Home समाचार फर्क देखिए, CM बनाने वाले प्रवासी मजदूरों को केजरीवाल ने दुत्कारा तो...

फर्क देखिए, CM बनाने वाले प्रवासी मजदूरों को केजरीवाल ने दुत्कारा तो हरियाणा सरकार ने संभाला

SHARE

अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाने में पूर्वांचलवासियों का अहम योगदान है लेकिन सत्ता पर काबिज होने के साथ ही केजरीवाल ने पूर्वांचलवासियों के साथ दोगला व्यवहार करना शुरू कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री भले ही पूर्वांचलवासियों को मदद करने का दावा करते हैं लेकिन हकीकत से सभी लोग वाकिफ हैं। कोरोना संकट में यह सच और उभर कर सामने आया है। कुछ दिन पहले केजरीवाल सरकार के मंत्री गोपाल राय और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दावा किया कि प्रवासी मजदूरों को अपने खर्च पर बिहार भेज रही है और इस संबंध में गोपाल राय ने बकायदा ट्वीट कर जानकारी दी लेकिन सच्चाई निकलकर सामने आई कि जहां दिल्ली सरकार एक तरफ प्रवासी मजदूरों को फ्री बिहार भेजने का दावा कर रही थी, वहीं दूसरी तरह बिहार सरकार को पत्र लिखकर प्रवासी मजदूरों को वापस बिहार भेजने के ऐवज में किराये के पैसे की मांग कर रही थी।  

 

वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन के कारण हरियाणा में फंसे बिहार के नागरिकों की देखभाल के बदले राशि भेजे जाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पत्र लिखकर नीतीश कुमार का आभार जताते हुए यह राशि वापस लौटा दी है। हरियाणा के सीएम खट्टर ने अपने पत्र में लिखा है कि नीतीश जी, आपके अधिकारियों का पत्र मिला जिसमें आपने लॉकडाउन के चलते हरियाणा में फंसे बिहार के नागरिकों के बारे में चिंता व्यक्त की है और हरियाणा सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के एवज में खर्च हुई धनराशि देने का प्रस्ताव दिया है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने लिखा कि अपने राज्य के नागरिकों के बारे में आपकी चिंता उचित और सराहनीय है। मैं इस पत्र के माध्यम से आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हरियाणा में रह रहे प्रत्येक भारतीय नागरिक हमारे भी उतने ही हैं, जितने उन राज्यों के जहां से वे आते हैं। हम इस बात को समझते हैं कि हरियाणा की आर्थिक, औद्योगिक और कृषि क्षेत्र की उन्नति में उनका भी बहुत योगदान है। हरियाणा आकर काम करने वाला हर नागरिक चाहे कहीं भी पैदा हुआ हो पर आज वो हमारे लिए किसी हरियाणवी से बिल्कुल भी कम नहीं है।

उधर,दिल्ली सरकार का दोगला चरित्र उस समय उजागर हुआ जब बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने दिल्ली सरकार द्वारा लिखित पत्र को मीडिया में उजागर किया, जिसमें प्रवासी मजदूरों के बिहार भेजने के एवज में किराये की मांग की गई है। बिहार सरकार के मंत्री ने कहा था कि केजरीवाल सरकार प्रवासी मजदूरों के साथ साजिश कर रही है और उन्हें दिल्ली से भगाना चाहती है। लॉकडाउन शुरू होने पर प्रवासी मजदूरों को बसों में भर भर कर दिल्ली बॉर्डर बेसहारा छोड़ दिया था और अब किराये को लेकर झूठ बोल रही है।  

 

 

Leave a Reply Cancel reply