कोरोना महामारी के इस दौर में देश में ब्लैक फंगस की बीमारी भी एक चुनौती बनकर सामने आई है। ब्लैक फंगस के नाम से प्रचलित म्युकोरमाइकोसिस बीमारी के उपचार के लिए एम्फोटेरिसिन-बी दवा की आवश्यकता है। वैसे इस वक्त देश में इस दवा की कमी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार एम्फोटेरिसिन दवा की कमी को दूर करने में जुटी हुई है। केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि एम्फोटेरिसिन-बी की कमी जल्द ही दूर कर दी जाएगी। इस दवा के उत्पादन में पहले से छह कंपनियां लगी हुई हैं, लेकिन इसकी उत्पादकता बढ़ाने और जरूरी दवा की आपूर्ति बढ़ाने के लिए और पांच कंपनियों को दवा से संबंधित स्वीकृति दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से ब्लैक फंगस संक्रमण (म्यूकरमाइकोसिस) को महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत अधिसूच्य बीमारी बनाकर सभी मामलों की सूचना देने का आग्रह किया है।
Black Fungus (Mucormycosis) curing drug #AmphotericinB ‘s shortage will be resolved soon!
Within three days, 5 more Pharma companies have got New Drug Approval for producing it in India, in addition to the existing 6 pharma companies. (1/2) pic.twitter.com/hm9KiZgxr4
— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) May 20, 2021
जिन पांच कंपनियों को ड्रग उत्पादन की मंजूरी मिली
एमक्योर फार्मास्युटिकल्स
नैटको फार्मा
गुफिक बायोसाइंस
एलेम्बिक फार्मास्युटिकल्स
लिक फार्मास्युटिकल्स
ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने वाली राज्य सरकारें
पंजाब – कांग्रेस
तेलंगाना – टीआरएस
राजस्थान- कांग्रेस
ओडिशा – बीजेडी
गुजरात- बीजेपी