिहार सरकार के मंत्री ने कहा था कि केजरीवाल सरकार प्रवासी मजदूरों के साथ साजिश कर रही है और उन्हें दिल्ली से भगाना चाहती है। लॉकडाउन शुरू होने पर प्रवासी मजदूरों को बसों में भर भर कर दिल्ली बॉर्डर बेसहारा छोड़ दिया था और अब किराये को लेकर झूठ बोल रही है।