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राजस्थान में बीजेपी के दिग्गज, PM Modi आठ जुलाई को देंगे एक और एक्सप्रेस-वे की सौगात, नड्डा-शाह ने खोली Gehlot Government की पोल, हर विधायक को भ्रष्टाचार का लाइसेंस दिया 

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राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपना अभियान और तेज कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले ही प्रदेश के लगातार दौरे कर नई सौगातें दे रहे हैं। एक बार फिर आठ जुलाई को पीएम मोदी राजस्थान दौरे पर आएंगे। इस बार वह बीकानेर में बीस हजार करोड़ की लागत से बने अमृतसर से जामनगर के बीच ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे का लोकार्पण करेंगे। इस दौरान बीकानेर के पास ही नौरंगदेसर में प्रधानमंत्री की आम सभा भी होगी। फरवरी में पीएम मोदी ने ही दौसा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की सौगात दी थी। इस बीच 29 जून को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भरतपुर में अशोक गहलोत सरकार को जमकर घेरा। बीजेपी अध्यक्ष ने कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की नीति और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की नीति पर चल रही है। नड्डा ने कहा कि सीएम गहलोत ने प्रत्येक विधायक को कई तरीकों से भ्रष्टाचार में लिप्त होने का लाइसेंस दिया है। बीजेपी के कैंपेन को आगे बढ़ाने आज (30 जून) को उदयपुर में गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे। शाह ने कहा कि आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी कांग्रेस सरकार के जाने का समय आ गया है। गहलोत का लक्ष्य राज्य का विकास नहीं, बल्कि अपने बेटे वैभव को सीएम बनाने का है।राजस्थान में है एक्सप्रेसवे का सबसे ज्यादा 637 किलोमीटर हिस्सा
पीएम मोदी हाल के कुछ महीनों में ही 6 बार राजस्थान आ चुके हैं। इसकी शुरुआत 30 सितंबर 2022 को हुई थी। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अम्बा माता के दर्शन करने आए थे। उस समय वह सिरोही जिले के आबूरोड भी आए थे। इसके बाद पीएम मोदी के लगातार राजस्थान के दौरे लग रहे हैं और वे प्रदेश के लोगों को नित-नई सौगातें दे रहे हैं। एक बार फिर आठ जुलाई को वे बीकानेर आएंगे। इस दौरे में एक और एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करेंगे। बीस हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत से बने इस एक्सप्रेस हाईवे के कारण अमृतसर से जामनगर के बीच 23 घंटे का सफर घटकर महज 12 घंटे में पूरा हो जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे का सबसे ज्यादा फायदा राजस्थान को ही होने वाला है। 1257 किलोमीटर के इस एक्सप्रेसवे का सबसे ज्यादा 637 किलोमीटर हिस्सा राजस्थान में ही है, जो प्रदेश के पांच जिलों को रफ्तार से जोड़ेगा। राजस्थान की पचपदरा सहित तीन रिफाइनरी और दो थर्मल प्लांट भी इस एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे।एक्सप्रेसवे चार राज्यों को जोड़ने वाली अहम ग्रीन फील्ड परियोजना
केन्द्रीय कानून मंत्री और बीकानेर के सांसद अर्जुन राम मेघवाल के मुताबिक अगले माह प्रधानमंत्री ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे के साथ ही केंद्र सरकार की ओर से कराए गए अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे। यह 6 लेन हाईवे पंजाब के अमृतसर से प्रारंभ होकर गुजरात के जामनगर तक जाएगा। इस हाईवे की कुल लागत 20 हजार 868 करोड़ रुपए हैं। यह हाईवे 4 राज्यों पंजाब, हरियाणा राजस्थान व गुजरात को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण ग्रीन फील्ड परियोजना है। यह प्रोजेक्ट अमृतसर, बठिंडा, सनारिया, बीकानेर, सांचौर, समाखियाली, जामनगर जैसे औद्योगिक केन्द्रों को आपस में जोड़ता है। इस हाइवे के बीच में जगह-जगह मिड-वे होटल्स, टोल प्लाजा, पेट्रोल पंप व चार्जिंग सेंटर भी बनाए जा रहे हैं।

पीएम करोड़ों की लागत वाली कई परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे
प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान सबसे बड़ा लोकार्पण ग्रीन कॉरिडोर का है। प्रधानमंत्री भारत सरकार के उपक्रम पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित गुजरात के बनासकांठा से शुरू होकर पंजाब के मोगा तक 1300 किलोमीटर लंबाई के ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर का भी लोकार्पण करेंगे। इस पर 26 हजार करोड़ की लागत आई है। इसी के परिणामस्वरूप बीकानेर संभाग सोलर हब के रूप में विकसित हो रहा है। इसके अलावा पीएम मोदी भारतमाला योजना के अन्तर्गत 820.26 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित रायसिंहनगर- अनूपगढ़- पूगल तक की 162.46 किलोमीटर लंबी सड़क का भी शुभारंभ करेंगे। खाजूवाला से पूगल होते हुए सीधे बाप की ओर जाने वाले नए सड़क मार्ग की शुरुआत भी होगी। खाजूवाला- पूगल-बाप तक 895 करोड़ की लागत से 212 किलोमीट लंबी सड़क बनाई गई है। इन वाहनों को अब बीकानेर नहीं आना पड़ेगा।

9 महीने में 6 बार राजस्थान आ चुके प्रधानमंत्री, भाजपा में दिखा जोश
प्रधानमंत्री के बीकानेर दौरे को लेकर बीकानेर संभाग के भाजपा नेताओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। पिछले 9 महीने में पीएम मोदी 6 बार राजस्थान आ चुके हैं। इसकी शुरुआत 30 सितंबर 2022 को हुई थी। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अम्बा माता के दर्शन करने आए थे। उस समय वह सिरोही जिले के आबूरोड़ भी आए थे। केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने बताया कि बीकानेर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नौरंगदेसर के पास बड़ी आमसभा होगी। इसे विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिमी राजस्थान में बीजेपी का शंखनाद भी माना जा रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री अजमेर में एक सभा कर चुके हैं। वहीं, उदयपुर में भी उनकी यात्रा बीकानेर के बाद प्रस्तावित है। प्रदेश के लगभग हर कोने में प्रधानमंत्री चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले अलग-अलग सभाएं कर सकते हैं। ये सभाएं विभिन्न कार्यों के लोकार्पण समारोह से जुड़ी रहेंगी।

बम ब्लास्ट की तरह कन्हैया हत्याकांड पर गहलोत कर रहे हैं राजनीति- शाह
पीएम मोदी से पहले 30 जून को गृहमंत्री अमित शाह ने उदयपुर में विशाल जनसभा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बिना मतलब इस उम्र में इधर-उधर घूम रहे हैं। कोई इस सभा का वीडियो उन्हें भेज दे, पता चल जाएगा कि उनकी सरकार के जाने का समय हो गया है। शाह ने कहा कि गहलोत का लक्ष्य अपने बेटे वैभव को सीएम बनाने का है। शाह ने कहा कि उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड पर भी गहलोत राजनीति कर रहे हैं। गहलोत हत्यारों को तो पकड़ना भी नहीं चाहते थे, एनआईए ने पकड़ा और गहलोत झूठ बोलते हैं कि कार्रवाई नहीं हुई। मैं डंके की चोट के साथ कहता हूं कि स्पेशल कोर्ट में सुनवाई की होती तो हत्यारे फांसी पर लटक चुके होते। यही नहीं, जयपुर ब्लास्ट के आरोपियों की सुनवाई के लिए गहलोत सरकार के एडवोकेट जनरल के पास समय नहीं है।

गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की नीति के साथ-साथ कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों पर भी निशाना साधा। शाह के संबोधन की पांच खास बातें…

  1. विपक्ष का 21 पार्टी के नेताओं का लक्ष्य केवल अपने बेटों का भविष्य बनाना : गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पटना में पिछले दिनों 21 पार्टी के लोग इकट्‌ठा हुए थे। ये लोग राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं। यदि मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं तो भ्रष्टाचारी जेल की सलाखों के पीछे जाएंगे। 21 पार्टियों का लक्ष्य अपने बेटों का भविष्य है। सोनिया गांधी का लक्ष्य राहुल को प्रधानमंत्री बनाना, लालू यादव का लक्ष्य बेटे तेजस्वी को सीएम बनाना, ममता बनर्जी का लक्ष्य भतीजे अभिषेक को सीएम बनाना और अशोक गहलोत का लक्ष्य अपने बेटे वैभव को सीएम बनाना है।
  2. आदिवासियों के लिए भाजपा ने ही मंत्रालय बनाया, आरक्षण बढ़ाया : गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र में 10 साल यूपीए सरकार चली। लेकिन वह विकास और कल्याण की बजाए भ्रष्टाचार और घोटालों के लिए ही ज्यादा चर्चित रही। उन्होंने कहा कि तब आदिवासी बच्चों को पढ़ाने के लिए सिर्फ 90 स्कूल थे। भाजपा ने 500 से ज्यादा स्कूल बना दिए। जनजाति मंत्रालय का बजट पहले एक हजार करोड़ था, प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बढ़ाकर 15 हजार करोड़ कर दिया। अटल बिहारी वाजपेयी ने ही जनजाति मंत्रालय बनाया और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत ने आदिवासियों का आरक्षण बढ़ाया।
  3. पीएम बढ़ा रहे देश का सम्मान, कोई पैर छू रहा, कोई ऑटोग्राफ ले रहा: उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। दुनिया के बड़े से बड़े देश और उनके नेता पीएम मोदी से मिलकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। विश्व में मिल रहा यह सम्मान मोदी या भाजपा का नहीं, मेवाड़, राजस्थान और देश के लोगों का सम्मान है। आप लोगों ने टीवी पर देखा ही होगा कि प्रधानमंत्री जी-7 समिट में गए तो कोई उनके ऑटोग्राफ लेने में लगा था, कोई उनके पैर छू रहा था। अभी यूएस कांग्रेस में उनका दूसरी बार भाषण ने देशवासियों को गर्व से भर दिया।
  4. राजस्थान में प्रचंड बहुमत से भाजपा सरकार बनाएगी: देशभर में मोदी जी के लिए जो समर्थन दिख रहा है, उससे यह निश्चित है कि 2024 में 300 से अधिक सीटों के साथ एक बार फिर से मोदी जी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। 2023 में राजस्थान में भी प्रचंड बहुमत से भाजपा सरकार बनाएगी। शाह की सभा में उदयपुर संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों उदयपुर शहर, उदयपुर ग्रामीण, वल्लभनगर, मावली, झाड़ोल, सलूंबर, खेरवाड़ा व गोगुंदा विधानसभा क्षेत्र से कार्यकर्ता आए थे। इसमें विधानसभा वार विधायक, विधानसभा प्रभारी व संगठन के पदाधिकारियों को जिम्मा दिया गया था।
  5. गृह मंत्री शाह ने करवाया पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भाषण: इससे पहले, जनसभा में जब नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अमित शाह को भाषण के लिए बुलाया तो उन्होंने इशारा कर वसुंधरा राजे को बोलने के लिए कहा। अमित शाह के कहने पर वसुंधरा ने भाषण दिया। वसुंधरा से पहले प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने भाषण दिया था, इसके बाद सीधे अमित शाह के भाषण का कार्यक्रम था। इस मौके पर राजे ने कहा कि गहलोत सरकार पूरे पांच साल अपना खुद का उत्थान करने में लगी है। उनके मंत्री खुद मंच से यह बात कहते हैं कि सरकार ने भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड कायम कर दिया है। वसुंधरा ने कहा कि आने वाले चुनाव में हम निश्चित रूप से चुनाव जीतेंगे, लेकिन कार्यकर्ता अति आत्मविश्वास में न आएं।

गहलोत ने विधायकों को भ्रष्टाचार में लिप्त होने का लाइसेंस दिया- नड्डा
इससे पहले 29 जून को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भरतपुर में अशोक गहलोत सरकार को जमकर घेरा। बीजेपी अध्यक्ष ने कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की नीति और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की नीति पर चल रही है। नड्डा ने कहा कि सीएम गहलोत ने प्रत्येक विधायक को कई तरीकों से भ्रष्टाचार में लिप्त होने का लाइसेंस दिया है। जेपी नड्डा मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर चल रहे ‘महा जनसंपर्क’अभियान के तहत नदबई में आयोजित रैली को संबोधित कर रहे थे। बीजेपी प्रमुख ने कहा,”यहां तक कि राजस्थान में कानून भी सभी के लिए समान नहीं है। यदि कोई हिंदू त्योहार मनाया जाता है, तो इसे एक अलग नजरिए से देखा जाता है और यदि कोई त्योहार किसी अन्य धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाता है, तो उसे एक अलग तरीके से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि यह गहलोत सरकार की तुष्टीकरण नीति का परिणाम है।”

वैश्विक नेता पीएम मोदी की प्रशंसा करते हैं तो कांग्रेस के पेट में होता है दर्द
रैली में नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ी है और विश्व के नेता अब पीएम की सराहना कर रहे हैं। नड्डा ने कहा, ”जब विश्व के नेता मोदी की प्रशंसा करते हैं, तो इससे कांग्रेस की पेट में दर्द होता है। वे मोदी को गाली देते रहते हैं, लेकिन जितना अधिक कांग्रेस ये सब कहती है, उतना ही अधिक भारत के 140 करोड़ लोग मोदी को अपना आशीर्वाद देते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “मोदी देश को वंशवाद से विकासवाद की ओर ले गए हैं। 2014 से पहले जब कोई भारत का प्रधानमंत्री अमेरिका जाता था तो आतंकवाद,पाकिस्तान से हमारा झगड़ा आदि की चर्चा करता था, जबकि आज पीएम मोदी अमेरिका जाते हैं तो स्पेस पर समझौता होता है।”जेपी नड्डा ने परिवारवाद की राजनीति पर जमकर किया प्रहार
उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी एक ‘परिवार’ की तरह है, जबकि अन्य सभी पार्टियां परिवार संचालित पार्टियां हैं। नड्डा ने कहा, ”यदि आप जम्मू-कश्मीर में एनसी या पीडीपी को वोट देते हैं, तो आप उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को वोट देते हैं। यदि आप पंजाब में शिअद को वोट देते हैं, तो आप बादल परिवार को वोट देते हैं। यदि आप बिहार में राजद को वोट देते हैं, तो आप लालू प्रसाद के परिवार को वोट देते हैं। यदि आप यूपी में सपा को वोट देते हैं, तो आप अखिलेश यादव के परिवार को वोट देते हैं। यदि आप बंगाल में तृणमूल को वोट देते हैं, तो आप ममता बनर्जी के परिवार को वोट देते हैं। यदि आप ओडिशा में बीजद को वोट देते हैं, तो आप नवीन पटनायक के परिवार को वोट देते हैं। यदि आप तेलंगाना में बीआरएस के लिए वोट करते हैं, तो आप केसीआर के परिवार के लिए वोट करते हैं। यदि आप महाराष्ट्र में शिवसेना को वोट देते हैं, तो आप उद्धव ठाकरे के परिवार को वोट देते हैं और यदि आप राकांपा को वोट देते हैं, तो आप शरद पवार के परिवार को वोट देते हैं। लेकिन अगर मोदी को वोट देते हैं, तो आप देश और अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करते हैं।

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