कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। फिर उसने इसका प्रमाण दिया है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने मदरसों के विकास के नाम पर राज्य का खजाना खोल दिया है। गहलोत सरकार ने हर मदरसा को 15-25 लाख रुपये सहायता देने की घोषणा की है। यह सहायता राशि मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत दी जाएगी। इस संबंध में राजस्थान सरकार के अल्पसंख्यक मामलात विभाग में शामिल राजस्थान मदरसा बोर्ड के सचिव ने एक विज्ञप्ति जारी की है। बीजेपी ने इसे मदरसों के लिए गहलोत सरकार का दीपावली बोनस करार दिया है।
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राजस्थान मदरसा बोर्ड के प्रेस रिलीज को ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘महिला उत्पीड़न और दलितों पर बढ़ते अपराध के मामलों के बीच, राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार की अद्भुत साम्प्रदायिक पहल…। मदरसों को मिलेगा सरकार की तरफ से दीपावली बोनस। 15-25 लाख रुपये प्रति मदरसा! राजस्थान की जनता के टैक्स का बेहतरीन सदुपयोग।’
महिला उत्पीड़न और दलितों पर बढ़ते अपराध के मामलों के बीच, राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार की अद्भुत साम्प्रदायिक पहल…
”मदरसों को मिलेगा सरकार की तरफ़ से दीपावली बोनस। 15-25 लाख रुपये प्रति मदरसा!”
राजस्थान की जनता के टैक्स का बेहतरीन सदुपयोग। pic.twitter.com/QOl930z49f
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 16, 2021
राजस्थान मदरसा बोर्ड ने एक प्रेस रिलीज जारी की है। इसमें राजस्थान मदरसा बोर्ड में रजिस्टर्ड A कैटेगरी के मदरसों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इसमें स्पष्ट किया गया है कि राज्य की योजना के तहत प्राथमिक मदरसों के विकास के लिए 15 लाख रुपये और हायर लेवल मदरसों के लिए 25 लाख रुपये देने का प्रावधान किया गया है। इसके लिए आवेदन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर रखी गई है। गौरतलब है कि इस योजना में 90 प्रतिशत खर्च राज्य और 10 प्रतिशत मदरसे उठाएंगे।
आइए देखते हैं किस तरह कांग्रेस शासित राज्यों में मुस्लिम तुष्टिकरण का खेल चल रहा है…
छत्तीसगढ़ के कवर्धा में हिन्दुओं के खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई
कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के कवर्धा में मुस्लिम भीड़ ने हिन्दू ध्वज को उखाड़ कर फेंक दिया। कबीरधाम जिले में हुई इस घटना के दौरान हिन्दू व मुस्लिम समाज में झड़प भी हुई। जब हिन्दू ध्वज उखाड़ के फेंका जा रहा था और भीड़ उसका अपमान कर रही थी, तब वहां कुछ पुलिसकर्मी भी तमाशबीन बन कर खड़े थे। लेकिन बघेल सरकार ने हिन्दुओं के खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई की। इसके लिए बीजेपी ने भूपेश सरकार के परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर को बर्खास्त करने की मांग की। बीजेपी का कहना है कि सत्ता के दबाव में प्रशासन ने कवर्धा में पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की है। मुस्लिम तुष्टिकरण के तहत हिन्दुओं को टारगेट किया गया है। उन पर मुकदमा दर्ज कर जेल में डाला गया है। मंत्री का नाम इसमें उछलने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने नया राग छेड़ दिया, उन्होंने आरएसएस की तुलना नक्सलियों से कर दी।
See how peacefools thrown the Bhagwa flag on ground & disrespected it…
It’s happening in Kawardha, Chhatisgarh…. Govt-Police is also with them..Hindus are helpless….. pic.twitter.com/uascvl7qMJ
— Mr Sinha (@MrSinha_) October 4, 2021
झारखंड विधानसभा में नमाज अदा करने के लिए अलग से कक्ष आवंटित
मुस्लिम तुष्टिकरण एक और प्रमाण पिछले महीने मिला, जब 2 सितंबर, 2021 को झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ। झारखंड विधानसभा में नमाज अदा करने के लिए अलग से कक्ष आवंटित किया गया। इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो की ओर से आदेश जारी किया गया। विधानसभा के उप सचिव नवीन कुमार के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया, “नये विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए नमाज कक्ष के रूप में कमरा संख्या TW-348 आवंटित किया जाता है।” इस आदेश पर बवाल मच गया।
So Jharkhand govt says let be it.
Even if they are called pejorative names for the sake of secularism elites they have become
Can any temple of democracy be converted partially or fully to accomodate any particular faith?
A multi-faith prayer room would have been ideal?But… pic.twitter.com/fTjImh1RAm
— Rohan Dua (@rohanduaT02) September 4, 2021