प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर #Vocal4Handmade का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमरा प्रयास होना चाहिए कि न सिर्फ भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें बल्कि इसके बारे में हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताना भी चाहिए। राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर हम अपने जीवंत एवं उर्जावान हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों को नमन करते हैं। इन अनुकरणीय लोगों ने हमारे राष्ट्र के स्वदेशी शिल्प को संरक्षित करने के लिए निरंतर सराहनीय प्रयास किए हैं। आइए, हम सभी #Vocal4Handmade हो जाएं और ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने की दिशा में अपने प्रयासों को सतत रूप से मजबूत करें।’’
On National Handloom Day, we salute all those associated with our vibrant handloom and handicrafts sector. They have made commendable efforts to preserve the indigenous crafts of our nation. Let us all be #Vocal4Handmade and strengthen efforts towards an Aatmanirbhar Bharat. pic.twitter.com/XD7cs9ES7F
— Narendra Modi (@narendramodi) August 7, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट संदेश के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है। यह वीडियो उनके पिछले महीने आकाशवाणी पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम का है, जिसमें उन्होंने सभी से भारतीय हथकरघा और हस्तशिल्प का उपयोग करने और इसका अधिक से अधिक लोगों तक प्रचार करने की अपील की थी। इसमें उन्होंने कहा, ‘साथियों 7 अगस्त को नेशनल हैंडलूम है। भारत का हैंडलूम, हमारा हैंडीक्राफ्ट अपने आप में सैकड़ों वर्षों का गौरवमयी इतिहास समेटे हुए है। हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि न सिर्फ भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें बल्कि इसके बारे में हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताना भी चाहिए। भारत का हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट कितना रिच है, इसमें कितनी विविधता है यह दुनिया जितना ज्यादा जानेगी उतना ही हमारे लोकल कारीगरों और बुनकरों को लाभ होगा।’
स्वदेशी आंदोलन शुरू होने की याद में 7 अगस्त, 1905 को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाने का फैसला किया गया था। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में हथकरघा उद्योग के बारे में जागरूकता फैलाना है और सामाजिक-आर्थिक विकास में इसके योगदान के बारे में बताना है।
