प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत लोकतंत्र की जननी और विविधता का मॉडल है। उन्होंने कहा कि भारत नई विश्व व्यवस्था की ओर बढ रहा है और भारत की भूमिका भी लगातार बदल रही है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में 13 जुलाई की रात एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत Mother of Democracy है और भारत Model Of Diversity भी है। ये हमारी बहुत बड़ी ताकत है। हमारे यहां कहावत है कि कोस-कोस पर बदले पानी, चार कोस पर वानी। यानि हर कुछ दूरी पर भारत में पानी का स्वाद बदल जाता है और वाणी, यानि Language भी बदल जाती है। भारत में 100 से ज्यादा भाषाएं हैं, 1000 से ज्यादा बोलियां हैं। इन 100 से ज्यादा भाषाओं में हर रोज 32 हजार अलग-अलग अखबार छपा करते हैं। इन 100 से ज्यादा भाषाओं में नौ सौ से ज्यादा न्यूज चैनल्स ब्रॉडकास्ट होते हैं। इन 100 से ज्यादा भाषाओं में करीब-करीब 400 रेडियो चैनल्स ब्रॉडकास्ट होते हैं। भारत में आज भी लिखने के लिए अनेकों लिपियां हैं, स्क्रिप्ट्स हैं। हमारे लिए ये गर्व की बात है कि भारत अपनी इस महान परंपरा को आज भी जीवंत बनाए हुए है। यही डायवर्सिटी हमारे लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। आज इसी ताकत के दम पर हर भारतीय, अपने सपने पूरे कर रहा है, देश और दुनिया को आगे बढ़ा रहा है।’
प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों फ्रांस के दौरे पर है। अपने दौरे के पहले दिन उन्होंने पेरिस में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत-फ्रांस भागीदारी का मजबूत आधार जनसंपर्क है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारा People to People Connect दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी विश्वास, इस साझेदारी का सबसे मजबूत आधार है। यहां नमस्ते फ्रांस फेस्टिवल होता है तो भारत में लोग ‘बोन्सू इंडिया’ का आनंद उठाते हैं। हम दोनों देशों की हैरिटेज हो या हिस्ट्री, आर्ट हो या एस्थैटिक्स, क्राफ्ट हो या क्रिएटिविटी, कूज़ीन हो या कल्चर, फैशन हो या फिल्म, ये सब हमें जोड़ते हैं, ये सब हमें साथ लाते हैं।’
भारतीयों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के ऐतिहासिक रिश्तों पर कहने के लिए मेरे पास इतना कुछ है बहुत लंबा समय निकल जाएगा। मैं जब 2015 में फ्रांस आया था, ‘नव शपैल’ गया था। तब मैंने वहां प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए हजारों भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी थी। सौ साल पहले ये भारतीय सैनिक, फ्रांस के गौरव की रक्षा करते हुए, अपना कर्तव्य निभाते हुए फ्रांस की धरती पर शहीद हुए थे। तब जिन रेजिमेंट्स ने यहां युद्ध में हिस्सा लिया, उन्हीं में से एक पंजाब रेजिमेंट, कल यहां नेशनल डे परेड में हिस्सा लेने जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मेरा फ्रांस के अपने दोस्तों से, यहां के नागरिकों से एक और आग्रह है। भारत इतना विशाल है, इतनी विविधताओं से भरा है कि हम भारतवासियों के लिए भी इसे पूरी तरह से देखने समझने के लिए एक जन्म कम पड़ जाता है। ऐसे विशाल भारत को देखने के लिए आज दुनिया उत्सुक है। आपको अपने इंटेरेस्ट का कुछ ना कुछ भारत में अवश्य मिलेगा।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत में टूरिज्म का विस्तार, साइट सीइंग से कहीं ज्यादा है। आप भारत की विविधता देखेंगे तो भारत के दीवाने हो जाएंगे। हिमालय की ऊंची पहाड़ियों से लेकर घने जंगलों तक, तपते रेगिस्तान से लेकर खूबसूरत समुद्र तटों तक, एडवेंचर स्पोर्ट्स से लेकर ध्यान और योग केंद्रों तक, भारत के पास हर किसी के लिए कुछ ना कुछ है। भारत की इस डायवर्सिटी को फील करने के लिए, समझने के लिए हमारे फ्रेंच दोस्तों को भारत आना होगा।’
उन्होंने आगे कहा और इसमें उनकी मदद कौन करेगा? मेरे भारत के आप लोग, इंडियन डायस्पोरा। जिस तरह मोबाइल में या कंप्यूटर में Access Code या पासवर्ड डालने के बाद एक नई दुनिया खुल जाती है, वैसे ही इंडियन डायस्पोरा, भारत का Access Code है, पासवर्ड है। भारत में टूरिज्म बढ़े, इसे भी आप अपना मिशन बनाइए। भारत आने का मतलब है, हजारों साल की विरासत का अनुभव करना, इतिहास का अनुभव करना। आप भारत आएंगे तो भारत की विरासत के साथ ही विकास की भी गति देखेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की धरती आज एक बड़े परिवर्तन का गवाह बन रही है। इस परिवर्तन की कमान भारत के नागरिकों के पास है, भारत की बहनों-बेटियों के पास है, भारत के युवाओं के पास है। भारत ठान के बैठा है कि ना कोई अवसर गंवाएंगे और ना ही एक पल का समय गंवाएंगे।