प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश में निर्मित अटल टनल रोहतांग का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर को ऐतिहासिक अवसर करार देते हुए कहा कि यह टनल कनेक्टिविटी के साथ ही सामरिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। आत्मनिर्भर भारत का आत्मविश्वास आज जनमानस की सोच का हिस्सा बन चुका है। लोकार्पण कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री रोहतांग सुरंग से सफर कर दूसरे छोर पर लाहौल-स्पीति जिला के सिस्सू पहुंचे, जहां पीएम मोदी ने स्की विलेज मॉडल का अवलोकन किया। पीएम मोदी ने सिस्सू में जनसभा के बाद सोलंगनाला में एक और जनसभा को संबोधित किया।
अटल टनल की विशेषताओं की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि किसानों के लिए हुए सुधार कांग्रेसी स्वयं भी करना चाहते थे। लेकिन वोट की राजनीति के कारण डरते थे। सरकार ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह सुधार किए हैं, सुधारों की जहां जरूरत होगी, कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सवा दस करोड़ किसानों के खाते में करोड़ों रुपये जमा किए गए हैं। हिमाचल के सवा नौ लाख एक हजार करोड़ जमा किए गए हैं। पहले इतना पैसा जमा होता तो पता नहीं कहां-कहां और किस-किस तक पहुंच जाता। लेकिन अब छोटे किसानों के खाते में ये रुपये चले गए। लेकिन कोई हो-हल्ला नहीं हुआ।
पीएम मोदी ने कहा कि सदी बदल गई है, सोच भी बदलनी होगी। सभी सरकारी योजनाओं का डिजिटाइजेशन कर दिया गया है। अटल टनल से संभावनाओं के दरवाजे खुल गए हैं। पीएम मोदी ने सोलंग में कुल्लवी भाषा में संबोधन किया। पीएम मोदी ने कुल्लू और मनाली के लोगों को अटल टनल रोहतांग के शुरू होने की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यहां के पहाड़ अटल जी को बहुत प्रिय थे। लाहौल के लोगों के लिए नई सुबह हुई है। पांगी वालों का सफर चार-पांच घंटे कम हुआ है। किसानों के लिए अटल टनल को बहुत उपयोगी बताते हुए पीएम मोदी ने कहा अब लाहौल का आलू, मटर और गोबी खराब नहीं होंगे। चंद्रमुखी आलू को नई मार्केट मिलेगी। काला जीरा और केसर की खेती बढ़ेगी।