प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के सबसे लोकप्रिय नेता हैं और इसका सबसे ताजा और जीता जागता उदाहरण कोरोना महामारी के दौरान देशवासियों का भरपूर समर्थन मिलना है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मोदी सरकार पूरी शिद्दत के जुटी हुई है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन बड़ी घोषणाएं कीं जिसमें जनता कर्फ्यू, लॉकडाउन का एलान और रात नौ बजे नौ मिनट शामिल हैं। जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन से लोगों को भारी परेशानी हुईं लेकिन इसके बावजूद लोगों का भरपूर समर्थन मिला।
जनता कर्फ्यू को मिला समर्थन
कोरोना वायरस के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले 19 मार्च को जनता कर्फ्यू का एलान किया था। इसके साथ ही लोगों से ताली व थाली पीटकर कोरोना वायरस के खात्मा में लगे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल, पुलिस व सफाई कर्मचारी के हौसले को बढ़ाने की बात कही थी, जिसका देशवासियों ने भरपूर समर्थन किया। 19 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया और सरकार के कदम से कदम मिलाया।

लॉकडाउन का एलान
इसी तरह, प्रधानमंत्री मोदी ने 24 मार्च से पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया। यह काफी मुश्किल फैसला और साहसिक फैसला था लेकिन कोरोना महामारी की गंभीरता को देखते हुए देशवासियों को साथ मिला। हालांकि दिहाड़ी और अन्य लोगों को इससे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन सभी ने प्रधानमंत्री के फैसले का स्वागत किया।

5 अप्रैल रात 9 बजे नौ मिनट
प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अप्रैल को समस्त देशवासियों सेर रात 9 बजे 9 मिनट के घरों की लाइट बंद कर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च और मोबाइल फ्लैशलाइट जलाकर इस महामारी के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करने की अपील की। देशभर में इसका जबरदस्त समर्थन मिला। देशभर में लोगों ने 9 मिनट के लिए लाइटेें बंद कर एकजुटता का प्रदर्शन किया।

WHO ने की भारत की तारीफ
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए भारत की ओर से उठाए गए कदम पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कार्यकारी निदेशक माइकल जे रेयान ने तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत चीन जैसा बेहद घनी आबादी वाला देश है और इन घनी आबादी वाले देशों में जो कुछ होता है उससे ज्यादा हद तक कोरोना वायरस का भविष्य निर्धारित होगा। उन्होंने आगे कहा कि यह वास्तव में बेहद महत्वपूर्ण है कि भारत सार्वजनिक स्वास्थ्य स्तर पर अपनी आक्रामक कार्रवाई जारी रखे। माइकल जे रेयान ने कहा कि भारत ने साइलेंट कीलर कही जाने वाली 2 गंभीर बीमारियों (स्मॉल पॉक्स और पोलियो) के उन्मूलन में दुनिया की अगुवाई की।
विशेष दूत डेविड नाबरो ने की प्रशंसा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेष दूत डॉक्टर डेविड नाबरो ने कोरोना वायरस को लेकर भारत की भूमिका की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत में लॉकाडउन को जल्दी लागू करना एक दूर की सोच थी, साथ ही ये सरकार का साहसिक फैसला था। इस फैसले से भारत की जनता को कोरोना वायरस के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ने का मौका मिलेगा। एनडीटीवी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में लॉकडाउन को काफी जल्दी लागू किया गया। ये तब अमल में लाया गया, जब यहां कोरोना के काफी कम मामले थे। निश्चित तौर पर ये भारत का दूरदर्शी फैसला था।
                
		








