कांग्रेस नेताओं का दोगलापन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बयानवीर नेता कुछ भी बोल रहे हैं. देश की सभ्यता-संस्कृति की बात जाने दें, इन नेताओं के बयान आपस में ही टकरा रहे हैं। सीएम यदि किसी बात की मुखालफत करते हैं तो पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उसके समर्थन में आ धमकती हैं। वह बिकनी से घूंघट तक में आजादी चाहती हैं, लेकिन राजस्थान सरकार घूंघट उतारने पर उतारू है। इतना ही नहीं सरकार ने तो जिस गांव में महिलाएं घूंघट नहीं करेंगी, वहां पंचायत को मिलेगा 25 लाख का इनाम देने की घोषणा कर डाली है। कार्यकर्ताओं की समझ से बाहर है कि वह किसकी बात को फोलो करें।
बार, बिकनी, बैंकाक!
जैसी पार्टी- वैसी सोंच।
— Prashant Umrao (@ippatel) February 9, 2022
प्रियंका वाड्रा स्कूल-कालेज के विवाद में बिकनी लाने पर हुईं ट्रोल
कर्नाटक के उडूपी में शुरू हुआ हिजाब विवाद में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि महिलाएं बिकिनी पहनें या हिजाब, घूंघट करें, जींस पहनें या कुछ और…यह उनकी पसंद है। इस मामले में किसी को सलाह देने का कोई अधिकार नहीं है। हालांकि विवाद शिक्षण संस्थाओं में यूनीफार्म के साथ हिजाब पहनने को लेकर था, लेकिन प्रियंका ने स्कूल-कालेज के इस विवाद में बिकनी को भी घुसेड़ दिया। इसको लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।
समाज को एक महिला को घूंघट में कैद करने का अधिकार नहीं है, नारी को घूंघट में कैद नहीं कर सकते।
नारी को जब दुर्गा कहते हैं तो उसकी भी देश के निर्माण में भागीदारी होनी चाहिए…अब ज़माना बदल चुका है, हिम्मत और हौसले के साथ महिलाओं को आगे बढ़ना होगा, सरकार आपको हमेशा साथ खड़ी मिलेगी। pic.twitter.com/g1zKsm8WAG— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 5, 2019
“प्रियंका जी, स्कूल में बिकनी कहां से आ गयी? हिजाब का मसला तो शैक्षिक संस्थान के संदर्भ में था।”
लखनऊ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेरे इस सवाल पर यूं भड़क गईं प्रियंका गांधी।
फिर तो लगातार
उनके जवाब
मेरे सवाल pic.twitter.com/oa8FYDwpDB— abhishek upadhyay (@upadhyayabhii) February 9, 2022
घूंघट पर प्रियंका और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आमने-सामने
इतना ही नहीं हिजाब के विवाद में घूंघट को भी जोड़ देने से प्रियंका वाड्रा और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आमने-सामने हो गए हैं। गहलोत पहले से ही महिलाओं के घूंघट के खिलाफ हैं। उन्होंने ट्वीट भी किया कि समाज को एक महिला को घूंघट में कैद करने का कोई अधिकार नहीं है। नारी को घूंघट में कैद नहीं कर सकते। नारी को जब दुर्गा कहते हैं तो उसकी भी देश के निर्माण में भागीदारी होनी चाहिए। अब ज़माना बदल चुका है, हिम्मत और हौसले के साथ महिलाओं को आगे बढ़ना होगा। सरकार घूंघट के खिलाफ महिलाओं के साथ हमेशा खड़ी मिलेगी।
ये कांग्रेस का मानसिक दिवालियापन और दोगलापन है : बीजेपी
बीजेपी नेता रमेश सिंह इंदा ने कहा कि राजस्थान के अलावा देश के कई हिस्सों में महिलाएं घूंघट करती है जो सालों से कोई कैद ना होकर हमारी परंपरा का हिस्सा रहा है। घूंघट लगाना कभी भी संविधान के खिलाफ नहीं रहा। इसके बावजूद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घूंघट प्रथा के खिलाफ अभियान चलाने की बात करते हैं और इसकी आलोचना करते आ रहे हैं। बाड़मेर के बीजेपी नेता ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब देश में हिजाब पहनने को लेकर महिलाओं को आजादी हो सकती है तो कांग्रेस के नेता राजस्थान में घूंघट के लिए ये रवैया कैसे अपना सकते हैं। ये कांग्रेस का मानसिक दिवालियापन और दोगलापन है।
Whether it is a bikini, a ghoonghat, a pair of jeans or a hijab, it is a woman’s right to decide what she wants to wear.
This right is GUARANTEED by the Indian constitution. Stop harassing women. #ladkihoonladsaktihoon
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 9, 2022
प्रियंका कर रही घूंघट की पैरवी, राजस्थान में खत्म करने के लिए 25 लाख का ईनाम
राजस्थान के अधिकांश जिलों में आज भी घूंघट प्रथा है. इसे खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री के सलाहकार और विधायक संयम लोढ़ा तो एक कदम आगे ही बढ़ गए हैं। संयम लोढ़ा ने ऐलान किया है कि शत-प्रतिशत घूंघट मुक्त करने वाली ग्राम पंचायत को 25 लाख रुपए ईनाम में मिलेंगे। यह ईनाम विधायक कोटे से दिया जाएगा। प्रियंका गांधी जिस घूंघट को महिलाओं का अधिकार बता रही हैं, उन्हीं की पार्टी के सीएम के सलाहकार इसे कुप्रथा बता रहे हैं। प्रियंका जिस घूंघट की पैरवी कर रही हैं, उसको राजस्थान में जबरन खत्म करने की कोशिशें हो रही हैं।