रामनवमी के दिन देश के कई शहरो में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंसा की। मुसलमानों ने गुजरात, झारखंड, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, ओडिसा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रामनवमी जुलूस में शामिल लोगों पर धारदार हथियारों से हमले किए। हिंदुओं के साथ मारपीट की गई और घर जला दिए गए। भगवान राम के जन्मदिन के मौके पर लोग शोभायात्रा और जुलूस निकाल रहे थे, लेकिन जहां उनपर पुष्पवर्षा होनी चाहिए थी, मुसलमानों ने पत्थरों की वर्षा की। इतना ही नहीं दिल्ली में जेएनयू के कावेरी हॉस्टल में पूजा और हवन के दौरान नॉनवेज खाने को लेकर वामपंथी छात्रों ने हंगामा भी किया। लेकिन अब रामनवमी पर हिंसा भड़काने की अंतरराष्ट्रीय साजिश का भंडाफोड़ हुआ है। रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने के लिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान से हजारों ट्वीट किए गए।
टाइम्स नाउ नवभारत के अनुसार रामनवमी पर अलग-अलग शहरों में हिंसा भड़काने का टूलकिट एक्सपोज हो गया है। रामनवमी पर अलग-अलग शहरों में हिंसा भड़काने के लिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान से किए गए ट्वीट। देखिए वीडियो-
न्यूज18 की खबर के अनुसार एडिटेड फोटो और वीडियो के जरिए भारत में हिंसा भड़काने की साजिश रची गई। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के ट्विटर हैंडलों से ट्वीट कर भारतीय मुसलमानों को भड़काया गया। उन्हें हिंदुओं के खिलाफ उकसाया गया। देखिए वीडियो-
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के ट्विटर हैंडल से #IndianMuslimsUnderAttack हैशटैग को टॉप ट्रेंड कराने की कोशिश की गई। इस हैशटैग से किए गए हजारों ट्वीट में एडिटेड, फोटोशॉप फोटो और वीडियो शेयर किए गए हैं। हालांकि, ये वीडियो कब और कहां के हैं, इसका उल्लेख नहीं किया गया है। बस #IndianMuslimsUnderAttack के जरिए मुहिम चलाकर भारतीय मुस्लिमों को भड़काया गया है। कई ऐसे हैंडल भी हैं जो ट्वीट करने के बाद बंद कर दिए गए हैं। जैसे उन्हें सिर्फ इसी काम के लिए बनाया ही गया हो। देखिए कुछ ट्वीट-
कथित सेकुलर और लिबरल पक्षकारों का कहना है कि रामनवमी की शोभायात्राएं मुस्लिम इलाकों से नहीं निकाली जानी चाहिए थीं। लेकिन मुस्लिमों के जुलूस के दौरान तो ऐसा कुछ नहीं होता सिर्फ हिंदू त्योहारों के दौरान ही मुस्लिम हिंसा क्यों करते हैं। आखिर शोभायात्रा से क्या परेशानी है? आखिर मुसलमानों को मुस्लिम धर्म छोड़कर सभी धर्म से नफरत क्यों हैं? आखिर मुस्लिम संख्या में ज्यादा होते हैं अमन-चैन से दूसरे लोगों को रहने क्यों नहीं देना चाहते?