कवि कुमार विश्वास ने बिना किसी का नाम लिए कहा था कि ‘कुत्ते की जात पहचानी गई’। लेकिन लोगों को इसे समझते देर नहीं लगी कि उनका इशारा मुनव्वर राना की ओर ही है। कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा, ‘ज़्यादा दिमाग़ न लगाइए। अगर पड़ोस के घर में मची अफ़रातफ़री के कारण, ज़िंदगी भर आपसे इज़्ज़त पाने वाले और आपके घर में रह रहे, बदबूदार सोच से भरे किसी जाहिल शख़्स का पर्दाफ़ाश हो रहा है तो शोक नहीं, शुक्र मनाइए कि दो पैसे की प्याली गई (वो भी पड़ोसियों की) पर कुत्ते की जात पहचानी गई।’
ज़्यादा दिमाग़ न लगाइए।अगर पड़ोस के घर में मची अफ़रातफ़री के कारण,ज़िंदगी भर आपसे इज़्ज़त पाने वाले और आपके घर में रह रहे, बदबूदार सोच से भरे किसी जाहिल शख़्स का पर्दाफ़ाश हो रहा है तो शोक नहीं, शुक्र मनाइए कि दो पैसे की प्याली गई (वो भी पड़ोसियों की) पर कुत्ते की जात पहचानी गई??
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 19, 2021
फिर सीएए और एनआरसी का राग अलापा
कुमार विश्वास के इस ट्वीट में लिखा एक-एक शब्द अपने जहरीले बयानों और शायरी के लिए मशहूर मुनव्वर राना पर सटीक बैठता है। मुनव्वर ने फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान देकर कुमार विश्वास द्वारा दिए गए उपमा को सही साबित किया है। प्रधानमंत्री मोदी के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान के बाद एक बार फिर से सीएए और एनआरसी का राग अलापना शुरू कर दिया है। मोदी सरकार पर भड़कते हुए मुनव्वर राना ने कहा कि जो हाल कृषि कानूनों का हुआ, वही हाल सीएए और एनआरसी का भी होगा, क्योंकि ये कोई कानून नहीं हैं, बल्कि इन्हें तो मुस्लिमों से दुश्मनी निकालने के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा कि अमित शाह द्वारा लाए गए सीएए और एनआरसी कानून में हमारे बहुत सारे लोग मारे गए थे।
प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ फिर उगला जहर
मुनव्वर राना यही तक नहीं रूके, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई होगी, जबकि इसकी बजाए ये कहा जा सकता है कि हमसे कोई गुनाह हो गया था जिससे 700 किसान खत्म हो गए। दूसरे देश की बात होती तो वहां पर उनको फांसी दे दी जाती। अब उनकी जिम्मेदारी है कि पब्लिक केयर फंड से पैसा निकाल कर किसानों को एक-एक करोड़ दिया जाए। मुनव्वर ने प्रधानमंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि जिन्ना ने देश के दो टुकड़े करवा दिए और आपका काम जोड़ना है न कि तोड़ना।
इससे पहले कई विवादित बयान देकर मुनव्वर राना अपनी पहचान दे चुके हैं। आइए देखते हैं कब-कब उन्होंने अपना असली चेहरा दिखाया…
तालिबान का महिमामंडन, वाल्मीकि का अपमान
18 अगस्त, 2021 को तालिबान का महिमामंडन करते हुए मुनव्वर राना ने कहा कि तालिबानी बुरे लोग नहीं है। हालात की वजह से वह ऐसे हो गए हैं। उन्होंने अफगानिस्तान के हालात को भारत से बेहतर बताया। साथ ही मर्यादा भूलते हुए महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से कर डाली। मुनव्वर राना ने कहा, “वाल्मीकि रामायण लिख देता है तो वो देवता हो जाता है, उससे पहले वो डाकू होता है। इंसान का कैरेक्टर बदलता रहता है। वाल्मीकि का जो इतिहास था, उसे तो हमें निकालना पड़ेगा न। हमें तो अफगानी अच्छे लगते हैं। वाल्मीकि को आप भगवान कह रहे हैं, लेकिन आपके मजहब में तो किसी को भी भगवान कह दिया जाता है। वो लेखक थे। उनका काम था रामायण लिखना, जो उन्होंने किया।”
तालिबान से आरएसएस, बीजेपी और बजरंग दल की तुलना
राना ने कहा कि अफगानिस्तान से ज्यादा हिंसा तो हिंदुस्तान में होती है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा उसका आंतरिक मामला है। राना ने तालिबान की तुलना आरएसएस, बीजेपी और बजरंग दल से की। उन्होंने कहा कि तालिबानी-अफगानी जो भी हैं, जैसे भी हैं, सब एक हैं। जैसे हमारे यहां बजरंग दल, बीजेपी और आरएसएस सब एक हैं। 1000 साल पुराना इतिहास उठाकर देख लीजिए, अफगानियों ने कभी हिंदुस्तान को धोखा नहीं दिया है।
बिहार में एनडीए की जीत के बाद जहरीली शायरी
मुनव्वर राना कहने को तो शायर हैं,लेकिन इसकी जहरीली सोच पूरे देश के लिए खतरनाक है। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार जीत से इस शायर को गहरा आघात लगा, जिसकी अभिव्यक्ति उसने अपनी जहरीली शायरी से की। मुनव्वर ने चुनाव नतीजों पर ट्वीट करते हुए लिखा, “मुसलमानों! तुम्हे औवैसी की जीत और बिहार की हार मुबारक हो। मैं तो शायर हूं मेरी बात कहां मानोगे, तुमने झुठला दिए दुनिया में पयम्बर कितने।”
“2022 से पहले-पहले हिंदू राष्ट्र घोषित होगा”
मुनव्वर की सांप्रदायिक सोच से पूरी दुनिया अवगत हो चुकी है, लेकिन बिहार में आरजेडी की हार से सदमे में गये मुनव्वर ने धर्मनिरपेक्षता पर अपना पाखंड दिखाते हुए कहा कि बिहार हार गए, बंगाल भी हारेंगे…फिर 2022 से पहले-पहले हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया जाएगा। ओवैसी से नफरत करने वाले मुनव्वर ने कहा कि मैं कुरान पढ़ता हूं, यह करता हूं, वह करता हूं। मालूम हुआ कि ये ओवैसी जो सुअर…है, यह पांच सीट राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव से मांग लेता तो मिल जाती। आपको फायदा पहुंचाना है भारतीय जनता पार्टी को।
“भारत में 100 करोड़ जानवर और 35 करोड़ इंसान”
मुनव्वर राना में हिन्दुओं और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कितना जहर भरा हुआ है, इसका अंदाजा उनके बयान और उनके लिखे शब्दों से लगाया जा सकता है। उन्होंने एक विवादित ट्वीट किया। मुनव्वर राणा ने भाजपा नेता संबित पात्रा को सम्बोधित करते हुए भारत में रहने वाले लोगों को लेकर लिखा कि भारत में 35 करोड़ इंसान और 100 करोड़ जानवर रहते हैं। इसके साथ ही लिखा, “मैं झूठ के दरबार में सच बोल रहा हूं, हैरत है कि सर मेरा क़लम क्यूं नहीं होता।”
पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई पर आपत्तिजनक टिप्पणी
विवादास्पद शायर मुनव्वर राणा ने अयोध्या में श्री राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई जितने कम दाम में बिके, उतने में हिन्दुस्तान की एक रंडी भी नहीं बिकती है। मुनव्वर राणा ने रंजन गोगोई को राज्यसभा सदस्य बनाए जाने पर कहा कि राम मंदिर पर उनका फैसला अच्छा था या बुरा, उन्हें राज्यसभा की सदस्यता नहीं दी जानी चाहिए थी। सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाते हुए उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर मामले में न्याय नहीं हुआ बल्कि धोखाधड़ी हुई है।