कांग्रेस को ‘हिन्दू’ शब्द से इतनी नफरत है कि उसे किसी बैनर पर इस शब्द को लिखने पर भी आपत्ति है। झारखंड के जमशेदपुर में कुछ फल विक्रेताओं ने अपनी दुकान पर ‘हिन्दू फल दुकान’ लिखा हुआ बैनर लगा रखा था। पुलिस ने न सिर्फ बैनर को हटाने का निर्देश दिया, बल्कि कई दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। कुछ ही समय में सोशल मीडिया पर हैशटैग ‘hinduphobia_in_jharkhand !’ ट्रेंड करने लगा। कोई लोगों ने सोशल मीडिया पर झारखंड की हेमंत सरकार से सवाल किया कि किस कानून के तहत कार्रवाई की गई है। न तो विश्व हिन्दू परिषद प्रतिबंधित संगठन है और न ही हिन्दू लिखना अपराध है?
.@Jsr_police को बताना चाहिए कि कार्रवाई IPC की किस धारा के तहत हुई है। स्पष्ट हो जाये तो पक्षपात का आरोप नहीं लगेगा।मेरी जानकारी के मुताबिक विश्व हिंदू परिषद प्रतिबंधित संगठन नहीं और धर्म विशेष के नाम पर देश में लाखों दुकान/प्रतिष्ठान हैं। @MVRaoIPS @BJP4Jharkhand @amitmalviya pic.twitter.com/9WcxVi52Xh
— Mahesh Poddar (@maheshpoddarjhr) April 25, 2020
कोई लोगों ने सवाल किया कि जब दूसरे धर्म के लोग अपनी दुकानों पर अपने धर्म का नाम लिखते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती है ? क्या सिर्फ हिन्दू शब्द लिखना अपराध है ?
अगर @Jsr_police की दलील सही है तो @DelhiPolice और @gurgaonpolice तत्काल इन दोनों दुकानों को बंद करा इन पर मुक़दमा पंजीकृत करें। अपनी दुकान पर अपना धर्म लिखना अगर ग़ैर-क़ानूनी है @HemantSorenJMM जी तो फिर अन्य राज्य भी इसका पालन करें। pic.twitter.com/hnXl2NmaRx
— Bhaiyyaji (@bhaiyyajispeaks) April 25, 2020
कई लोगों ने कांग्रेस की झारखंड सरकार पर तुष्टिकरण करने और हिन्दुओं का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया।
आज जमशेदपुर में @JharkhandPolice के द्वारा एक फल दुकान पर हुई कार्रवाई अत्यंत शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है,ऐसे कार्य से सरकार की सोच और नियत को साफ समझा जा सकता है कि राज्य सरकार तुस्टीकरण की राजनीति कर रही है.
संविधान के विपरीत फल विक्रेता पर दर्ज मुकदमे को सरकार तुरंत वापस ले. pic.twitter.com/lWT9CLPd4G— Deepak Prakash (@dprakashbjp) April 25, 2020
कांग्रेस के समर्थन से चलने वाली झाररवंड सरकार में मुस्लिम ढाबा खुल सकता है पर हिन्दू ढाबा नहीं,वहीं महाराष्ट्र में वामपंथी दो संतो तथा एक गरीब ड्राइवर की हत्या करवा देते है जिसमें पुलिस हत्यारों का साथ देती है,गृहमंत्री कांग्रेस से हैं, यह कैसा सामाजिक न्याय है।
— Vijay Shankar Tiwari (@VijayVst0502) April 25, 2020
यदि भारत में अपने संस्थान पर हिन्दू लिखना भगवा फहराना या विश्व हिंदू परिषद या बजरंगदल से जुड़ा होना अपराध है तो बंद करो उन सभी दुकान होटलों व अन्य संस्थानों को भी जिनसे जिहादी होने की बू आती है।
क्या हिन्दू पर आक्रमण ही सैक्यूलरिज्म है!!
बिहार झारखंड क्या पाकिस्तान में हैं?? pic.twitter.com/y9jfOk3NUi— विनोद बंसल (@vinod_bansal) April 25, 2020
झारखंड पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ आपत्ति जताते हुए कई लोगों ने कहा कि कांग्रेस और हेमंत सोरेन सरकार ‘हिन्दूफोबिया’ से ग्रसित है।
#Hinduphobia_in_Jharkhand #Hinduphobia_in_Jharkhand
Why no action on these this show hypocrasy where is equality ,these show hypocracy of @JharkhandPolice pic.twitter.com/r08pIAvoll— Ankitpatel (@Ankitpa30249148) April 25, 2020
#Hinduphobia_in_Jharkhand#Hinduphobia_in_Jharkhand
If halal certified is right.
Then what is problem in hindu organization certified products. @Jsr_police pic.twitter.com/qt98XKJpNn— स्वर्णकार राहुल (@RahulSwarnaka06) April 25, 2020
Hi @JharkhandPolice, If you can take action against ‘हिन्दु फल दुकान’, then will you also take same action on this Islamia Muslim Hotel ?
If not, then is it correct to say that there is #Hinduphobia_in_Jharkhand or #HinduphobicJharkhandPolice ? https://t.co/hmelXhT0Vb
— HinduJagrutiOrg (@HinduJagrutiOrg) April 25, 2020
#AntoniaMainoHatesHindusHindu fruit seller can’t put pictures of Hindu Gods on their fruit shop during Ramzan in Jharkhand what happen you @HemantSorenJMM #Hinduphobia_in_Jharkhand #AntoniaMainoHatesHindus pic.twitter.com/UA5l7Qt4dT
— Aashish dubey (@ad_aashish) April 26, 2020